
गंगा में स्नान करते श्रद्धालु
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मोक्षदा एकादशी पर्व पर शनिवार को तीर्थनगरी में आस्था का सैलाब उमड़ा। ब्रह्म मुहूर्त से लेकर दोपहर बाद तक हरिपदी स्थित गंगा में स्नानार्थियों ने डुबकी लगाकर पुण्यलाभ कमाया। ‘हर हर गंगे’ के स्वर से तुलसीनगरी गुंजायमान रही। गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पहुंच देव दर्शन किए। हरिपदी घाट से लेकर मेला परिसर तक भीड़ नजर आई।
मोक्षदा एकादशी पर मार्गशीर्ष अमृत कुंभ में हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। कड़ाके की ठंड में सुबह ब्रहम मुहूर्त से शुरू हुआ स्नान का सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। तीर्थनगरी के वराह घाट, लाल घाट, सोमेश्वर घाट, लक्ष्मणजी घाट, रघुनाथजी घाट, तुलसी घाट, मानस मंदिर घाट, छावनी घाट, नागालैंड घाट, श्याम वराह घाट, पांच छतरी घाट, बालाजी घाट, बरी वाला घाट, शंकर जी पुल घाट, भैरों मंदिर घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
गंगा मां के जयकारे लगाते हुए श्रद्धालुओं ने मां गंगा की पैरावनी कर आरती उतारी। मां गंगा का दुग्धाभिषेक किया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने हरि की पौड़ी की परिक्रमा लगाते हुए मार्ग में बैठे गरीब निर्धनों को खाने पीने की वस्तुएं दान की। साधु-संतों के आश्रमों में पहुंचकर उनके लिए अन्न क्षेत्र चलाया। स्वामी अमृतानंद सोहम आश्रम, स्वामी महेश दयानंद सोहम आश्रम, स्वामी ब्रह्मानंद सोहम आश्रम, नागालैंड आदि में संत महात्माओं के लिए अन्न क्षेत्र चल रहे थे। हरि की पौड़ी में पानी काफी गहरा होने के कारण जगह-जगह संकेतक लगे थे। वहीं स्नान के दौरान पीएसी की रिवर फोर्स व प्राइवेट गोताखोर अपनी नावों के साथ मुस्तैद रहे।