
तेंदुआ
– फोटो : अमर उजाला
ठाकुरद्वारा के गांव भायपुर के जंगल में धान काट रही एक महिला पर तेंदुए ने हमला बोल दिया। महिला की चीख सुनकर लाठी-डंडे लेकर दौड़े ग्रामीणों को देखकर तेंदुआ जंगल में भाग निकला। परिजन महिला को अस्पताल ले गए। किसान भी दोबारा धान कटाई में जुट गए तभी फिर अचानक फसल से निकल कर तेंदुआ उनकी ओर लपका।
पहले से सचेत ग्रामीणों ने उसे भगा दिया। इसके बाद से किसानों में दहशत है, उन्होंने गांव में पिंजरा लगवाने की मांग की है। गांव में शुक्रवार को सुबह आठ बजे राजीव कुमार व उसकी पत्नी अखिलेश रानी गांव के अन्य किसानों के साथ खेत में धान काट रहे थे। तभी अचानक एक तेंदुआ वहां आया और उसने धान कट रही महिला पर हमला बोल दिया।
महिला ने शोर मचाया और उससे बचने की बचने का प्रयास किया तो तेंदुए ने महिला के दोनों कंधों पर पंजा मार कर उसे घायल कर दिया। महिला की चीख सुनकर आसपास के किसानों ने मौके पर पहुंचकर महिला को तेंदुए के चंगुल से छुड़ाया। तेंदुआ वहां से भाग गया।
किसान फिर अपने खेतों में काम करने लगे लेकिन कुछ देर बाद तेंदुआ वहां फिर आ गया उसने किसान मोबिन पर हमले का प्रयास किया लेकिन किसान पहले से सावधान थे। उन्होंने डंडे लेकर तेंदुए को दौड़ा दिया। इस पर तेंदुआ वहां से भाग गया। परिवार के लोग घायल अखिलेश रानी को लेकर सीएचसी पहुंचे।
महिला को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगवा कर उपचार कराया। घटना से गांव में दहशत है। गांव के शाहबाज, शारिक, मोमिन आदि ने बताया कि गांव में एक माह से तेंदुए का आतंक है। बृहस्पतिवार को तेंदुए ने गांव के पास स्थित तालाब पर एक बछड़े को खाकर अपनी भूख मिटाई थी।
तेंदुआ तालाब पर पानी पीने आता है। ग्रामीणों ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है। इस क्षेत्र के वन विभाग के दरोगा केपी सिंह का कहना है कि तेंदुआ भायपुर के अलावा दुल्हापुर, सबलपुर आदि गांव में भी दिखाई दे रहा है। वे अधिकारियों से अनुमति लेकर इस क्षेत्र में पिंजरा लगवाने का प्रयास कर रहे हैं।