
कैलाश महादेव
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डम डम डमरू, हर-हर महादेव के जयघोष के साथ रविवार की शाम कैलाश मेले का उद्घाटन हो जाएगा। इसके बाद से दर्शनार्थी रात भर कैलाश महादेव के दर्शन कर सकेंगे। अगले दिन सोमवार तड़के से कांवड़िये और श्रद्धालु महादेव का जलाभिषेक कर सकेंगे। इसके लिए मंदिर कमेटी शनिवार से ही तैयारियों में जुटी रही। वहीं इस बार कैलाश मंदिर परिसर के बालाजी धाम में स्थापित 11 फीट की महादेव की मूर्ति के भी दर्शन श्रद्धालुओं को होंगे।
महंत निखिल गिरि गोस्वामी ने बताया कि यह मूर्ति डॉ. प्रवीण गुप्ता के सहयोग से जयपुर से मंगवाई गई थी। 4 साल तक लगातार 8 कारीगर इस मूर्ति को बनाने का काम करते रहे। नेपाल के पशुपति मंदिर की तर्ज पर महादेव की मूर्ति बनवाई गई थी। कैलाश धाम को भव्य-दिव्य सजाने के लिए मंदिर में दिनभर तैयारियां चलती रहीं। वहीं महादेव की पूजा-अर्चना के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचने लगे हैं। मंदिर महंत गौरव गिरि ने बताया कि रविवार की शाम से लेकर सोमवार की रात 12 बजे तक मंदिर के पट खुले रहेंगे। भीड़ को संभालने के लिए मंदिर प्रांगण के अंदर दो कतारें लगाई जाएंगी। एक कतार में कांवड़ लाने वाले और दूसरी दर्शनार्थियों के लिए होंगी। रविवार देर रात 3 बजे मंगला आरती होगी, उसके बाद से श्रद्धालु कैलाश महादेव का जलाभिषेक कर सकेंगे।
विशाल मूर्ति के भी होंगे दर्शन
रविवार रात 9 बजे से बंद हो जाएंगे अनुष्ठान
सावन के तीसरे सोमवार पर कैलाश मंदिर पर भव्य मेले का आयोजन होना है। रविवार को उद्घाटन के बाद रात 9 बजे से किसी भी तरह का अनुष्ठान मंदिर प्रांगण में नहीं किया जाएगा। इस कारण रविवार की शाम तक 30 से भी अधिक पूजा के लिए बुकिंग करा ली गई है।
बदल जाएगा श्रद्धालुओं का रास्ता
मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए रास्ता बदल जाएगा। मुख्य गेट से श्रद्धालु अंदर पहुंचेंगे। यमुना किनारे से दर्शनार्थियों की निकासी का रास्ता रहेगा।
नहीं है कोई टोकन व्यवस्था
मंदिर में कांवड़िये व श्रद्धालुओं के लिए कोई टोकन व्यवस्था नहीं है। कतार में लगकर ही भक्त महादेव के दर्शन और0 जलाभिषेक कर सकेंगे। इस बार मंदिर प्रांगण में कोई भी भंडारा नहीं करा सकेगा। मंदिर स्थल के बाहर ही भंडारा चलेगा।
हाईवे पर वाहन की जगह संगीत का शोर
कैलाश मेला आरंभ होने के बाद रविवार की शाम से लेकर सोमवार की शाम तक सिकंदरा हाईवे पर वाहन के शोर की जगह सिर्फ लाउडस्पीकर पर बजते गानों का शोर सुनाई देगा। छीपीटोला निवासी विजय ने बताया कि 100 लाउडस्पीकर इस बार कैलाश मेले में लगाए हैं।