Muzaffarnagar। समाज की रीढ़ कहे जाने वाले शिक्षित युवाओं को मंच देने और उन्हें आगे बढ़ाने की दिशा में कलाल महासभा (रजि.) ने एक ऐसा इतिहास रच डाला, जो वर्षों तक स्मरणीय रहेगा। जनपद मुज़फ्फरनगर के गांधी कॉलोनी, पचैंडा रोड स्थित भव्य बारात घर (गेट नंबर 1) में आयोजित हुआ “मेधावी छात्र-छात्रा सम्मान समारोह एवं परिचय सम्मेलन”, जिसने समाज में एक नई चेतना और प्रेरणा का संचार किया।

🌟 शिक्षा और संस्कार का दीप प्रज्वलित हुआ

कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ परंपरागत दीप प्रज्वलन के साथ, जहां समाज के तमाम प्रतिष्ठित जनों की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को और भी ऊर्जावान बना दिया। मंच को सुसज्जित किया गया था समाज के बुद्धिजीवियों, समाजसेवियों और प्रेरणादायक हस्तियों से, जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमा और उद्देश्य दोनों प्रदान किए।

🎓 मुख्य अतिथि ध्रुवपाल अहलूवालिया: शिक्षा को बताया सबसे बड़ी पूंजी

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे ध्रुवपाल अहलूवालिया, जो कि स्व. श्री सुरेश कुमार अहलूवालिया (भोपा) के सुपुत्र हैं और एक प्रतिष्ठित प्रशासनिक पृष्ठभूमि रखते हैं। प्रोफेसर से लेकर शासन के उच्च पदों तक उन्होंने अपनी सेवाएं दी हैं।
ध्रुवपाल अहलूवालिया ने मंच से अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में कहा:

शिक्षा सबसे बड़ी पूंजी है, और युवा पीढ़ी के हाथों में ही देश का भविष्य सुरक्षित है।

उन्होंने बच्चों को लक्ष्य निर्धारण, आत्मविश्वास और नैतिक मूल्यों के साथ जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उनका भाषण तालियों की गड़गड़ाहट के बीच युवा दिलों तक पहुंचा।

🗳️ पूर्व मंत्री रामकुमार वालिया: समाज को चाहिए राजनीतिक शक्ति

पूर्व मंत्री रामकुमार वालिया ने कहा कि समाज को अपनी राजनीतिक शक्ति को पहचानना होगा। उन्होंने कहा कि जब तक समाज राजनीतिक रूप से सशक्त नहीं होगा, तब तक व्यापक सामाजिक और आर्थिक सुधार संभव नहीं होंगे।
उनकी बातों में अनुभव की गहराई और आने वाले समय की दिशा दोनों स्पष्ट दिखाई दी।

🏆 यह आयोजन बनेगा प्रेरणा का स्रोत : विजय कर्णवाल

कलाल महासभा के संस्थापक विजय कर्णवाल ने गर्व के साथ कहा कि:

आज हमने समाज को एक नई दिशा, एकता, शिक्षा और संस्कार का एक मंच प्रदान किया है। यह आयोजन भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर रहेगा।

उन्होंने विशेष रूप से छात्र-छात्राओं को मिले सम्मान को समाज के सामूहिक प्रयासों का परिणाम बताया।

🙏 महामंत्री ऋषिराज राही ने जताया आभार

कलाल महासभा के महामंत्री ऋषिराज राही ने सभी विशिष्ट अतिथियों, प्रतिभागी छात्रों और आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि:

आज सम्मानित हुए छात्र-छात्राएं कल समाज और देश का नेतृत्व करेंगे।

🎖️ 25 मेधावी छात्रों को मिला सम्मान

समारोह में उन 25 छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से सम्मानित किया गया जिन्होंने बोर्ड परीक्षाओं, प्रतियोगी परीक्षाओं और अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उन्हें प्रमाणपत्र, स्मृति चिन्ह और माला-पटका पहनाकर समाज के वरिष्ठजनों द्वारा सम्मानित किया गया। यह दृश्य इतना भावनात्मक था कि माता-पिता और गुरुजन की आंखों में गर्व के आंसू थे।

🤝 परिचय सम्मेलन: एकता और संवाद का अद्भुत उदाहरण

कार्यक्रम के दूसरे चरण में “परिचय सम्मेलन” का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के युवाओं को एक मंच पर लाने का प्रयास हुआ। यह सम्मेलन समाज में आपसी संवाद, सहयोग और रिश्तों की मजबूती का माध्यम बना।


👑 विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति ने बढ़ाई कार्यक्रम की गरिमा

समारोह में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:

  • श्री संजय कर्णवाल (सहारनपुर)

  • श्री राकेश कर्णवाल (बिजनौर)

  • श्री वेदप्रकाश कर्णवाल (संरक्षक)

  • श्री प्रमोद कर्णवाल (अध्यक्ष)

  • श्री राजेश कर्णवाल (कोषाध्यक्ष)
    साथ ही, श्री शशि वालिया, आत्माराम पंवार, के के जायसवाल समेत दर्जनों गणमान्य जनों को भी सम्मानित किया गया।
    हर अतिथि को पुष्प माला और पटका पहनाकर समाज ने उनके योगदान का अभिनंदन किया।

🎤 कार्यक्रम संचालन और मीडिया प्रबंधन

कार्यक्रम का शानदार संचालन शैलेन्द्र कर्णवाल ने किया। उनकी मंच संचालन शैली ने समारोह को जीवंत बना दिया। मीडिया की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई श्री केतन कर्णवाल ने, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को सोशल प्लेटफॉर्म्स पर सक्रियता से पहुंचाया।


👥 समाज के युवाओं और वरिष्ठों की सक्रिय भागीदारी

इस भव्य आयोजन में बड़ी संख्या में समाजसेवियों, वरिष्ठों और युवाओं ने भाग लिया। प्रमुख नाम रहे:

राजीव कर्णवाल इचू भाई, जोगेंद्र वालिया बिजनौर, राकेश कर्णवाल दिल्ली, विनीत कर्णवाल सहारनपुर, गौरव कर्णवाल, आशीष कर्णवाल, सुनील कर्णवाल, पंकज कर्णवाल, अनूप कर्णवाल, श्रीमती नेहा, नानकचंद वालिया, प्रदीप वालिया, योगेश कर्णवाल, अवि कर्णवाल, कृष कर्णवाल, एड. रोहतास कर्णवाल, रामकुमार कर्णवाल, सन्नी कर्णवाल, राजन वालिया, राहुल कर्णवाल, अनिल कर्णवाल, विनय वालिया, मोहित कलाल (कोटद्वार), अमित वालिया, अरुण वालिया, संजय कर्णवाल, सुख-चैन वालिया (शामली), हरीश चंद्र कर्णवाल, शरद कर्णवाल, रमन कपिल कर्णवाल, शैलेश…
इन सभी की उपस्थिति और सहभागिता ने कार्यक्रम को एक सामाजिक उत्सव बना दिया।


यह आयोजन न केवल एक सम्मान समारोह था, बल्कि यह समाज में शिक्षा, एकता और जागरूकता का ऐसा आंदोलन बना, जो आने वाले वर्षों में और भी विशाल आकार लेगा। कलाल महासभा द्वारा किया गया यह प्रयास आने वाली पीढ़ियों को न केवल प्रेरणा देगा बल्कि समाज के हर वर्ग को जोड़ने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगा।

 



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