
मुरादाबाद के निर्यातकों के भाड़े में वृद्धि
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लाल सागर में मालवाहक जहाज पर हूती विद्रोहियों के हमले से निर्यातकों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। निर्यातकों ने प्रधानमंत्री से सहयोग की गुहार लगाई है। बताया कि वैकल्पिक मार्ग से माल लेकर जाने में अब माल भाड़े में 75 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई है। हैंडीक्राफ्ट्स एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के महासचिव अवधेश अग्रवाल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया कि निर्यातक पहले से ही मंदी की मार झेल रहे हैं।
इसी कड़ी में लाल सागर से गुजरने वाले मालवाहक जहाज पर हूती विद्रोहियों ने ड्रोन से हमला कर दिया था। मुरादाबाद के निर्यातक यूरोप, मिडिल ईस्ट के देशों में सामानों का निर्यात करते हैं। वर्तमान समय में वैकल्पिक मार्ग से माल लेकर जाने के लिए मालभाड़े में करीब 75 प्रतिशत की वृद्धि कर दी गई है।
इस कारण निर्यातक परेशान हो गए हैं। निर्यातकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस समस्या का समाधान कराने का अनुरोध किया है, लेकिन मालभाड़े का दबाव कम किया जा सके। बताया कि पहले रूस और यूक्रेन के युद्ध के कारण निर्यात प्रभावित हुआ था। इसके बाद इस्राइल और हमास के युद्ध के चलते विश्व के देशों में मंदी छा गई है।
इस समय आर्डर भी नहीं मिल रहे हैं। कई निर्यातकों के आर्डर निरस्त हो गए हैं। यदि केंद्र सरकार ने माल भाड़े पर विचार नहीं किया तो निर्यातकों का कारोबार चौपट हो जाएगा। मिडिल ईस्ट और यूरोप में मुरादाबाद से अधिक निर्यात का कारोबार होता है।