Muzaffarnagar/मुजफ्फरनगर मुजफ्फरनगर जिले में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए शातिर गौकशों (cattle killers) के एक गिरोह को धर दबोचा। यह गिरफ्तारी पुलिस द्वारा की गई मुठभेड़ के दौरान हुई, जिसमें तीन आरोपियों को गोली लगी और वे गिरफ्तार हो गए। पुलिस ने इस मुठभेड़ में काफी मात्रा में अवैध शस्त्र, गोवंश, और गौकशी के उपकरण बरामद किए हैं। इस मुठभेड़ में पुलिस टीम की जान को खतरा था, लेकिन सूझबूझ से पुलिस ने इन बदमाशों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।
यह मुठभेड़ पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG)/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) श्री अभिषेक सिंह के निर्देशन में और पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत के निकट पर्यवेक्षण में की गई। इस अभियान में क्षेत्राधिकारी नगर/सदर राजू कुमार साव और प्रभारी निरीक्षक थाना खालापार महावीर सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए एक खास रणनीति अपनाई, जिससे शातिर अपराधियों का पर्दाफाश किया गया।
गौकशी के मामलों में बढ़ोतरी, पुलिस ने कड़ा रुख अपनाया
मुजफ्फरनगर जिले में गौकशी की घटनाएं पिछले कुछ समय से बढ़ी हैं। ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया था। 24 और 25 जनवरी की रात को पुलिस को एक मुखबिर से सूचना मिली कि शामली रोड के वहलना कट फ्लाईओवर के पास गौकशी की जा रही है। जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और बदमाशों को घेरने की कोशिश की।
जब बदमाशों ने खुद को घिरा हुआ देखा, तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। यह फायरिंग पुलिस की जान को खतरे में डाल सकती थी, लेकिन पुलिस ने अपनी जान की परवाह किए बिना सूझबूझ से जवाबी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में तीन बदमाश घायल हो गए, जबकि दो अन्य को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया।
शातिर बदमाशों के खिलाफ की गई बड़ी कार्रवाई
मुठभेड़ में घायल बदमाशों के कब्जे से पुलिस ने तीन गोवंश, गोकशी करने के उपकरण, पांच मोबाइल फोन, एक बुलेट मोटरसाइकिल, एक स्कूटी, एक मारूति एसएक्स-04 कार, और अवैध शस्त्र बरामद किए हैं। पुलिस ने घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा, और उनकी चिकित्सा की व्यवस्था की गई। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शादाब उर्फ चिड़ा, मन्शाद उर्फ सोना, वसार, रिजवान उर्फ रिज्जू, और इकरार उर्फ कालिया कुरैशी शामिल हैं।
इनमें से शादाब और मन्शाद पहले से ही पुलिस की गिरफ्त से फरार थे और विभिन्न अपराधों में वांछित थे। शादाब और मन्शाद के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से कुछ मामले थाना खालापार और कैराना में भी चल रहे थे। पुलिस ने इन अपराधियों को पकड़कर एक बड़ी सफलता हासिल की है।
पुलिस टीम की साहसिक कार्रवाई और सुरक्षा
पुलिस की यह कार्रवाई कई मायनों में महत्वपूर्ण रही। पुलिस टीम ने अपराधियों से खुद को बचाते हुए अपनी जान की परवाह किए बिना जवाबी फायरिंग की और अपराधियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उ0नि0 लोकेश कुमार गौतम, उ0नि0 मोहित कुमार, रमित यादव, है. का. अजय कुमार, मौ. वकार, शिवओम भाटी, का. विनोद कुमार, राहुल कुमार, गवेन्द्र राणा, और जितेंद्र कुमार शामिल थे।
अगामी कार्रवाई और भविष्य की रणनीति
अब पुलिस इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों का पता लगाया जा सके। पुलिस की योजना है कि इस गिरोह के नेटवर्क को और भी गहरे तक खंगाला जाए और उन तक पहुंचने के लिए एक ठोस रणनीति बनाई जाए। पुलिस ने यह भी ऐलान किया है कि गौकशी से जुड़े सभी अपराधियों को पकड़ने के लिए उनका अभियान जारी रहेगा और उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
जिले में बढ़ रही गौकशी की घटनाओं पर चिंता
गौकशी की घटनाएं जिले में एक गंभीर समस्या बन गई हैं। यह न केवल कानून-व्यवस्था के लिए खतरे की घंटी है, बल्कि समाज में अशांति भी पैदा कर रही है। पुलिस प्रशासन ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए कड़े कदम उठाए हैं। गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से विभिन्न जिलों में गौकशी की घटनाएं सामने आई हैं और पुलिस इन अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है।
पुलिस प्रशासन के कड़े कदम
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी ऐसे अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस ने गौकशी को लेकर पूरी ताकत से अभियान चलाने का फैसला लिया है ताकि इस प्रकार के अपराधों पर पूरी तरह से काबू पाया जा सके।