मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar) । जिले में थाना खालापार पुलिस द्वारा एक बड़ी सफलता हासिल की गई है, जहां 22 किलो अवैध गांजा के साथ तीन शातिर तस्करों को धर दबोचा गया। इस गिरफ्तारी के साथ ही दो लग्जरी गाड़ियां — एम.जे. हैक्टर और मारुति स्विफ्ट डिजायर — तथा तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए गए हैं। पकड़े गए अभियुक्तों की पहचान मनोज पुत्र मांगेराम निवासी पल्लवपुरम मेरठ, ललित पुत्र राजेन्द्र निवासी डॉगरोल,कॉधला, और मनोज पुत्र सूबे सिंह निवासी कांधला के रूप में हुई है।
खुफिया सूचना और पुलिस का जाल: शामली रोड बना जाल में फंसाने का अड्डा
थाना खालापार के पुलिस अधिकारी महावीर सिंह चौहान के नेतृत्व में गठित टीम ने एक रणनीतिक योजना के तहत शामली रोड पर फ्लाईओवर के नीचे संदिग्ध गाड़ियों की चेकिंग शुरू की। दो गाड़ियों की संदिग्ध स्थिति देखकर पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी की और तीनों अभियुक्तों को मौके पर ही दबोच लिया।
तस्करी की कहानी: गांजे के सौदागर और उनका नेटवर्क
पूछताछ में अभियुक्तों ने स्वीकारा कि वे लंबे समय से गांजे की तस्करी में लिप्त हैं। ये लोग अलग-अलग इलाकों में जाकर गांजा बेचते थे और जो भी मुनाफा होता, उसे आपस में बांट लेते थे। तस्करों का ये नेटवर्क मेरठ, शामली और मुज़फ्फरनगर के कई हिस्सों में सक्रिय है।
तकनीकी साधनों की मदद से तस्करी, लेकिन पुलिस से नहीं बच सके
अभियुक्तों के पास से एक इलेक्ट्रॉनिक कॉटा (तोलने की मशीन) भी बरामद हुआ, जिससे यह स्पष्ट है कि वे गांजे को तौलकर निर्धारित मात्रा में ग्राहकों को बेचते थे। साथ ही, उनके पास से बरामद मोबाइल फोनों से उनके संपर्क सूत्रों और अन्य सहयोगियों का भी सुराग मिलने की उम्मीद है।
पुलिस टीम की सराहना, SSP और SP देहात भी रहे मौजूद
इस बड़ी कार्रवाई के दौरान पुलिस लाइन स्थित यातायात सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में नवागत एसएसपी संजय कुमार वर्मा, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, एसपी देहात आदित्य बंसल, सीओ सिटी राजू कुमार साहू तथा थाना खालापार के इंस्पेक्टर महावीर सिंह चौहान मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने पुलिस टीम की मुस्तैदी और प्रोफेशनलिज़्म की खुलकर सराहना की।
गिरफ्तारी में शामिल टीम में विकास सिंघल (चौकी प्रभारी, वहलना), सब इंस्पेक्टर लोकेश गौतम, हेड कांस्टेबल शिवओम भाटी, अनिल कुमार, मौ. वकार, निखिल कुमार, राहुल कुमार, मनोज कुमार, यश कुमार और गवेन्द्र सिंह की सक्रिय भागीदारी रही।
प्रदेश में लगातार बढ़ रही है गांजा तस्करी, SSP ने दिए सख्त निर्देश
उत्तर प्रदेश में गांजे और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है। SSP संजय वर्मा ने प्रेस वार्ता में स्पष्ट किया कि नशे के अवैध व्यापार के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई गई है और आने वाले दिनों में ऐसी कार्रवाइयों की संख्या और तेज की जाएगी।
गांजे की खेप और उसकी कीमत, पुलिस की अगली कार्रवाई
बरामद 22 किलो गांजे की बाज़ार में कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। पुलिस इस खेप के स्रोत और डिलीवरी प्वाइंट्स की गहन जांच कर रही है। साथ ही, जिन गाड़ियों का उपयोग तस्करी में किया गया, उन्हें भी सीज़ कर दिया गया है।
आखिरी नहीं, ये तो शुरुआत है – SSP का सख्त संदेश
SSP संजय वर्मा ने स्पष्ट कहा कि यह कार्रवाई महज एक शुरुआत है। “जनपद में नशे के व्यापार को जड़ से खत्म करना है। जो भी व्यक्ति या गिरोह इस अवैध धंधे में लिप्त पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।”
गांजा तस्करी पर लगाम – लेकिन ज़रूरत है जन-सहभागिता की
इस तरह की अवैध गतिविधियों को पूरी तरह समाप्त करने के लिए सिर्फ पुलिस की नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की भागीदारी ज़रूरी है। अगर स्थानीय लोग पुलिस को समय रहते सूचना दें, तो ऐसी घटनाओं पर और प्रभावी तरीके से अंकुश लगाया जा सकता है।