सतांव (रायबरेली)। मां के साथ सो रहे तीन वर्षीय मासूम को उसका चाचा चारपाई से उठा ले गया। फिर उसे मार डाला। आरोपी चाचा ने पहले भतीजे को नीम के पेड़ से रगड़ा और फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। भतीजे की हत्या के बाद चाचा फिर चारपाई पर जाकर सो गया।
परिजन बच्चे की हत्या पर विलाप कर रहे थे और चाचा घर में बैठा था। वारदात की जानकारी पर पुलिस अफसरों ने पहुंचकर पड़ताल की। पुलिस का दावा है कि आरोपी चाचा मानसिक रूप से बीमार है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह दिल दहलाने वाली घटना मंगलवार भोर चार बजे गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र के चंदवल गांव में हुई। गांव निवासी सुमित कुमार की पत्नी पूनम सोमवार रात दो मासूम बेटे संदीप (5), अंकुश (3) के साथ घर में सो रही थी। पूनम का देवर व अंकुश का चाचा अनुज सुबह चार बजे के करीब उठा और अंकुश को उसकी मां के बगल से सोते हुए उठा ले गया। घर के बगल से निकले रास्ते में लगे नीम के पेड़ से मासूम को रगड़ दिया। इसमें उसका एक पैर टूट गया। गला दबाकर उसको मौत के घाट उतार दिया। चाचा ने भतीजे अंकुश की हत्या के बाद उसका शव वहीं रास्ते पर फेंक दिया और फिर लेट गया।
सुबह मां पूनम की जब नींद खुली तो अंकुश को तलाशने लगी। बाहर नाली में अपने कलेजे के टुकड़े का शव देख वह दहाड़े मार कर रोने लगी। थोड़ी देर में पूरे गांव के लोग इकट्ठा हो गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आरोपी अनुज को दबोच कर थाने ले गई।
अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा ने फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंच कर साक्ष्य एकत्र किए। मासूम की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
एएसपी ने बताया कि चाचा ने ही भतीजे की हत्या की है। आरोपी चाचा के मानसिक रूप से बीमार होने की बात सामने आई है। फिलहाल आरोपी चाचा से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली जा रही है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया।
परिवार के साथ रहता था आरोपी
आरोपी अनुज परिवार के साथ ही रहता था। परिवार में आरोपी की मां सुमन, पिता श्रवण कुमार, भाभी पूनम व अपने दो भाई सुमित कुमार तथा अनूप कुमार हैं। आरोपी के दोनों भाई बाहर भट्ठे में मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं। घटना के दिन दोनों भाई बाहर थे।
काम के लिए दो वर्ष पहले मुंबई गया था आरोपी
आरोपी के बड़े भाई सुमित की पत्नी पूनम ने बताया कि अनुज दो वर्ष पहले रोजगार की तलाश में मुंंबई गया था। वहां से लौटने के बाद वह मानसिक रूप से बीमार हो गया था। अनुज घर पर रोज झगड़ा करता था। इसको लेकर कहासुनी हुआ करती थी, लेकिन बेटे की हत्या वाले दिन उससे कोई बात नहीं हुई थी। फिर भी उसने बेटे को मार डाला।