अमर उजाला नेटवर्क, अलीगढ़
Published by: चमन शर्मा

Updated Fri, 15 Nov 2024 12:29 PM IST

पुलिस टीमों ने हाईवे पर खेरेश्वर चौराहे से लेकर टप्पल इंटरचेंज तक 230 सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं। 100 लोगों से घटना के संबंध में पूछताछ भी की है। जज ने मुकदमे में जिस बोलेरो का जिक्र किया है उसका नंबर ही फर्जी निकला।


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miscreants who surrounded the judge were not found

खैर कोतवाली
– फोटो : फाइल फोटो



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फर्रुखाबाद के न्यायाधीश डॉ. अनिल कुमार को हाईवे पर घेरने वाले बदमाशों का सुराग पुलिस पांच दिन बाद भी नहीं लगा सकी है। सफेद रंग की बोलेरो किसकी थी। कहां की थी इस सवाल का जवाब भी फिलहाल थानाध्यक्ष से लेकर पुलिस के आला अफसरों तक पर नहीं है। जबकि पुलिस का दावा है कि अब तक 230 कैमरे चेक किए जा चुके हैं।

100 लोगों से घटना के संबंध में पूछताछ की जा चुकी है। अफसर बार-बार एक ही जवाब देते हैं कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में सफेद रंग की कोई बोलेरे अभी तक नहीं दिखी है। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि न्यायाधीश ने जिस सफेद रंग की बोलेरो का उल्लेख रिपोर्ट में किया है, वह गई तो गई कहां।

खैर कोतवाली में 9 नवंबर को दर्ज कराए गए मुकदमे के बाद एसएसपी संजीव सुमन ने घटना का खुलासा करने के लिए चार टीमों का गठन किया था। एसओजी, क्राइम ब्रांच के साथ ही खैर कोतवाली की दो टीमों को लगाया गया। इन टीमों ने हाईवे पर खेरेश्वर चौराहे से लेकर टप्पल इंटरचेंज तक 230 सीसीटीवी कैमरे चेक किए हैं। 100 लोगों से घटना के संबंध में पूछताछ भी की है। जज ने मुकदमे में जिस बोलेरो का जिक्र किया है उसका नंबर ही फर्जी निकला। नंबर के आधार पर बोलेरो अलीगढ़ की मानी जा रही थी। अब अलीगढ़ आरटीओ में पंजीकृत सभी 4095 बोलेरो की लोकेशन तलाशी जा रही है।



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