पीलीभीत के पूरनपुर के मोहल्ला हबीबगंज में घर के बाहर खड़े गांजा की पत्ती रगड़ने से मना करने पर नशेड़ी दो युवकों ने महिला की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। बचाने आई पुत्री पर भी हमला करने की कोशिश की। दिनदहाड़े हुई घटना से सनसनी फैल गई। सूचना पर एसपी ने मौका मुआयना कर घटना की जानकारी जुटाई। आरोपियों की धरकपड़ के लिए पुलिस के अलावा एसओजी और सर्विलांस की टीम को लगाया गया है। पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
घटना मोहल्ला हबीबगंज के समीप कारगिल पेट्रोल पंप के पास स्थित बाग की है। मोहल्ला निवासी ऊषा देवी (45 वर्ष) पत्नी हरीशंकर अपनी उसकी पुत्री सपना के साथ घर से करीब चार सौ मीटर दूर बाग में बकरी चराने गई थी। सपना ने बताया कि बाग में मोहल्ले के दो युवक नशा करने के लिए गांजा की पत्तियों को हाथ से रगड़ रहे थे। इसका मां ने विरोध किया। इस पर एक युवक ने उसकी मां की पीठ पर ईंट मार दी।
सपना ने बताया कि मां की चीख पर आगे बढ़ी तो दोनों युवकों ने मां पर चाकू से ताबड़तोड़ प्रहार कर दिए। विरोध करने पर हत्यारोपियों ने उस पर भी हमला करने की कोशिश की। उसने भागकर अपनी जान बचाई। वहीं घायल मां घटनास्थल से भागकर करीब सौ मीटर दूर जाकर जमीन पर गिर गई। एंबुलेंस से ऊषा देवी को सीएचसी लाया गया। जहां कुछ देर बाद उनकी मौत हो गई।
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सीएचसी में जांच करती थी फील्ड यूनिट टीम
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पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया
सूचना पर कोतवाल सतेंद्र सिंह, सीओ प्रगति चौहान पहुंचे। कुछ देर बाद एसपी अभिषेक यादव और एएसपी विक्रम दहिया भी सीएचसी पहुंचे। एसपी ने कोतवाल और ऊषा के पुत्रों से घटना की जानकारी की। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम को भेज दिया। मुख्य हत्यारोपी के भाई सहित दो को पुलिस ने पूछताछ को हिरासत में लिया है। फील्ड यूनिट की टीम ने सीएचसी और घटना स्थल पहुंचकर साक्ष्य जुटाए।
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एसपी अभिषेक यादव
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एसपी अभिषेक यादव ने बताया कि मोहल्ले के ही दो लड़कों के हत्या में नाम सामने आए हैं। हत्यारोपियों की गिरफ्तारी को टीमें गठित की गई हैं। गांजा की पत्ती को रगड़ने से मना करने पर घटना होना पाया गया है। हत्यारोपी घटना के समय नशे में थे या नहीं। यह भी जांच का विषय है।
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विलाप करते ऊषा के परिजन
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घटना के बाद परिजन में मचा कोहराम
ऊषा देवी और हरीशंकर के तीन पुत्र और दो पुत्रियां है। सबसे बड़ा पुत्र श्रीपाल और महेंद्र दुकानों पर नौकरी करते हैं। जबकि सबसे छोटा पुत्र विक्रम पिता के साथ खेती में हाथ बंटाता है। श्रीपाल की शादी हो चुकी है। दो पुत्रियों में शकुंतला की शादी हो चुकी है। सपना अविवाहित है। आंखों के सामने मां की हत्या देख सपना बदहवास है।