Muzaffarnagar खतौली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस इस बार भावनाओं, उत्साह और प्रतिभा का अद्भुत संगम बन गया। विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हुए श्री कुन्दकुन्द जैन इंटर कॉलेज, खतौली की छात्राओं ने ऐसा शानदार प्रदर्शन किया कि पूरे क्षेत्र का मान बढ़ गया। इस student achievement कार्यक्रम में कॉलेज की दिव्यांग छात्रा इशिका ने अपनी बहुमुखी प्रतिभा से सबको प्रभावित किया और कई प्रतियोगिताओं में शीर्ष स्थान हासिल किए।
इशिका ने—
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कला एवं लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान,
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दौड़ प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान,
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कविता पाठ में विशेष स्थान
हासिल कर यह साबित कर दिया कि इच्छाशक्ति और मेहनत किसी भी चुनौती को नीरस नहीं रहने देती। उनके प्रदर्शन से विद्यालय परिवार में अपार उत्साह और गर्व की लहर दौड़ पड़ी।
बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी—खतौली की बेटियों ने विज्ञान के मंच पर मनवाया लोहा
दूसरी ओर सहारनपुर में आयोजित मंडल स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी में भी श्री कुन्दकुन्द जैन इंटर कॉलेज की कक्षा 11 की छात्राओं ने शानदार उपस्थिति दर्ज कराई।
टीम की प्रतिभाशाली छात्राएँ—
कु. रामिषा, इलमा, सोफिया और यास्मीन
ने “जल संरक्षण एवं स्वास्थ्य” विषय पर तैयार मॉडल प्रस्तुत किया, जो उत्कृष्ट वैज्ञानिक दृष्टिकोण और समाजिक संवेदनशीलता का अनोखा मिश्रण था।
इस मॉडल ने—
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पानी बचाने की आधुनिक तकनीकें
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जल प्रदूषण के समाधान
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ग्रामीण एवं शहरी स्वच्छता
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स्वास्थ्य एवं स्वच्छ जल के बीच संबंध
को अत्यंत प्रभावी तरीके से प्रदर्शित किया।
जजों ने न केवल मॉडल की प्रस्तुति, बल्कि छात्राओं की वैज्ञानिक समझ, सवालों के उत्तर और रचनात्मकता की खुले शब्दों में प्रशंसा की।
टीम ने द्वितीय स्थान प्राप्त कर Khatauli student achievement की चमक को और बढ़ा दिया।
प्रधानाचार्य अनुराग जैन हुए गौरवान्वित—छात्रों के सर्वांगीण विकास पर जोर
कॉलेज के प्रधानाचार्य अनुराग जैन ने सभी विजेता छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ बच्चों में—
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नेतृत्व क्षमता
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तार्किक सोच
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वैज्ञानिक दृष्टिकोण
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आत्मविश्वास
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तकनीकी नवाचार
को बढ़ावा देती हैं।
उन्होंने बताया कि ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेना छात्रों को वास्तविक जीवन की समस्याओं को समझने और नए समाधान खोजने की प्रेरणा देता है।
प्रधानाचार्य ने शिक्षकों—
राजकुमार जैन, देवराज चौहान, अंजना शर्मा, विकास मोतला, नेहा जैन, महेंद्र पांडेय और रूपक वर्मा
के मार्गदर्शन को भी सराहा, जिनकी मेहनत ने छात्राओं की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विद्यालय परिवार में खुशी की लहर—बेटियों की उपलब्धि पर गर्व से भरे शिक्षक
प्रतियोगिता के परिणाम घोषित होते ही विद्यालय में उत्साह का माहौल बन गया।
शिक्षकों और विद्यार्थियों ने छात्राओं का गर्मजोशी से स्वागत किया और उनकी सफलता को प्रेरणादायक बताया।
हर ओर यही चर्चा रहा कि Khatauli student achievement का यह प्रदर्शन आने वाले वर्षों में और अधिक छात्र-छात्राओं को विज्ञान एवं रचनात्मक गतिविधियों की ओर प्रेरित करेगा।
विद्यालय स्टाफ ने विजेता छात्राओं को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि इन बेटियों ने खतौली का नाम शिक्षा, विज्ञान और सामाजिक चेतना के मंच पर एक बार फिर गौरवान्वित किया है।
खतौली की यह Khatauli student achievement कहानी केवल पुरस्कारों की सूची नहीं, बल्कि उन बेटियों की मजबूत इच्छाशक्ति और कठिन परिश्रम का प्रमाण है जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़ी सफलता का सपना देखती हैं। दिव्यांग दिवस पर इशिका का अद्वीतीय प्रदर्शन और बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी में छात्राओं की उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी और विद्यालय को शिक्षा एवं नवाचार के नए आयामों तक पहुँचाने की दिशा में अग्रसर करेगी।
