मुरादाबाद के हिंदू कॉलेज में चीफ प्रॉक्टर पर छात्रों को पीटने का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने हंगामा किया। चीफ प्रॉक्टर प्रो. जीके शर्मा के विरोध में बुधवार दोपहर एबीवीपी के सदस्य प्राचार्य कक्ष के बाहर बैठ गए और नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि छात्रों पर हाथ उठाना गलत है, चीफ प्रॉक्टर को अपनी गलती स्वीकार करनी होगी।
करीब एक घंटे तक नारेबाजी चली। इसके बाद प्राचार्य प्रो. एसएस रावत ने पहुंचकर छात्रों को समझाया। छात्रों ने उन्हें बताया कि बीबीए प्रथम वर्ष के छात्र देवांशु और अंशु सिंह को ड्रेस में न होने का हवाला देकर रोक लिया। इसके बाद उन पर हाथ उठाया। परिषद के महामंत्री गौरव क्षत्रीय ने कहा कि ऐसी घटनाएं शैक्षणिक वातावरण को दूषित करती हैं।
इस मामले में निष्पक्ष और शीघ्र कार्रवाई हो ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। शिक्षकों एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिए जाने के बाद के बाद परिषद ने अपना धरना-प्रदर्शन समाप्त किया। छात्रों ने कहा कि यदि भविष्य में इस तरह की घटना दोहराई गई, तो परिषद फिर से आंदोलन का रुख अपनाने के लिए बाध्य होगी।
दूसरी ओर चीफ प्रॉक्टर ने इन आरोपों को सिरे से नकारा है। उनका कहना है कि पिछले सप्ताह ही उन्हें कार्यभार मिला है। अनुशासन को लेकर उन्होंने सख्ती बरतना शुरू किया है। ड्रेस व क्लास में उपस्थिति आदि को लेकर छात्रों को टोका जा रहा है। उन्होंने किसी छात्र को नहीं पीटा बल्कि कंधे पर थपथपाकर क्लास में जाने के लिए कहा था।
विद्यार्थी परिषद ने कोई लिखित शिकायत नहीं की है। कुछ छात्रों ने कार्यालय में आकर मौखिक रूप से अपनी बात रखी। उन्हें समझाया गया है। छात्रों को पीटे जाने के आरोप की पुष्टि नहीं हुई है। शिक्षकों व छात्रों के बीच सामंजस्य स्थापित किया जा रहा है। – प्रो. एसएस रावत, प्राचार्य, हिंदू कॉलेज