खतौली, Muzaffarnagar। मेला श्रावणी छड़ियान 2025 का पावन अवसर खतौली नगर पालिका परिषद के प्रांगण में शानदार उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर नगरवासियों ने न केवल मनोरंजन का आनंद लिया, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक मेलजोल की मिसाल भी देखी। इस वर्ष का सबसे आकर्षक हिस्सा रहा गुलाम हबीब पेंटर और मुस्कान डिस्को के बीच कव्वाली मुकाबला।

मुख्य अतिथियों ने फीता काटकर किया उद्घाटन
कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि सपा जिलाध्यक्ष जिया चौधरी और काजी नबील अहमद ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। उद्घाटन समारोह में खतौली के चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू ने अध्यक्षता की, जबकि कार्यक्रम संचालन की जिम्मेदारी परवेज़ गाजी ने संभाली। कार्यक्रम में हाजी अख्लाक आढ़ती, हाजी लईक अहमद, हाजी वसीम सिद्दीकी, आस मोहम्मद, एहतेशाम, और रिजवान ठेकेदार समेत कई विशिष्ट अतिथियों ने हिस्सा लिया और श्रोताओं के लिए प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान व्यक्त किया।


गुलाम हबीब पेंटर ने जीता दर्शकों का दिल

कव्वाली कार्यक्रम में सबसे बड़ी वाहवाही गुलाम हबीब पेंटर को मिली। उन्होंने अपने प्रदर्शन की शुरुआत “मुहब्बत हो गई है तुम से” और “क्या जाने क्या हो जाए” जैसी गज़लों से की। इसके बाद उन्होंने अपने दादा हबीब पेंटर की पुरानी मशहूर कव्वाली “बहुत कठिन है डगर पनघट की” प्रस्तुत की, जो दर्शकों के लिए एक यादगार पल बन गई।

श्रोताओं की भारी भीड़ और उनके उत्साहपूर्ण तालियों ने कार्यक्रम का माहौल और भी जीवंत बना दिया। दूसरी ओर, मुस्कान डिस्को का प्रदर्शन अपेक्षानुरूप नहीं रहा और उसे दर्शकों से उतनी सराहना नहीं मिली।


कव्वाली के माध्यम से सांस्कृतिक समरसता

मुख्य अतिथि काजी नबील अहमद ने अपने संबोधन में कहा कि मेला श्रावणी छड़ियान धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सवों का प्रतीक है। यह आयोजन हिंदू-मुस्लिम एकता और भाईचारे का संदेश देता है। उन्होंने बताया कि मेले में कव्वाली के अलावा कवि सम्मेलन, मुशायरा, रागनी, और बाल सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।

शहर के बच्चों के लिए झूले, खिलौनों की दुकानें, और स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल मेले की रौनक को और बढ़ाते हैं। महिलाओं और पुरुषों के लिए चाट, पकौड़ी और अन्य व्यंजन हर साल की तरह इस बार भी आकर्षण का केंद्र रहे।


दर्शकों और स्थानीय नेताओं की सहभागिता

कार्यक्रम में हाजी उस्मान, हाजी यूसुफ, वली मंसूरी, हाजी अनीस, मुब्बशिर हाशमी, सत्यदेव शर्मा, पंकज सैनी, दानिश मुल्तानी सभासद, नदीम अंजुम, जावेद मुल्तानी, हारून खान, वकील मंसूरी, नबील कुरैशी, जावेद पठान, अभिषेक गोयल एडवोकेट, अरशद खान, शादाब जाट, आसिफ मालिक, हारून मीडिया, काजी मुब्बशिर, राजा सिद्दीकी सहित सैकड़ों दर्शक उपस्थित रहे।

स्थानीय नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ा दी। उन्होंने आयोजकों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन समुदाय में भाईचारे और सांस्कृतिक जागरूकता को प्रोत्साहित करते हैं।


कव्वाली के जादू ने छू लिया दिल

गुलाम हबीब पेंटर और उनकी मंडली ने जिस प्रकार से प्रस्तुति दी, वह दर्शकों के लिए यादगार बन गई। उनकी आवाज़ और संगीत संयोजन ने पूरे कार्यक्रम में जोश और ऊर्जा का संचार किया। दर्शकों ने बार-बार तालियों से उनके प्रदर्शन को सराहा।

मेला श्रावणी छड़ियान के इस कार्यक्रम ने खतौली में सांस्कृतिक चेतना और मनोरंजन का अद्वितीय संगम पेश किया।


भव्य आयोजन, आनंद और उत्साह

इस कव्वाली मुकाबले के दौरान दर्शकों की भीड़ ने नगर पालिका परिषद के प्रांगण को पूरी तरह भर दिया। यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण रहा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यटन के लिए भी लाभदायक साबित हुआ।

अधिक आकर्षण:

  • बच्चों के लिए झूले और मनोरंजन

  • पारंपरिक व्यंजन और चाट स्टॉल

  • कवि सम्मेलन और मुशायरा

  • सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और रागनी

इस तरह के आयोजनों से नगरवासियों में कला और संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ती है।

गुलाम हबीब पेंटर की धमाकेदार प्रस्तुति और मेला श्रावणी छड़ियान 2025 का यह आयोजन खतौली के सांस्कृतिक परिदृश्य में यादगार बन गया। दर्शकों ने इस कव्वाली मुकाबले का भरपूर आनंद लिया और आयोजकों को बधाई दी। पूरे नगर में इस उत्सव की चर्चा चारों ओर रही, और आने वाले वर्षों में भी इस तरह के आयोजन शहर में कला और संस्कृति को नई उड़ान देंगे।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *