
इनकी अवधि 48 से 59 दिन रही। साल के 366 दिनों में सिर्फ 37 दिन ही ऐसे रहे, जब शहर में किसी हिंसा या बवाल का खतरा नहीं रहा। यह 37 दिन बिना धारा 144 के गुजरे। फिलहाल बकरीद को देखते हुए शहर में सात जून तक धारा 144 लागू की गई है।
देश दुनिया में पीतल की चमक बिखेरने वाले जिगर के शहर मुरादाबाद में साल के 329 दिन बवाल और हिंसा का खतरा रहा। यही वजह है कि 28 मई 2024 से 28 मई 2025 तक शहर में छह बार धारा 144 लागू की गई। साल में सिर्फ 37 दिन ही बवाल की आशंका नहीं रही। हालांकि, पिछले एक साल में शहर में बवाल जैसी कोई बड़ी घटना नहीं हुई।
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मुरादाबाद पुलिस (file)
– फोटो : पुलिस एक्स
मुरादाबाद में विभिन्न अवसरों पर छोटे-बड़े 125 से ज्यादा जुलूस निकाले जाते हैं। इसमें त्योहारों और जयंतियों पर निकाले जाने वाले संस्थाओं के जुलूस शामिल हैं। इसके अलावा राजनीतिक दलों की रैलियां और संस्थाओं के स्थापना दिवस पर कुछ जुलूस निकाले जाते हैं। यह जुलूस मिश्रित आबादी के बीच से गुजरते हैं। पूर्व में कई जुलूसों केे समय छोटी-बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं।
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मुरादाबाद में गश्त करती पुलिस
– फोटो : पुलिस
ऐसे में इन घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए प्रशासन अलर्ट रहता है। त्योहारों और जुलूसों के दाैरान शहर में अमन चैन बनाए रखने के लिए प्रशासन समय-समय पर धारा 144 लागू करता है। 28 मई 2024 से 28 मई 2025 के बीच छह बार ऐसे माैके आए, जब शहर में धारा 144 लागू की गई।
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गश्त करती मुरादाबाद पुलिस
– फोटो : संवाद
इनकी अवधि 48 से 59 दिन रही। साल के 366 दिनों में सिर्फ 37 दिन ही ऐसे रहे, जब शहर में किसी हिंसा या बवाल का खतरा नहीं रहा। यह 37 दिन बिना धारा 144 के गुजरे। फिलहाल बकरीद को देखते हुए शहर में सात जून तक धारा 144 लागू की गई है।
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गश्त करती मुरादाबाद पुलिस
– फोटो : पुलिस
28 मई 2024 से 28 मई 2025 तक कब-कब लगी धारा 144