Muzaffarnagar जनपद में युवाओं को नशे की गिरफ्त से बचाने और अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर प्रहार करने के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन सवेरा’ को एक बड़ी सफलता मिली है। थाना भोपा पुलिस की एक सक्रिय टीम ने सोमवार को एक शातिर नशा तस्कर को उसके घर के पास ही धर दबोचा। इस दौरान उसके कब्जे से 140 ग्राम चरस बरामद किया गया, जिसका बाजार में लाखों रुपये का अवैध कारोबार किया जाता है। गिरफ्तार अभियुक्त एक पूर्ववर्ती अपराधी है जो नशे का जाल बिछाकर युवाओं का भविष्य बर्बाद करने में लगा हुआ था।
उच्चस्तरीय निर्देशन में चल रहा है अभियान
इस बड़ी कार्यवाही की सफलता के पीछे उच्च पुलिस अधिकारियों का सटीक निर्देशन और सतत पर्यवेक्षण रहा। इस ऑपरेशन को अपर पुलिस महानिदेशक, मेरठ जोन, मेरठ और पुलिस उपमहानिरीक्षक, सहारनपुर परिक्षेत्र, सहारनपुर के निर्देशों के अनुरूप अंजाम दिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, मुजफ्फरनगर, श्री संजय कुमार वर्मा के पर्यवेक्षण में और पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्री आदित्य बंसल के मार्गदर्शन में यह कार्यवाही पूरी हुई। क्षेत्राधिकारी भोपा और थाना प्रभारी भोपा ने इस ऑपरेशन की सीधे कमान संभाली, जिससे पूरी टीम को सफलता पाने में मदद मिली।
चैकिंग के दौरान शक के आधार पर किया गिरफ्तार
मामले की जानकारी देते हुए थाना भोपा के अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन सवेरा के तहत चल रही नियमित गश्त और चौकसी के दौरान पुलिस की नजर एक संदिग्ध व्यक्ति पर पड़ी। थाना क्षेत्र के एक ग्रामीण इलाके में पैदल गश्त कर रही पुलिस टीम ने उसे देखते ही उसकी हरकतों और चाल-ढाल पर शक जताया। जैसे ही पुलिस टीम ने उसे रोककर उसकी तलाशी लेनी चाही, वह घबरा गया और भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन पुलिस ने उसे चप्पे-चप्पे में घेर कर गिरफ्तार कर लिया।
तलाशी में बरामद हुआ भारी मात्रा में चरस
अभियुक्त की गहन तलाशी लेने पर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। उसके कपड़ों से छिपाकर रखे गए एक पैकेट से 140 ग्राम उच्च गुणवत्ता वाला चरस बरामद किया गया। यह मादक पदार्थ एक पारदर्शी पॉलीथिन में अच्छी तरह से लपेटकर रखा गया था, जो इस बात का सबूत है कि अभियुक्त इस काले धंधे में पूरी तरह से पारंगत है और पुलिस से बचने के लिए हर तरकीब अपनाता है।
कौन है गिरफ्तार अभियुक्त? पूछताछ में खुलासा
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान पवन उर्फ पप्पन पुत्र रामसिंह, निवासी ग्राम गादला, थाना भोपा के रूप में हुई है। प्रारंभिक पूछताछ में अभियुक्त पवन ने कबूला कि वह लंबे समय से अवैध मादक पदार्थों की तस्करी और उनकी बिक्री के काले धंधे में संलिप्त है। उसने बताया कि वह सस्ते दामों पर बड़ी मात्रा में चरस और अन्य नशीले पदार्थों की खरीदारी करता है और फिर उसे मुजफ्फरनगर जनपद के विभिन्न इलाकों में युवाओं और ग्राहकों को ऊंचे दामों पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाता है। उसकी इस गतिविधि से पूरे इलाके के युवाओं का जीवन अंधकारमय हो रहा था।
पुलिस टीम ने दिखाई कुशलता, जारी है अग्रिम कार्यवाही
इस सफल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह, उपनिरीक्षक सतेन्द्र कुमार, इनवेस्टिगेशन ऑफिसर साजिद खान और हेड कांस्टेबल मेहराम अली का अहम योगदान रहा। इनकी सूझबूझ और सतर्कता से ही इस शातिर तस्कर को उसके अपराध के साथ पकड़ा जा सका। थाना भोपा पुलिस द्वारा अभियुक्त के खिलाफ नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट (एनडीपीएस एक्ट) के तहत मामला दर्ज करके अग्रिम विधिक कार्यवाही शुरू कर दी गई है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि अभियुक्त का नशे का यह सामान कहां से आया था और उसका पूरा नेटवर्क कौन-कौन है।
मुजफ्फरनगर पुलिस का यह सफल ऑपरेशन एक स्पष्ट संदेश देता है कि जनपद में नशे के कुत्सित कारोबार की बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऑपरेशन सवेरा जैसे अभियानों का उद्देश्य सिर्फ छोटे-मोटे अपराधियों को पकड़ना नहीं, बल्कि नशे की इस जंजीर में फंसे पूरे नेटवर्क को उखाड़ फेंकना है। इस गिरफ्तारी से पुलिस को अभियुक्त के संपर्कों और आपूर्ति श्रृंखला का पता लगाने में मदद मिलेगी, जिससे आने वाले दिनों में और भी बड़े खिलाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकेगी। पुलिस का यह प्रयास जारी रहेगा ताकि जनपद के युवाओं को नशे के अंधकार से बाहर निकालकर एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाया जा सके।
