Muzaffarnagar कांवड़ यात्रा, जो श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक मानी जाती है, उसमें इस बार मुजफ्फरनगर में एक चौंकाने वाली घटना ने सबको हिला कर रख दिया। थाना सिविल लाइन पुलिस की सतर्कता और खुफिया सूचना के आधार पर एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। पांच शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, जो हिंदू नाम और शिवभक्त का वेश धारण कर कांवड़ सेवा शिविरों में घुसकर न केवल श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाएं आहत कर रहे थे बल्कि समुदायों के बीच धार्मिक वैमनस्य फैलाने की गंभीर साजिश रच रहे थे।
🔷कांवड़ शिविरों में घुसपैठ की साजिश: श्रद्धालु बनकर बना रहे थे प्लान
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने न केवल हिंदू नामों का उपयोग किया, बल्कि पूरी तरह से कांवड़ियों जैसा वेष धारण कर लिया ताकि किसी को शक न हो। ये लोग लगातार कांवड़ सेवा शिविरों में सक्रिय देखे गए, जहां इनका मकसद सिर्फ सेवा या भक्ति नहीं, बल्कि धार्मिक अस्थिरता फैलाना और चोरी की घटनाओं को अंजाम देना था।
इन अभियुक्तों की गतिविधियों पर पहले से नजर रखी जा रही थी और जैसे ही इनकी संदिग्ध हरकतें सामने आईं, थाना सिविल लाइन पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दिनांक 14 जुलाई 2025 को उन्हें दबोच लिया।
🔷पकड़े गए आरोपी कौन हैं? सामने आई चौंकाने वाली जानकारी
गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान इस प्रकार की गई:
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सुहैल उर्फ चोकड़ उर्फ शेरखान, पुत्र नसीम, निवासी लद्दावाला
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आसिफ, पुत्र अफजाल, निवासी लद्दावाला, थाना कोतवाली नगर
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आसिफ, पुत्र शमशाद, निवासी शाहबुद्दीनपुर रोड, आयशा मस्जिद के पास
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शादाब, पुत्र नूरहसन उर्फ इद्दू, निवासी कूकड़ा मंडी, थाना नई मंडी
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आबिद, पुत्र महफूज, निवासी केवलपुरी, पेड वाली गली, थाना सिविल लाइन
इन सभी का पूर्व आपराधिक इतिहास भी सामने आया है। इनके खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में चोरी, धोखाधड़ी, और अन्य आपराधिक गतिविधियों के मुकदमे दर्ज हैं।
🔷गिरफ्तारी की पूरी कार्रवाई और पुलिस की मुस्तैदी
यह पूरी कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री संजय कुमार वर्मा, पुलिस अधीक्षक नगर श्री सत्यनारायण प्रजापत, और थाना सिविल लाइन प्रभारी के निर्देशन में की गई। गिरफ्तारी में विशेष भूमिका निभाने वाली पुलिस टीम में शामिल थे:
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व0उ0नि0 के.पी. सिंह
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उ0नि0 प्रवीन कुमार
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आरक्षी अंकित कुमार
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आरक्षी सुधीर कुमार
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आरक्षी मोहित
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आरक्षी ब्रह्मदेव
इन सभी पुलिसकर्मियों ने सतर्कता और कर्तव्यनिष्ठा के साथ यह बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया, जिससे संभवत: एक बड़े धार्मिक दंगे की साजिश टल गई।
🔷कांवड़ यात्रा में सुरक्षा को लेकर अलर्ट, SIT का गठन
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अब एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है। टीम में थाना सिविल लाइन पुलिस और अभिसूचना इकाई के अनुभवी अधिकारी शामिल किए गए हैं। SIT इस मामले की गहराई से जांच करेगी कि कहीं और कौन-कौन इस साजिश में शामिल हो सकता है।
इसके साथ ही इन आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और हिस्ट्रीशीट खोलने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसे असामाजिक तत्वों को भविष्य में धार्मिक आयोजनों से दूर रखा जा सके।
🔷श्रावण मास में ऐसी साजिशें बेहद निंदनीय: पुलिस सख्त
श्रावण मास, जिसे विशेष रूप से शिवभक्तों के लिए पवित्र माना जाता है, उसमें ऐसी साजिशें सिर्फ कानून व्यवस्था ही नहीं, धार्मिक सहिष्णुता पर भी हमला हैं। पुलिस अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि ऐसे किसी भी तत्व को बख्शा नहीं जाएगा जो समाज में नफरत फैलाने का प्रयास करें।
यह घटना यह भी दर्शाती है कि कांवड़ यात्रा को बदनाम करने की भी एक संगठित कोशिश हो रही है, जिसे पुलिस और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह से विफल करने में जुटी हैं।
🔷भविष्य की योजना: कांवड़ यात्रा के दौरान निगरानी और मजबूत
पुलिस प्रशासन ने अब कांवड़ यात्रा के दौरान:
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CCTV निगरानी को मजबूत किया है
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ड्रोन से निगरानी की जा रही है
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हर शिविर में पहचान सत्यापन की प्रक्रिया लागू की जा रही है
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संदिग्ध लोगों की फेस रिकग्निशन तकनीक से पहचान की जा रही है
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स्थानीय खुफिया इकाइयों को सक्रिय किया गया है
इसका उद्देश्य है कि भविष्य में कोई भी ऐसा दोहराव न हो पाए और कांवड़ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से पूर्ण हो।
मुजफ्फरनगर की इस बड़ी कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि पुलिस अब ऐसे किसी भी तत्व को नहीं बख्शेगी, जो धर्म की आड़ में समाज को बांटने की कोशिश करेगा। कांवड़ यात्रा 2025 की यह घटना एक सबक है कि श्रद्धा और भक्ति के इस पर्व में किसी भी कीमत पर विघ्न नहीं आने दिया जाएगा।