Muzaffarnagar जब बात समाज सेवा की आती है, तो उत्तर प्रदेश का यह ज़िला हमेशा आगे रहा है। लेकिन जब एक ही संस्था बिना रुके, बिना थमे 21 वर्षों तक निरंतर एक सेवा कार्य को निभाए, तो वह महज़ एक पहल नहीं, एक प्रेरणा बन जाती है। मुजफ्फरनगर के महावीर चौक पर इंजीनियर्स क्लब द्वारा चलाई जा रही शीतल जल सेवा, ऐसी ही एक बेमिसाल मिसाल है।
इस वर्ष भी अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर इस सेवा अभियान का भव्य शुभारंभ किया गया। चिलचिलाती गर्मी में यात्रियों को राहत देने वाली यह प्याऊ सेवा अब लगातार 100 दिनों तक, शिवरात्रि तक जारी रहेगी। RO शुद्ध जल की व्यवस्था, मानवीय संवेदनाओं और सेवा भावना का संगम बन चुकी है यह सेवा।
🎉 शुभारंभ समारोह बना सामाजिक एकता का प्रतीक
इस बार के शुभारंभ समारोह की भव्यता ने बता दिया कि यह केवल जल सेवा नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सहयोग की जीवंत तस्वीर है। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्लब अध्यक्ष इंजीनियर बी. आर. शर्मा ने की, जबकि मंच संचालन की कमान संभाली क्लब के सचिव इंजीनियर उमेश चंद वर्मा ने।
लोकार्पण समारोह में मंच पर विराजमान थे—सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता इंजीनियर लोकेश चंद्र, वैष्णो स्टील के निदेशक इंजीनियर अशोक अग्रवाल, प्रमुख समाजसेवी एडवोकेट कुंवर देवराज पंवार एवं श्यामलाल बंसल, जिनकी उपस्थिति ने इस सेवा को एक नई गरिमा प्रदान की।
🛠️ इंजीनियर्स क्लब का सेवा चक्र – सिर्फ प्याऊ तक सीमित नहीं
क्लब द्वारा यह प्याऊ सेवा तो बस एक झलक है। वृक्षारोपण, रक्तदान शिविर, निर्धन छात्राओं को यूनिफॉर्म वितरण, दिव्यांग बच्चों के लिए सहयोग—हर स्तर पर क्लब का प्रयास काबिले-तारीफ रहा है।
👉 क्या है खास इस जल सेवा में?
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100 दिनों तक लगातार सेवा
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RO शुद्ध जल का ही उपयोग
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प्रतिदिन करीब 10,000 लोगों को राहत
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राज्यभर के सेवारत एवं सेवानिवृत्त इंजीनियरों की भागीदारी
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स्वयंसेवी भावना और तकनीकी प्रबंधन का बेहतरीन संगम
👥 जिन चेहरों ने बनाई पहचान
इस पुण्य कार्य में जिन लोगों ने अपने श्रम और समर्पण से इसे संजोया, उनके नामों को भुलाया नहीं जा सकता। प्रमुख रूप से उपस्थित रहे –
इंजीनियर आर. के. गोयल, रामवीर सिंह, बी. बी. गुप्ता, एस. सी. गर्ग, दिनेश कुमार गुप्ता, आर. पी. सिंह, मुरलीधर शर्मा, विजय कुशवाहा, राज नारायण यादव, डी. पी. जैन, के. के. शर्मा, राहुल वर्मा, प्रदीप गोयल, ललित शर्मा, विकास कुमार, प्रणपाल, राजेन्द्र कुमार सहित कई अन्य।
इन सभी की उपस्थिति ने यह प्रमाणित कर दिया कि इंजीनियर सिर्फ पुल या इमारत नहीं बनाते, बल्कि समाज की सेवा का भी मजबूत आधार बनाते हैं।
🌞 चिलचिलाती गर्मी में राहत की बूंदें
गर्मी का मौसम उत्तर भारत में खासा प्रचंड होता है। सड़कों पर निकलते समय प्यास से बेहाल लोग, एक बूंद शुद्ध पानी को तरसते हैं। ऐसे में महावीर चौक पर लगा यह प्याऊ, किसी वरदान से कम नहीं। रोजाना हजारों मुसाफिर, विद्यार्थी, बुज़ुर्ग और दुकानदार इस सेवा से लाभान्वित हो रहे हैं।
जल सेवा की निगरानी और संचालन एक प्रोफेशनल अंदाज़ में किया जाता है—साफ-सफाई, तकनीकी देखरेख, जल की नियमित आपूर्ति और RO सिस्टम की जांच, सब कुछ अत्यंत सुव्यवस्थित ढंग से।
🔥 क्यों है यह खबर खास?
यह खबर महज़ एक प्याऊ सेवा की नहीं, बल्कि एक संस्था द्वारा दो दशकों से अधिक समय तक समाज के प्रति निभाई जा रही सामाजिक जिम्मेदारी की गाथा है। जहां आज तमाम संगठन सोशल मीडिया प्रचार तक सीमित हो चुके हैं, वहीं इंजीनियर्स क्लब, बिना किसी शोर-शराबे के वास्तविक जमीन पर सेवा का उदाहरण पेश कर रहा है।
📌 आने वाले दिनों की योजना
सूत्रों के अनुसार, क्लब आने वाले महीनों में—
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नई जगहों पर और प्याऊ खोलने
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बायो-टॉयलेट इंस्टॉलेशन
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सौर ऊर्जा आधारित प्याऊ निर्माण
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स्कूलों में जल सुरक्षा एवं स्वच्छता जागरूकता अभियान
जैसी योजनाओं पर काम कर रहा है।
✍️ अंतिम बातें – समाज सेवा के इंजीनियर
इंजीनियर्स क्लब मुजफ्फरनगर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि तकनीकी विशेषज्ञता जब सेवा भावना से मिलती है, तो परिणाम समाज को एक नई ऊर्जा देते हैं। यह प्याऊ सेवा सिर्फ प्यास नहीं बुझा रही, बल्कि इंसानियत की प्यास को तृप्त कर रही है।
शहर की धड़कन बन चुकी इस सेवा को जितनी सराहना मिले, कम है। यह वह मिसाल है, जिसे देशभर में दोहराया जाना चाहिए।
क्या आप भी ऐसी प्रेरणादायक सामाजिक सेवाओं से जुड़े हैं या उनके बारे में जानते हैं?