Muzaffarnagar जनपद में अवैध पटाखों के जाल पर पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। थाना कोतवाली नगर पुलिस ने एक ऐसे गोदाम पर छापा मारा जहाँ करीब 465 किलोग्राम अवैध पटाखे विभिन्न ब्रांडों में भरे पड़े थे, जिनकी कीमत करीब 10 लाख रुपये आंकी गई है। यह अभियान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) के निर्देशन और पुलिस अधीक्षक नगर (SP City) के निकट पर्यवेक्षण में संचालित हुआ।
इस छापेमारी के दौरान पुलिस ने एक व्यक्ति अनमोल बिंदल पुत्र विपिन बिंदल निवासी कृष्णापुरी थाना कोतवाली नगर मुजफ्फरनगर को हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी इस भारी मात्रा में पटाखों को खांजापुर क्षेत्र में अवैध रूप से बेचने की तैयारी में था।
🚨 मुखबिर की सूचना बनी कार्रवाई की कुंजी
यह कार्रवाई पुलिस को एक विश्वसनीय मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर की गई। मुखबिर ने बताया कि नमकीन की फैक्ट्री के बगल वाले खाली गोदाम में बड़ी मात्रा में पटाखे छिपाकर रखे गए हैं। सूचना की पुष्टि के बाद टीम ने फौरन मौके पर पहुंचकर छापा मारा और गोदाम से अवैध पटाखों का जखीरा बरामद किया।
बरामदगी में शामिल ब्रांडों में ‘Standard Fireworks’, ‘Ajanta’, ‘Sri Ram Fireworks’ जैसे नाम शामिल बताए जा रहे हैं। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि ये पटाखे कहाँ से लाए गए, किस नेटवर्क के माध्यम से वितरित किए जा रहे थे, और क्या इसके पीछे किसी बड़े गिरोह का हाथ है।
🔥 त्योहारों से पहले बड़ी जब्ती — पुलिस की सजगता पर सवाल भी उठे
त्योहारों के मौसम में पटाखों की बिक्री अपने चरम पर होती है। ऐसे में पुलिस की यह कार्रवाई संभावित दुर्घटनाओं को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। हालांकि, कुछ स्थानीय लोगों का यह भी कहना है कि इस तरह के गोदाम लंबे समय से सक्रिय हैं और यदि पुलिस पहले ही सख्त होती तो ये कारोबार फलता-फूलता नहीं।
फिर भी, यह कार्रवाई पुलिस की सतर्कता और तेज सूचना तंत्र का प्रमाण है। अधिकारियों ने साफ किया है कि “किसी भी कीमत पर अवैध भंडारण या बिक्री को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
💣 विस्फोटक सामग्री अधिनियम के तहत मामला दर्ज
पुलिस ने आरोपी अनमोल बिंदल के खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1884 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही, यह भी जांच की जा रही है कि क्या उसने इन पटाखों को लाइसेंसधारी दुकानदारों को बेचने का प्रयास किया था या खुद के स्तर पर रिटेल बिक्री की तैयारी कर रहा था।
थाना कोतवाली नगर की टीम में उपनिरीक्षक धीरेन्द्र प्रताप सिंह, कांस्टेबल अरविन्द और विधाराम शामिल रहे जिन्होंने यह कार्रवाई अंजाम दी।
💥 अवैध पटाखों से संभावित खतरे — जानिए क्यों खतरनाक है ये कारोबार
पटाखों में इस्तेमाल होने वाले रासायनिक पदार्थ जैसे पोटेशियम नाइट्रेट, सल्फर, एल्युमिनियम पाउडर आदि अत्यंत विस्फोटक होते हैं। बिना अनुमति भंडारण करने पर आग लगने, विस्फोट और जनहानि का गंभीर खतरा बना रहता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि 100 किलो से अधिक पटाखे बंद कमरे में रखने से ऑक्सीजन की सांद्रता बदल जाती है जिससे अचानक ब्लास्ट की संभावना बढ़ जाती है।
इसलिए सरकार और पुलिस दोनों लगातार अपील कर रहे हैं कि कोई भी व्यक्ति बिना लाइसेंस के पटाखों का भंडारण न करे।
🔥 अवैध कारोबार की जड़ें — कहाँ से आते हैं ये पटाखे?
जांच एजेंसियों के अनुसार, तमिलनाडु के सिवाकासी से देशभर में बड़ी मात्रा में पटाखे भेजे जाते हैं। इनमें से कई व्यापारी बिना उचित लाइसेंस के ये माल उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली और पंजाब तक पहुंचाते हैं।
स्थानीय स्तर पर कुछ कारोबारी छोटे गोदाम किराए पर लेकर इन्हें स्टोर करते हैं और फिर छोटे दुकानदारों को वितरित करते हैं। यह नेटवर्क त्योहारों के मौसम में बेहद सक्रिय हो जाता है।
👮♂️ पुलिस का सख्त संदेश — “शहर में अब कोई छूट नहीं”
एसएसपी ने कहा कि “मुजफ्फरनगर में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है। जो भी व्यक्ति या व्यापारी इस तरह के कार्य में लिप्त पाया गया, उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
इसके साथ ही शहर में निरीक्षण टीमों की संख्या बढ़ा दी गई है ताकि अन्य जगहों पर भी ऐसे गोदामों का पता लगाया जा सके।
🎇 जनता से अपील — सुरक्षित व पर्यावरण अनुकूल दीपावली मनाएं
अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि वे लाइसेंस प्राप्त दुकानों से ही पटाखे खरीदें और ग्रीन पटाखों का उपयोग करें जो पर्यावरण के लिए अपेक्षाकृत कम हानिकारक होते हैं।
साथ ही बच्चों को पटाखों से दूर रहने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की सलाह दी गई है।
🔥 कार्रवाई के बाद माहौल — शहर में चर्चा का विषय बना मामला
इस कार्रवाई के बाद मुजफ्फरनगर में चर्चा है कि क्या और भी ऐसे गोदाम सक्रिय हैं? कुछ लोगों का मानना है कि यह तो सिर्फ “बर्फ के पहाड़ की चोटी” है, और आने वाले दिनों में और बड़ी गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं।
व्यापारिक हलकों में भी हड़कंप है क्योंकि पुलिस अब सभी थोक और खुदरा विक्रेताओं के लाइसेंस की जांच कर रही है।
🕵️♀️ आने वाले दिनों में हो सकती हैं और गिरफ्तारियाँ
सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने अनमोल बिंदल से पूछताछ के दौरान कई नाम सामने आए हैं जो इस नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। अब जांच दल उन सभी व्यक्तियों की कॉल डिटेल्स और वित्तीय लेन-देन की जांच कर रहा है ताकि पूरे तंत्र का पर्दाफाश किया जा सके।
मुजफ्फरनगर पुलिस की इस कार्रवाई ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब अवैध पटाखों के कारोबारियों पर शिकंजा कस चुका है। त्योहारों के मौके पर सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए यह एक सराहनीय कदम है। नागरिकों को भी चाहिए कि वे जिम्मेदारी दिखाएं और ऐसे किसी भी अवैध कार्य की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
