Muzaffarnagar स्वतंत्रता दिवस 2025 ने मुजफ्फरनगर पुलिस बल के लिए गर्व का एक सुनहरा अध्याय जोड़ दिया। जिले के कई जांबाज़ पुलिसकर्मियों ने अपने अदम्य साहस, त्वरित कार्रवाई और जनसेवा के उत्कृष्ट उदाहरण पेश करते हुए राष्ट्रीय और राज्य स्तर के सम्मान अपने नाम किए। गृह मंत्रालय, भारत सरकार से लेकर पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश तक – हर स्तर पर इन सपूतों की मेहनत, निष्ठा और अनुशासन को सलाम किया गया।
अति उत्कृष्ट सेवा पदक से नवाजे गए सपूत
गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने सेवाभिलेख के आधार पर जिन पुलिसकर्मियों को अति उत्कृष्ट सेवा पदक प्रदान किया, उनमें शामिल हैं:
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प्रभारी निरीक्षक राकेश कुमार सिंह, थाना रतनपुरी – जिनकी कार्यकुशलता और जमीनी पैठ अपराध नियंत्रण में मिसाल बनी।
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प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह, थाना चरथावल – जिन्होंने कई जटिल मामलों को सुलझाकर क्षेत्र में शांति कायम रखी।
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उप निरीक्षक (संपूर्ण पुलिस) नरेन्द्र कुमार शर्मा – अपने अनुशासित कार्यशैली और अपराधियों पर पैनी निगाह के लिए मशहूर।
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उप निरीक्षक (संपूर्ण पुलिस) सुबोध कुमार – जिनके नेतृत्व में कई अभियानों में सफलता मिली।
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मुख्य आरक्षी (संपूर्ण पुलिस) बिजेन्द्र सिंह – लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन और जनसेवा की भावना के लिए सम्मानित।
वहीं, आरक्षक चालक (संपूर्ण पुलिस) चारेंद्र सिंह को उत्कृष्ट सेवा पदक प्रदान किया गया, जो वर्षों से ड्यूटी के प्रति समर्पण की मिसाल बने हुए हैं।
राज्य पुलिस महानिदेशक द्वारा प्रशंसा चिन्ह और सेवा सम्मान
पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश ने भी मुजफ्फरनगर के सपूतों की सराहना की।
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प्रभारी निरीक्षक ओम प्रकाश सिंह, थाना भोपा को सेवाभिलेख के आधार पर प्रशंसा चिन्ह (सिल्वर) मिला।
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निरीक्षक दिनेश कुमार, मुख्य आरक्षी चार्मेन्द्र कुमार शर्मा, मुख्य आरक्षी दिनेश कुमार और मुख्य आरक्षी राकेश कुमार को सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह प्रदान किया गया।
डायल-112 की त्वरित कार्रवाई का सम्मान
डायल-112 टीम के सदस्यों ने न केवल तेजी से कॉल रिस्पॉन्स किया, बल्कि संकट की घड़ी में समय रहते लोगों तक पहुंचकर उनकी जान बचाई। पुलिस महानिदेशक, डायल-112, उत्तर प्रदेश ने उन्हें प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया:
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मुख्य आरक्षी ज्ञानेन्द्र कुमार
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मुख्य आरक्षी सचिन कुमार
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महिला मुख्य आरक्षी बबीता
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महिला आरक्षी वर्षा
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महिला आरक्षी अनीता
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पायलट सर्वेश कुमार
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पायलट अरशद अली
सम्मान के पीछे की कहानियां और योगदान
इन पदकों और सम्मान चिन्हों के पीछे सिर्फ नाम नहीं, बल्कि सैकड़ों कठिन ड्यूटी घंटे, अपराधियों से सीधा मुकाबला, जनता की मदद और आपातकालीन स्थितियों में तुरंत कार्रवाई की कहानियां हैं। मुजफ्फरनगर पुलिस ने अपराध रोकथाम, भीड़ नियंत्रण, संवेदनशील मामलों की त्वरित जांच, महिला सुरक्षा और आपदा प्रबंधन में अपनी प्रतिबद्धता को सिद्ध किया है।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया और गौरव
जनपद के लोग इन सम्मानित अधिकारियों और जवानों पर गर्व महसूस कर रहे हैं। कई नागरिकों का कहना है कि डायल-112 की तत्परता और थानों की सक्रियता के कारण अपराध दर में कमी आई है और लोगों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है।
भविष्य की दिशा और प्रेरणा
ये सम्मान न केवल प्राप्त करने वालों के लिए, बल्कि पूरी पुलिस फोर्स के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। आने वाले वर्षों में भी मुजफ्फरनगर पुलिस को उम्मीद है कि वे सेवा, सुरक्षा और विश्वास के मिशन को और मजबूत बनाएंगे।
मुजफ्फरनगर पुलिस के इन जांबाज़ों ने यह साबित कर दिया है कि सच्ची निष्ठा, साहस और समर्पण के साथ किया गया कार्य हमेशा पहचाना और सम्मानित किया जाता है। स्वतंत्रता दिवस 2025 पर मिला यह सम्मान उनके कर्तव्यनिष्ठ जीवन का गौरवपूर्ण प्रतीक है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।