सेना, अंतरिक्ष, राजनीति में बेटियों की बढ़ती भागीदारी देख परिजन भी इनकी शिक्षा का महत्व समझने लगे हैं। जागरूकता बढ़ी तो माता-पिता भी बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाने में कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अब हाल ये है कि डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में स्नातक करने में बेटियां ज्यादा हैं। दीक्षांत समारोह में भी पदक पाने वालों में भी बेटियों ने बेटों को पछाड़ दिया है। छात्रों के मुकाबले करीब तीन गुना छात्राओं को पदक मिलेंगे।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि स्नातक के 57,519 विद्यार्थियों को दीक्षांत समारोह में डिग्री दी जाएंगी। इनमें छात्राओं की संख्या 29,919 और छात्रों की संख्या 27,600 है। इस तरह से 2,319 छात्राएं अधिक हैं। पदक की बात करें तो इसमें भी बेटियां ही आगे हैं। 20 अगस्त को होने वाले 91वें दीक्षांत समारोह में 117 पदक दिए जाएंगे। 56 छात्राओं को 77 पदक और 21 छात्रों को 40 पदक मिलेंगे। इस तरह से स्नातक करने और पदक पाने वालों में बेटियां ही आगे हैं।
डीलिट-डीएससी की नहीं मिलेगी डिग्री
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि दीक्षांत समारोह में इस बार डीलिट और डीएससी की डिग्री नहीं मिलेगी। इनमें किसी ने आवेदन नहीं किया था। इससे पहले एमफिल पाठ्यक्रम बंद होने से इनकी भी डिग्री नहीं दी जा रही है। इन पाठ्यक्रम का संचालन बंद हो गया है। समारोह में स्नातक के 57,519 छात्रों और 129 शोधार्थियों को पीएचडी की डिग्री मिलेगी। समारोह में 77 मेधावियों को 117 पदक दिए जाएंगे।
57,519: विद्यार्थी हैं स्नातक में उत्तीर्ण।
29,919: छात्राएं हुई हैं उत्तीर्ण।
27,600: छात्र हुए हैं उत्तीर्ण।
117: मेडल वितरण होंगे समारोह में।
56: छात्राओं को मिलेंगे मेडल।
21: छात्रों को मिलेंगे मेडल।