मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar) उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के भोपा थाना क्षेत्र में एक बड़ी कार्रवाई के दौरान पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने कच्ची शराब की अवैध फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। इस कार्रवाई में 40 लीटर तैयार शराब और 200 लीटर लहन (अवैध शराब निर्माण में उपयोग होने वाला कच्चा पदार्थ) नष्ट किया गया।
मुखबिर की सूचना पर बड़ी कार्रवाई
भोपा थाना क्षेत्र के अलमावाला इलाके में पुलिस और आबकारी विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि झाड़ियों के बीच एक अवैध शराब निर्माण स्थल संचालित हो रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने अलमावाला से फरीदपुर को जाने वाली सड़क के पास छापेमारी की।
एक आरोपी गिरफ्तार, दूसरा फरार
इस छापेमारी में बूटा सिंह पुत्र बलकार सिंह निवासी ग्राम अलमावाला को मौके से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसका साथी शैलेंद्र उर्फ छिंदा भागने में सफल रहा। गिरफ्तार आरोपी ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि वह और उसका बेटा मिलकर कच्ची शराब का निर्माण करते हैं।
शराब निर्माण की फैक्ट्री का विवरण
जांच के दौरान पुलिस को झाड़ियों में छिपा हुआ अवैध शराब बनाने का पूरा सेटअप मिला।
- भट्टी: जमीन में गड्ढा खोदकर भट्टी बनाई गई थी।
- उपकरण: लोहे के ड्रम, मिट्टी की बटली, और प्लास्टिक पाइप का उपयोग किया जा रहा था।
- लहन: दो ड्रम में 200-200 लीटर कच्चा लहन मिला, जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।
- तैयार शराब: प्लास्टिक की जरी कैन में 40 लीटर कच्ची शराब बरामद की गई।
आबकारी निरीक्षक ने की पुष्टि
आबकारी निरीक्षक अनिल कुमार ने शराब की पुष्टि करते हुए बताया कि बरामद द्रव्य से कच्ची शराब की गंध आ रही थी। आरोपी से पूछताछ में यह भी पता चला कि शराब को रात में तैयार कर सुबह बेचने की योजना थी।
ग्रामीण इलाकों में कच्ची शराब का नेटवर्क
मुजफ्फरनगर और आसपास के ग्रामीण इलाकों में कच्ची शराब का यह धंधा तेजी से फैल रहा है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, यह सिर्फ आर्थिक अपराध नहीं है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा पैदा कर रहा है। हाल ही में, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कच्ची शराब के सेवन से हुई मौतों ने इस मुद्दे को और उजागर किया है।
फरार आरोपी की तलाश जारी
भोपा पुलिस और आबकारी विभाग ने फरार आरोपी शैलेंद्र की तलाश तेज कर दी है। पुलिस का मानना है कि यह स्थानीय नेटवर्क का हिस्सा है और इसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं।
ग्रामीणों का सहयोग और अपील
पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि यदि उन्हें अवैध शराब निर्माण या बिक्री के बारे में कोई जानकारी हो, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इसके साथ ही, पुलिस ने ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई है ताकि लोग कच्ची शराब से होने वाले नुकसान को समझ सकें।
पुलिस का बयान
भोपा थाना प्रभारी ने बताया,
“यह एक बड़ी सफलता है। कच्ची शराब बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हमने पूरे क्षेत्र की निगरानी बढ़ा दी है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”
पिछले मामलों की कड़ी
मुजफ्फरनगर क्षेत्र में यह पहली घटना नहीं है। कुछ महीनों पहले भी एक अवैध शराब फैक्ट्री पकड़ी गई थी, जहां 500 लीटर लहन और बड़ी मात्रा में कच्ची शराब बरामद हुई थी।
कानूनी कार्रवाई
गिरफ्तार आरोपी बूटा सिंह के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस और आबकारी विभाग अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश कर रहे हैं।
निष्कर्ष नहीं, लेकिन एक सख्त संदेश
यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि प्रशासन अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्ती से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। मुजफ्फरनगर में यह छापेमारी उन लोगों के लिए चेतावनी है जो इस अवैध धंधे में शामिल हैं।