
वायु प्रदूषण (प्रतीकात्मक तस्वीर)
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कानपुर नगर निगम की तरफ से कराए गए कार्यों से बीते दो वर्षों में शहर में वायु प्रदूषण के स्तर में 25 प्रतिशत से ज्यादा गिरावट आई है। चालू वित्तीय वर्ष में गुड-डे भी बढ़कर 235 हो गए हैं। एक महीने बाद इनमें और वृद्धि की संभावना है। वहीं, वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए नगर निगम ने प्रस्तावित कार्यों का एस्टीमेट तैयार किया है। हालांकि इन कार्यों की स्वीकृति के लिए 15वें वित्त की बैठक का इंतजार हो रहा है।
स्वीकृति न मिलने से न टूटी सड़कें, फुटपाथ बन पा रहे हैं और न ही हरियाली बढ़ पा रही है। देश के सर्वाधित प्रदूषित शहरों में शामिल रहे इस शहर को वायु प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए धन आवंटित करने के साथ ही पीएम-10 को हर साल 15 प्रतिशत घटाने और गुड-डे की संख्या 15 प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य दिया गया है।
गुड-डे उस दिन को कहते हैं, जिस दिन प्रदूषण की मात्रा 200 एक्यूआई से नीचे रहती है। नगर निगम के रिकॉर्ड के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2022-23 में पीएम-10 127 माइक्रो ग्राम प्रति मीटर क्यूब था। जो इस साल में घटकर 107.95 के स्तर पर आ गया। इस प्रकार इसमें 25 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
इससे पहले वित्तीय वर्ष 2021-22 में पीएम-10 156 माइक्रो ग्राम प्रति मीटर क्यूब था, जिसे वित्तीय वर्ष 2022-23 में घटाकर 132 करने का लक्ष्य था। इसी तरह बीते वित्तीय वर्ष 2022-23 में 247 गुड-डे दर्ज किए गए जो वित्तीय वर्ष 2021-22 से 35 प्रतिशत ज्यादा थे। चालू वित्तीय वर्ष में नवंबर तक के रिकाॅर्ड के अनुसार 235 गुड-डे हो चुके हैं।
