पांच साल पहले पीलीभीत जिला अस्पताल के कोविड वार्ड से फरार हुआ बदायूं का शातिर हत्यारोपी शशांक बजाज उर्फ शेलू आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। एसटीएफ नोएडा और पीलीभीत कोतवाली पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर 50 हजार के इनामी शशांक को पंजाब के लुधियाना जिले के कस्बा साहनेवाला से गिरफ्तार कर लिया। यहां लाने के बाद कोतवाली पुलिस ने कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
शशांक मूल रूप से बदायूं की कोतवाली क्षेत्र के गांव जोगीपुरा में पनवाड़ी शिव मंदिर के पास का रहने वाला है। मंगलवार को एएसपी विक्रम दहिया ने प्रेसवार्ता में बताया गया कि शशांक बजाज और उसके पिता देशदीपक बजाज ने वर्ष 2015 में बदायूं के मेंथा कारोबार में विवाद के कारण व्यापारी सुभाषचंद्र शर्मा की हत्या कर दी थी। घटना के बाद आरोपी पिता-पुत्र भाग गए थे। पुलिस ने उन्हें देहरादून में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था।
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शशांक को बदायूं जेल में निरुद्ध किया गया था, लेकिन अनुशासनहीनता के चलते वर्ष 2018 में उसे पीलीभीत जेल स्थानांतरित कर दिया गया। सितंबर 2020 में शशांक को कोरोना होने पर जिला महिला अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती कराया गया। वह 26 सितंबर की रात को पुलिसकर्मियों को चकमा देकर खिड़की से कूदकर फरार हो गया था। उसकी गिरफ्तारी न होने पर आईजी रेंज ने उस पर 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया था।