Muzaffarnagar। एसडी कॉलेज एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक सोमांश प्रकाश का दिल्ली के एक प्रमुख अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। सोमांश प्रकाश की पहचान एक समर्पित राजनेता, समाजसेवी और नेकदिल इंसान के रूप में थी। उनकी मृत्यु से न केवल उनके परिवार बल्कि उनके समर्थकों, मित्रों और समाज के हर वर्ग में गहरा दुःख व्याप्त है।
सोमांश प्रकाश ने सोमवार की शाम को दिल्ली के अस्पताल में अंतिम सांस ली। जैसे ही उनके निधन की खबर फैली, उनके आवास पर लोगों का तांता लग गया। देर रात उनका पार्थिव शरीर मुजफ्फरनगर नई मंडी के वकील रोड स्थित उनके आवास पर लाया गया, जहां हज़ारों की संख्या में लोग उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए एकत्रित हुए।
अंतिम यात्रा: हज़ारों की भीड़ ने दी विदाई
मंगलवार की सुबह 11 बजे उनकी अंतिम यात्रा उनके वकील रोड स्थित आवास से प्रारंभ हुई। इस अंतिम यात्रा में हज़ारों लोगों ने भाग लिया और नई मंडी शमशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र निरंकार स्वरूप ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान लोगों ने अश्रुपूर्ण नेत्रों से उन्हें विदाई दी। यह दृश्य दिखाता है कि सोमांश प्रकाश का जीवन किस तरह से लोगों के दिलों में बसता था।
शामली और मुजफ्फरनगर से गहरा जुड़ाव
पूर्व विधायक सोमांश प्रकाश का जन्म जनपद शामली के बाबरी गांव में हुआ था। उनके पिता के नाम पर बाबरी में स्थित “लाला इन्द्रप्रकाश इंटर कॉलेज” स्थापित है, जो उनके परिवार की शिक्षा के प्रति समर्पण को दर्शाता है। सोमांश प्रकाश का अपने गांव से हमेशा गहरा जुड़ाव रहा। वे हर वर्ष दुर्गा मंदिर में होने वाले मेले का उद्घाटन करने के लिए बाबरी आते थे। इस प्रकार उनका अपने मूल स्थान से प्रेम और जुड़ाव हमेशा बरकरार रहा।
राजनीति में सोमांश प्रकाश का योगदान
सोमांश प्रकाश का राजनीतिक जीवन अत्यंत समर्पित और ईमानदारी से परिपूर्ण था। वे कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे और शामली जनपद के थानाभवन विधानसभा सीट से दो बार विधायक रहे। इसके अलावा, वे मुजफ्फरनगर की सदर विधानसभा सीट से भी विधायक बने। कांग्रेस पार्टी में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और मुजफ्फरनगर में 10 वर्षों तक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष के रूप में सेवा की।
उनकी राजनीति में छवि साफ-सुथरी रही और वे हमेशा सक्रिय रहते हुए जनहित के कार्यों में जुटे रहे। सोमांश प्रकाश को कांग्रेस पार्टी में एक ईमानदार, जुझारू और अनुशासित नेता के रूप में जाना जाता था। उनके इस योगदान के कारण पार्टी और समाज में उनकी प्रतिष्ठा हमेशा ऊंची रही।
सोमांश प्रकाश: एक समाजसेवी और उदार व्यक्तित्व
राजनीति के अलावा, सोमांश प्रकाश की पहचान एक समाजसेवी के रूप में भी थी। उन्होंने अपने जीवन के हर चरण में समाज के उत्थान के लिए कार्य किया। चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार हो या गरीबों की सहायता, सोमांश प्रकाश ने हमेशा आगे बढ़कर समाज सेवा की। उनके इस उदार स्वभाव और मददगार दृष्टिकोण के कारण वे समाज में बेहद लोकप्रिय थे।
मुजफ्फरनगर में स्थित तिकौला शुगर मिल के विस्तार और क्षेत्र के किसानों के कल्याण के लिए उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। वे हमेशा किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रयासरत रहे और उन्होंने सुनिश्चित किया कि किसानों को उनके उत्पादन का सही मूल्य मिले।
समाज में उच्च प्रतिष्ठा
सोमांश प्रकाश का व्यक्तित्व सिर्फ राजनीति तक सीमित नहीं था। वे समाज में एक उच्च प्रतिष्ठित व्यक्ति थे, जिनकी सभी वर्गों में समान रूप से प्रतिष्ठा थी। उनका जीवन सादगी और विनम्रता का प्रतीक था। उन्होंने हमेशा जरूरतमंदों की मदद की और समाज के प्रति अपने दायित्व को निभाया।
उनके निधन से समाज में एक ऐसी शून्यता पैदा हो गई है, जिसे भरना मुश्किल है। उनके जाने से न केवल राजनीति, बल्कि समाज सेवा के क्षेत्र में भी एक बड़ा नुकसान हुआ है।
शोक संवेदनाएं और श्रद्धांजलि
सोमांश प्रकाश के निधन पर कई प्रमुख हस्तियों ने शोक व्यक्त किया। उद्योगपति, व्यापारी, राजनीतिक नेता, समाजसेवी, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उनके निधन पर आयोजित शोक सभा में कांग्रेस, भाजपा, समाजवादी पार्टी और अन्य दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
सभी ने एक स्वर में कहा कि सोमांश प्रकाश का जीवन सच्ची सेवा और समर्पण का प्रतीक था। उनकी विचारधारा और उनके कार्य हमेशा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।
सोमांश प्रकाश का निधन केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि एक युग का अंत है। उन्होंने अपने जीवन में जो आदर्श स्थापित किए, वे हमेशा समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। उनकी यादें, उनके कार्य और उनकी शिक्षा हमेशा उनके समर्थकों और समाज के लोगों के दिलों में जीवित रहेंगी। उनकी अंतिम यात्रा में हज़ारों की भीड़ ने जो श्रद्धांजलि दी, वह इस बात का प्रमाण है कि वे कितने लोकप्रिय और प्रिय थे।
सोमांश प्रकाश का जीवन हमें सिखाता है कि सच्ची सेवा और समर्पण के साथ जीवन जीने से व्यक्ति की छवि अमर हो जाती है। उनके निधन से भले ही समाज को एक बड़ा नुकसान हुआ हो, लेकिन उनके आदर्श और विचारधारा हमेशा हमारे साथ रहेंगे।
उन्होंने सदैश कांग्रेस के लिये एक सच्चे ईमानदार, जुझारू और अनुशासित सिपाही के रूप में कार्य किया। पूर्व विधायक सोमांश प्रकाश जी की अंतिम यात्रा में उद्योगपति भीमसैन कंसल, राकेश बिंदल, सुरेंद्र अग्रवाल, अंकुर गर्ग, पूर्व चेयरमैन पंकज अग्रवाल, व्यापारी नेता संजय मित्तल, रालोद जिलाध्यक्ष संदींप मलिक, भाजपा नेता गौरव स्वरूप, पूर्व सांसद कादिर राणा, पूर्व विधायक राजेश्वर बंसल, पूर्व मत्री जफर अली नकवी, पूर्व मंत्री दीपक कुमार, विधायक पंकज मलिक, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष नरेंद्र पाल वर्मा, अजित राठी, योगेंद्र चेयरमैन, सपा नेता राकेश शर्मा, ब्राहमण समाज के आजीवन संरक्षक पं. जयकुमार शर्मा, सपा नेता राकेश शर्मा, सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुबोध शर्मा, पं. सतीश शर्मा सेवादल, प्रमोद मित्तल, डा. सुभाष चंद शर्मा भाजपा नेता, विश्वरत्न, अशोक सरीन, व्यापारी सुभाष मित्तल, विनोद मोहन एडवोकेट, इन्द्रसैन िंबंदल, एसडी कालेज के अध्यक्ष अखिलेशदत्त शर्मा, जगदीश अरोरा, मुफ्ति जुल्फिकार, सतीश गर्ग, भाजपा नेता सुनील तायल, श्रीमोहन तायल, तारिक कुरैशी, राकेश पुंडीर, समर्थ प्रकाश, डा. मुकेश जैन, कुशपुरी, पूर्व राज्यमंत्री महेश बंसल, पवन बंसल, सचिन अग्रवाल पटाखा, स. सतपाल मान, डा. प्रवीन, आचार्य गिरीश चंद्र उप्रेती, संतू पंडित, उमादत्त शर्मा, जगदीश अरोरा के अलावा निधिषप्रकाश, सर्वसिद्धि प्रकाश, सुधीश प्रकाश, राघव स्वरूप, निरंकार स्वरूप, संजय संगल, मोनू बाबू, धनप्रकाश गर्ग सहित भारी संख्या में गणमान्य मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि अनेक संस्थाओं में होने के साथ साथ श्री सोमांश प्रकाश जी वीरेन्द्र वर्मा विचार मंच ट्रस्ट के भी आजीवन मुख्य संरक्षक पद पर विराजमान थे उनके यकायक चले जाने से मंच के पदाधिकारी स्वयं को असहाय सा महसूस कर रहे है
वक्ताओं ने स्व बाबू जी को महान गांधी वादी व्यवहार कुशल सच्चाई ओर ईमानदारी का प्रतिक बताया ओर बताया कि बाबू जी सियासत में होते हुए भी बहुत बडे दानवीर भी थे कोई भी जरुरत मंद ओर असहाय उनके निवास से कभी खाली हाथ नहीं गया उन्होंने बगैर किसी जाति धर्म के समाज के सभी वर्गों से समान व्यवहार किया मंच के अध्यक्ष चौधरी देवी सिंह सिंभालका ने कहा कि वास्तव में श्री सोमांश प्रकाश मुजफ्फरनगर शामली के ऐसे नेता थे जिनकी भरपाई कर ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है सभा के अंत मे दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की गई
इस अवसर पर मंच के प्रबंधक पंडित उमादत्त शर्मा उपाध्यक्ष जगदीश अरोड़ा कोषाध्यक्ष यशपाल सिंह विश्वबंधु सुन्दर पालसिहं पवन कंसल प्रदेश उपाध्यक्ष सतेन्द्र सिंह पंचौडा संजीव मलिक आनन्द प्रकाश त्यागी लोकनायक विनोद शर्मा सुरेंद्र पाल सिंह कमल मित्तल हाजी सरफराज सुभाषचन्द्र शर्मा अध्यक्ष रामपाल वर्मा मनोज राठी आदि उपस्थित थे ।
#Muzaffarnagar कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक एवं टिकोला शुगर मिल के संस्थापक सोमांश प्रकाश का दिल्ली के अस्पताल में दुख:द निधन! @INCIndia pic.twitter.com/cW1uwIUrgS
— News & Features Network (@newsnetmzn) August 19, 2024