Muzaffarnagar school inspection अभियान के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप कुमार ने ब्लॉक सदर के परिषदीय विद्यालयों का विस्तृत निरीक्षण किया।
बेसिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित शैक्षिक सत्र 2025–26 की अर्धवार्षिक परीक्षाएँ 10 से 15 दिसंबर तक चल रही हैं। इसी क्रम में BSA ने परीक्षा व्यवस्थाओं, बच्चों की उपस्थिति, शिक्षकों के अवकाश रिकॉर्ड, मिड-डे मील की गुणवत्ता और स्मार्ट क्लास की कार्यप्रणाली को जांचा।
प्रथम पाली में कक्षा 1 से 5 तक मौखिक परीक्षा और कक्षा 6 से 8 तक बेसिक क्राफ्ट, कृषि, गृह-शिल्प एवं संबंधित कलाओं की परीक्षाएँ संचालित मिलीं। द्वितीय पाली में शारीरिक शिक्षा एवं स्काउटिंग की गतिविधियाँ निर्धारित अनुसार पाई गईं।
निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापकों तथा इंचार्ज शिक्षकों को परीक्षा प्रक्रिया को कठोर पारदर्शिता, समयपालन और व्यवस्थित वातावरण में सम्पन्न कराने के निर्देश दिए गए।
उच्च प्राथमिक विद्यालय सुजडू: 356 में से 324 छात्र उपस्थित—स्मार्ट क्लास भी सक्रिय
BSA संदीप कुमार सुबह 10:38 बजे उच्च प्राथमिक विद्यालय (कक्षा 1–8) सुजडू पहुँचे।
उपस्थिति पंजिका की जांच में पाया गया—
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श्रीमती साजदा परवीन (सहायक अध्यापक) – प्रसूति अवकाश
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श्रीमती नविता (सहायक अध्यापक) – चिकित्सा अवकाश
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अन्य सभी स्टाफ—उपस्थित
विद्यालय में कुल नामांकन 356 है, जिनमें से 324 विद्यार्थी उपस्थित मिले, जो उपस्थिति के लिहाज से उत्कृष्ट माना गया।
विद्यालय में स्मार्ट क्लास संचालित, भौतिक ढाँचा सुव्यवस्थित और शैक्षिक वातावरण संतोषजनक पाया गया।
ज्यादातर बच्चे यूनिफॉर्म में, तथा मध्याह्न भोजन निर्धारित मेन्यू के अनुसार ताज़ा तैयार हो रहा था।
कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय सुजडू: 371 में से 340 छात्राएँ उपस्थित—बेटियों की शिक्षा में मजबूत अनुशासन
11:15 बजे BSA कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय (कक्षा 1–8) सुजडू पहुँचे।
उपस्थिति रिकॉर्ड में—
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श्रीमती मुबशिरा परवीन – बाल्य देखभाल अवकाश
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बाकी सभी शिक्षक—उपस्थित
इस विद्यालय में कुल नामांकन 371, जिनमें से 340 छात्राएँ उपस्थित रही—एक बेहद प्रभावशाली उपस्थिति दर।
विद्यालय में संचालित स्मार्ट क्लास, स्वच्छ परिसर, अनुशासनपूर्ण कक्षाएँ और संतोषजनक शिक्षण स्तर की पुष्टि हुई।
छात्राएँ निर्धारित यूनिफॉर्म में थीं और मिड-डे मील पूरी क्वालिटी के साथ उपलब्ध हो रहा था।
उच्च प्राथमिक विद्यालय वहलना: ICT लैब और स्मार्ट क्लास दोनों सक्रिय, 477 में से 412 छात्र उपस्थित
11:46 बजे उच्च प्राथमिक विद्यालय वहलना का निरीक्षण किया गया।
उपस्थिति पंजिका के अनुसार—
विद्यालय में 477 छात्रों में से 412 उपस्थित पाए गए।
यहाँ न केवल स्मार्ट क्लास सक्रिय थी, बल्कि आईसीटी लैब भी नियमित उपयोग में पाई गई, जो डिजिटल शिक्षा के विस्तार का महत्वपूर्ण संकेत है।
विद्यालय की भौतिक स्थिति मजबूत, यूनिफॉर्म अनुपालन संतोषजनक और मिड-डे मील निर्धारित मेन्यू के अनुसार तैयार पाया गया।
उच्च प्राथमिक विद्यालय संधावली: 500 में से 404 उपस्थिति—स्टाफ पूर्ण रूप से मौजूद
12:25 बजे संधावली विद्यालय पहुँचने पर BSA ने पाया कि—
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पूरा स्टाफ पूर्ण उपस्थिति में
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कुल नामांकन 500, जिनमें से 404 छात्र उपस्थित
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स्मार्ट क्लास संचालित
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शिक्षण स्तर सकारात्मक व संतोषजनक
विद्यालय के बच्चे यूनिफॉर्म में सुव्यवस्थित रूप से उपस्थित थे, जबकि भोजन व्यवस्था भी नियमानुसार पाई गई।
सभी विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएँ संतोषजनक—शौचालय, हैंडवॉश यूनिट और जल स्रोत सुचारु
निरीक्षण के दौरान चारों विद्यालयों में निम्न सुविधाएँ पूरी तरह कार्यरत मिलीं—
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लड़के और लड़कियों के लिए अलग शौचालय
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मल्टीपल हैंडवॉश यूनिट
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हैंडपंप एवं सबमर्सिबल पंप कार्यशील
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स्वच्छ परिसर और अनुशासित कक्षाएँ
इन सुविधाओं के नियमित रखरखाव और बच्चों की उपस्थिति के बीच समन्वय को BSA ने सराहा।
परीक्षा माहौल शांत, अनुशासित और नियमानुसार—विद्यालयों में जागरूकता और जिम्मेदारी का संकेत
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने यह भी कहा कि परिषद स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षाएँ पूरी अनुशासन और पारदर्शिता के साथ करवाना प्राथमिकता है।
उन्होंने प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया—
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समय से परीक्षा प्रारंभ कराने
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मौखिक एवं प्रायोगिक परीक्षाओं में निष्पक्षता बनाए रखने
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रिकॉर्ड का नियमित अद्यतन करने
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बच्चों की अधिकतम उपस्थिति सुनिश्चित करने
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मिड-डे मील को गुणवत्ता मानकों के अनुसार तैयार रखने
निरीक्षण का समग्र प्रभाव यह रहा कि विद्यालयों में शैक्षिक वातावरण सकारात्मक, सुव्यवस्थित और उन्नत पाया गया।
Muzaffarnagar school inspection के दौरान मिले परिणाम यह दर्शाते हैं कि परिषदीय विद्यालयों में उपस्थिति, शिक्षण स्तर, भोजन व्यवस्था और स्मार्ट क्लास जैसी सुविधाएँ लगातार बेहतर हो रही हैं। BSA संदीप कुमार के निरीक्षण ने यह स्पष्ट किया कि ब्लॉक सदर के विद्यालय न केवल अर्धवार्षिक परीक्षाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ संचालित कर रहे हैं, बल्कि आधारभूत सुविधाओं और शिक्षण गुणवत्ता के मामले में भी संतोषजनक प्रगति दर्ज कर रहे हैं।
