Muzaffarnagar जिले में एक सनसनीखेज घटना में थाना छपार पुलिस ने टोल प्लाजा डिप्टी मैनेजर अरविंद पांडेय हत्या कांड के तीन आरोपियों को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। इस मुठभेड़ में दो आरोपी गोली लगने से घायल हो गए। पुलिस ने मौके से अवैध हथियार, दो मोबाइल फोन, एक डंडा और घटना में प्रयुक्त अर्टिगा कार बरामद की है।
पुलिस की रणनीतिक कार्रवाई और वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी
यह पूरी कार्रवाई अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन और पुलिस उपमहानिरीक्षक सहारनपुर परिक्षेत्र के निर्देशन में की गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा, पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत, और क्षेत्राधिकारी सदर डॉ. रवि शंकर की देखरेख में थाना प्रभारी गजेन्द्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने यह सफलता हासिल की।
कैसे हुआ था विवाद और हत्या का मामला शुरू?
मामला टोल प्लाजा पर ड्यूटी को लेकर विवाद से शुरू हुआ था। टोल प्लाजा डिप्टी मैनेजर अरविंद पांडेय, जो मूल रूप से चंदौली जिले के फूलपुर प्रसादपुर गांव के निवासी थे, की टोल कर्मचारियों के साथ बहस हुई। घटना के अगले ही दिन टोलकर्मी उनके कमरे पर पहुंचे और मारपीट करते हुए उन्हें अपने साथ कार में बैठाकर ले गए।
इसी दौरान टोल प्लाजा मैनेजर मुकेश चौहान के साथ भी मारपीट की गई। बाद में थाना छपार पुलिस को 19 सितंबर की शाम को मेरठ के थाना जानी क्षेत्र में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली, जो बाद में अरविंद पांडेय के रूप में पहचाना गया। पुलिस ने मामले में हत्या की धाराएं जोड़कर टीमों का गठन किया।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना और एनएच-58 पर मुठभेड़
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपी उसी अर्टिगा कार से एनएच-58 की ओर आने वाले हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम पानीपत-खटीमा बाईपास पुल के नीचे नाकाबंदी कर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग करने लगी। कुछ देर बाद एक अर्टिगा कार दिखाई दी।
पुलिस ने टॉर्च से रुकने का इशारा किया, लेकिन आरोपियों ने गाड़ी को हाईवे से नीचे कच्चे रास्ते पर उतार लिया। पीछा करने पर गाड़ी गीली मिट्टी में फंस गई। आरोपियों ने पुलिस टीम पर जानलेवा फायरिंग की, लेकिन पुलिस ने जवाबी फायरिंग करते हुए उन्हें काबू कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी और बरामद सामान
पुलिस ने मुठभेड़ के बाद शुभम उर्फ मनी (निवासी मोहम्मदपुर राय सिंह थाना भोराकलां, मुजफ्फरनगर – घायल),
शेखर (निवासी सिरौही थाना गुलावठी, बुलंदशहर – घायल),
और प्रदीप कुमार (निवासी आदर्श नगर कालौनी, थाना गुलावठी, बुलंदशहर) को गिरफ्तार किया।
उनके कब्जे से दो तमंचे, जिंदा व खोखे कारतूस, दो मोबाइल फोन, एक डंडा और अर्टिगा कार नंबर UP-14-LT-2234 बरामद की गई।
आरोपियों का कबूलनामा – बदले की भावना में की हत्या
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ड्यूटी पर देरी से पहुंचने पर डिप्टी मैनेजर और मैनेजर ने उनके साथ अभद्रता की थी। इसी बात का बदला लेने के लिए उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर पहले मारपीट की और बाद में डिप्टी मैनेजर का अपहरण कर हत्या कर दी, और शव मेरठ में फेंक दिया।
पुलिस टीम की सराहना और प्रशासन की सख्ती
इस एनकाउंटर में थाना प्रभारी गजेन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक दीपक कुमार, राहुल कुमार, शुभम त्यागी, रजत कुमार, सत्यप्रकाश यादव, राहुल कुमार वर्मा, कांस्टेबल कैलाश कुमार और सोहनवीर की टीम शामिल रही। वरिष्ठ अधिकारियों ने टीम की सराहना की और कहा कि अपराधियों के खिलाफ इसी तरह सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया – पुलिस की कार्रवाई पर संतोष
टोल प्लाजा के आसपास के ग्रामीणों और स्थानीय लोगों ने पुलिस कार्रवाई पर संतोष जताया है। लोगों का कहना है कि इस तरह की त्वरित कार्रवाई से अपराधियों में डर पैदा होगा और आम नागरिकों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा।
अगली कार्रवाई – चार्जशीट और कोर्ट में पेशी की तैयारी
थाना छपार पुलिस ने बताया कि आरोपियों को उपचार के बाद न्यायालय में पेश किया जाएगा। उनके खिलाफ हत्या, अपहरण, अवैध शस्त्र अधिनियम और अन्य गंभीर धाराओं में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
📢 मुजफ्फरनगर पुलिस का कहना है कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। यह मुठभेड़ अपराधियों को सख्त संदेश है कि कानून के खिलाफ जाने वालों को न्याय का सामना करना ही पड़ेगा।
