पुलिस ने बताया कि 22 जून को उमेर को ईशा और शाकिर ने फोन करके बुलाया था व अपने साथ ले गए थे। इसके बाद से उमेर घर नहीं लौटा था। परिजन तभी से उसकी बरामदगी की मांग कर रहे थे। भाई आलमगिर ने बस्ती के ही उमेर के दोस्त ईशा और शाकिर पर अपहरण कर हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने मंगलवार को आरोपी ईशा को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
आरोपी ने बताया कि कस्बे की एक किराना की दुकान पर बैठने वाली युवती से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। उमेर भी वहां आता जाता था। उमेर ने युवती का हाथ पकड़ लिया था और ईशा ने उसकी इस हरकत को देख लिया। इस पर ईशा ने उसी दिन उसे फोन करके घर से बुलाया और घूमने जाने की बात कहकर उसे सरधना के पास अटेरना ले गया।
वहां गंगनहर के किनारे बैठकर कोल्ड ड्रिंक पी। इसी दौरान उसके सिर में पीछे से गोली मारकर हत्या कर दी और शव नहर में फेंक दिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त कार को कब्जे में ले लिया। सीओ सदर देहात शिव प्रताप सिंह ने बताया कि एक आरोपी को जेल भेज दिया गया है और दूसरे आरोपी की तलाश की जा रही है। पुलिस की एक टीम शव की बरामदगी में लगी है। इस संबंध में गाजियाबाद पुलिस से भी मदद ली जा रही है।
परिजनों ने चौकी घेरी, भाई और पत्नी ने की आत्मदाह की कोशिश
लापता उमेर की हत्या का खुलासा होने के बाद भी पुलिस उसका शव बरामद नहीं कर सकी। इसे लेकर परिजनों ने लावड़ चौकी पहुंचकर जमकर हंगामा किया। शव बरामदगी की मांग को लेकर उमेर की पत्नी नगमा और भाई आलमगिर ने अपने ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। सीओ सदर देहात शिव प्रताप सिंह के आश्वासन पर परिजन शांत हुए।