Muzaffarnagar खेलों के प्रति युवाओं में बढ़ते रुझान को देखते हुए प्रदेश सरकार ने जिले के स्पोर्ट्स स्टेडियम के जीर्णोद्धार के लिए 8.56 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। इस राशि से भारोत्तोलन एवं जिमनास्टिक हॉल, वॉलीबॉल कोर्ट, जिम हॉल और बैडमिंटन हॉल का नवीनीकरण किया जाएगा। नगर विधायक एवं स्वतंत्र प्रभार मंत्री कपिल देव अग्रवाल के प्रयासों से यह योजना साकार हो रही है।

स्थानीय युवाओं ने लंबे समय से मांग की थी कि स्टेडियम में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं ताकि वे राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखा सकें। मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इस मांग को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव तक पहुंचाया, जिसके बाद इस महत्वपूर्ण परियोजना को मंजूरी मिली।

🏅 स्टेडियम का होगा कायाकल्प – युवाओं को मिलेगा नया मंच!

यह पहली बार नहीं है जब मुजफ्फरनगर को खेलों के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इससे पहले भी जिले में खेल प्रतियोगिताओं को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं। लेकिन इस बार स्पोर्ट्स स्टेडियम का वर्ल्ड क्लास स्तर पर जीर्णोद्धार किया जा रहा है।

मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान कहा,

“यह स्टेडियम मुजफ्फरनगर की युवा शक्ति को नई दिशा देगा। यहाँ से निकलने वाले खिलाड़ी राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन करेंगे। हमारा उद्देश्य है कि यहाँ विश्वस्तरीय सुविधाएं दी जाएं।”

जिलाधिकारी उमेश मिश्रा के साथ निरीक्षण के दौरान मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्टेडियम को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाए और इसमें किसी भी प्रकार की कमी ना रहे।

💪 कौन-कौन सी सुविधाएं दी जाएंगी?

मुजफ्फरनगर के इस नए स्पोर्ट्स स्टेडियम में निम्नलिखित सुविधाएं जोड़ी जाएंगी:

भारोत्तोलन एवं जिमनास्टिक हॉल: नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित हॉल, जहाँ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग दी जाएगी।
वॉलीबॉल कोर्ट: अत्याधुनिक कोर्ट, जिससे खिलाड़ी अपनी स्किल्स निखार सकें।
जिम हॉल: फिटनेस और ट्रेनिंग के लिए हाई-टेक जिम सुविधाएं।
बैडमिंटन हॉल: विश्वस्तरीय बैडमिंटन कोर्ट, जिससे युवा खिलाड़ियों को अभ्यास का बेहतरीन माहौल मिलेगा।

🔥 क्या है इस परियोजना का महत्व?

खेलों के प्रति बढ़ते रुझान को देखते हुए यह परियोजना मुजफ्फरनगर के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी। उत्तर प्रदेश में खेल को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने पहले भी कई अहम कदम उठाए हैं, लेकिन इस बार स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर को वर्ल्ड क्लास बनाने की तैयारी है।

विशेषज्ञों की राय:
🔹 स्पोर्ट्स एनालिस्ट विशाल त्यागी के अनुसार,

“यह योजना जिले के खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने में मदद करेगी। यदि कोचिंग और ट्रेनिंग भी उचित स्तर पर कराई जाए, तो मुजफ्फरनगर से कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी निकल सकते हैं।”

🔹 स्थानीय युवा खिलाड़ी रवि चौधरी ने कहा,

“अब हमें बाहर जाकर ट्रेनिंग लेने की जरूरत नहीं होगी। यही पर वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मिलेंगी।”

🎯 युवा शक्ति को मिलेगा नया मंच!

मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने युवाओं से अपील की कि वे इस अवसर का अधिकतम लाभ उठाएं और अपने शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाएं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यहाँ राज्यस्तरीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं भी कराई जाएंगी ताकि जिले के खिलाड़ियों को अनुभव मिले।

🏆 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और खेल मंत्री का आभार

परियोजना को स्वीकृति मिलने के बाद मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव का आभार जताया। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस परियोजना के माध्यम से मुजफ्फरनगर को खेल हब बनाया जाएगा

📢 कौन-कौन लोग थे मौके पर?

इस महत्वपूर्ण अवसर पर जिले के कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे, जिनमें शामिल हैं:
✔️ चेयरमैन श्री राम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज एससी कुलश्रेष्ठ
✔️ वार्ड सभासद सतीश कुकरेजा
✔️ विशाल गर्ग, पवन छाबड़ा, सागर वत्स, विकास बालियान, पंकज माहेश्वरी
✔️ डॉ. जीत सिंह तोमर आदि

🔜 कब पूरा होगा प्रोजेक्ट?

यह परियोजना अगले 12 महीनों में पूरी होने की संभावना है। निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होगा और सरकार की योजना इसे तेजी से पूरा करने की है ताकि खिलाड़ियों को जल्द से जल्द सुविधाएं मिल सकें।


🔍 निष्कर्ष

🔸 मुजफ्फरनगर को मिलेगा 8.56 करोड़ रुपये की लागत से नया स्पोर्ट्स स्टेडियम
🔸 इसमें भारोत्तोलन, जिमनास्टिक, वॉलीबॉल, जिम और बैडमिंटन हॉल शामिल होंगे
🔸 मंत्री कपिल देव अग्रवाल के प्रयासों से परियोजना को मंजूरी मिली
🔸 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव का सहयोग
🔸 राज्यस्तरीय और राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित करने की योजना

मुजफ्फरनगर के युवाओं के लिए यह परियोजना एक सुनहरा अवसर साबित होगी। इससे जिले के खिलाड़ियों को बेहतर संसाधन और प्लेटफॉर्म मिलेगा, जिससे वे अंतरराष्ट्रीय स्तर तक अपनी पहचान बना सकेंगे।



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