मेट्रो ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन (एटीओ) माध्यम से संचालित हुई। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल काॅरपोरेशन के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि एटीओ माध्यम में मेट्रो के संचालन में मानवीय भूल का खतरा नहीं है।

बिना ऑपरेटर दौड़ी मेट्रो
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ताज पूर्वी गेट से मन:कामेश्वर स्टेशन तक शुक्रवार को मेट्रो ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन (एटीओ) माध्यम से संचालित हुई। इसमें बिना ऑपरेटर के ही मेट्रो दौड़ी, खुद ही ब्रेक लगे और सिग्नल भी दिया। अब तक ऑटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (एटीपी) तरीके से मेट्रो चल रही थी, जिसमें ऑपरेटर संचालित करता था।
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल काॅरपोरेशन के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि एटीओ माध्यम में मेट्रो के संचालन में मानवीय भूल का खतरा नहीं है। इसके लिए ट्रायल भी किए गए हैं। एटीओ से मेट्रो का संचालन और यात्रियों की सुरक्षा पहले से अधिक मजबूत हुई है। इसमें जरूरत पर ब्रेक लगे, सिग्नल दिया और तय स्थान पर ट्रेन की खिड़की भी खुली।
इससे पहले लखनऊ और कानपुर में भी एटीओ से ही मेट्रो का संचालन हो रहा है। निदेशक परिचालन प्रशांत मिश्रा ने बताया कि मेट्रो का संचालन ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन 3 श्रेणी की ट्रेन है। इसमें एटीओ मोड़ में कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिस्टम सिग्नलिंग प्रणाली के जरिये बिना ट्रेन ऑपरेटर के ही संचालित होती है। इसमें ऑटोमेटिक ट्रेन सुपरविजन प्रणाली भी उपयोग में लाई जाती है।