दिल्ली में बैठ कर देश के 18 राज्यों के 500 से ज्यादा लोगों से 100 करोड़ की साइबर ठगी करने वाले गिरोह के नाइजीरियाई सरगना के लिए नेपाल की पांच और युवतियां काम कर रही हैं। यह युवतियां दिल्ली और नोएडा में रहकर लोगों से संपर्क कर उनके खाते खुलवातीं हैं।
इन खातों में ही साइबर ठगी की रकम मंगवाई जाती थी। साइबर अपराध थाने की पुलिस इन लड़कियां की तलाश में जुट गई है। कटघर क्षेत्र में रहने वाली शिक्षिका ने 31 अगस्त 2025 को साइबर थाने में केस दर्ज कराया था जिसमें शिक्षिका ने बताया कि साइबर ठगों ने उससे 94.78 लाख रुपये की साइबर ठगी की है।
साइबर थाने की पुलिस ने बुधवार की रात दिल्ली के द्वारका क्षेत्र में रह रहे नाइजीरिया निवासी छिनवेओक एनर्मनुएल और नेपाली युवती संगीता व ममता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस पूछताछ में पता चला कि संगीता और ममता के नाम पर अलग-अलग बैंकों में 25-25 खाते हैं।
इनके खातों में शिक्षिका से ठगी की गई रकम को ट्रांसफर कराया गया था। इस गिरोह के नाइजीरियाई सरगना छिनवेओक एनर्मनुएल ने ही शिक्षिका की प्रोफाइल देखकर खुद को डॉ. आरव सिंह बताकर कॉल की थी।
पूछताछ में पता चला नाइजीरियाई ने अपना गिरोह बनाकर 500 लोगों से 100 करोड़ से ज्यादा रुपये ठगे हैं। इस गिरोह में संगीता ममता के अलावा भी नेपाल की पांच युवतियां और शामिल हैं। इनके भी फर्जी आधार कार्ड और पेनकार्ड बनाए हैं।