Muzaffarnagar खाद्य सुरक्षा और मिलावट के खिलाफ मुजफ्फरनगर में एक बड़ी कार्रवाई की गई है। खालापार क्षेत्र में पुलिस ने 250 किलोग्राम मावे से भरी एक डिजायर कार को पकड़ लिया, जो दीपावली के अवसर पर मिठाई बनाने के लिए लाया जा रहा था। यह कार्रवाई फक्कर शाह चैक पर दरोगा लोकेश गौतम के नेतृत्व में की गई थी। सूचना मिलने पर खाद्य विभाग की आयुक्त अर्चना अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचीं और मावे के नमूने जांच के लिए एकत्रित किए।
मावा की डिलीवरी और पकड़े जाने की वजह
पुलिस की चेकिंग के दौरान गाड़ी को रोका गया, और उसमें अत्यधिक मात्रा में मावा देखकर खाद्य विभाग को सूचित किया गया। मावा से भरी गाड़ी मेरठ से मुजफ्फरनगर लायी जा रही थी, और गाड़ी में मौजूद व्यापारी ने बताया कि यह मावा दौराला से लाया गया था, जिसे मुजफ्फरनगर में मिठाई बनाने के लिए डिलीवरी दी जानी थी।
पुलिस के इस समय पर सही निर्णय ने एक बड़े खाद्य सुरक्षा खतरे को टाल दिया, क्योंकि दीपावली के समय मिठाई के व्यवसाय में मिलावट और खराब गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थों की भारी मांग होती है। इस प्रकार की घटना से खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभाग ने तुरंत कार्रवाई की।
खाद्य विभाग की टीम ने की सैंपलिंग
खाद्य विभाग की आयुक्त अर्चना ने अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचकर मावे के नमूने एकत्रित किए और उसे जांच के लिए भेजा। नमूने जांच में आने वाले परिणामों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। खाद्य विभाग का कहना है कि यदि मावा मिलावटी पाया जाता है तो उसे नष्ट कर दिया जाएगा, और इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
व्यापारी और व्यापार मंडल का विरोध
जैसे ही मावे से भरी गाड़ी पकड़ी गई, शहर के कई मावा व्यापारी घटनास्थल पर जमा हो गए। मुजफ्फरनगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय मित्तल भी वहां पहुंचे और उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल मिलावट के खिलाफ है और मावे की सैंपलिंग होनी चाहिए।
हालांकि, संजय मित्तल ने विभाग द्वारा पूरे माल को नष्ट करने की बात पर आपत्ति जताई। उनका कहना था कि यदि नमूने सही पाए जाते हैं, तो व्यापारी को भारी नुकसान हो सकता है, और इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? मित्तल ने मांग की कि सैंपलिंग होने तक मावे को किसी फ्रिज में सुरक्षित रखा जाए, ताकि व्यापारी का नुकसान न हो।
व्यापारी की सुरक्षा के लिए उपाय की मांग
संजय मित्तल ने यह भी कहा कि जिले में एक लैब की स्थापना की जाए, ताकि सैंपलिंग प्रक्रिया एक ही दिन में पूरी हो सके और व्यापारी नुकसान से बच सकें। उन्होंने स्पष्ट किया कि व्यापार मंडल कभी भी मिलावट करने वालों का समर्थन नहीं करता, लेकिन माल नष्ट करने की स्थिति में व्यापारी के नुकसान का मुद्दा गंभीर है, जिसके लिए उन्हें समाधान चाहिए।
खाद्य विभाग और पुलिस की कड़ी निगरानी
खाद्य विभाग और पुलिस प्रशासन ने मिलकर इस कार्रवाई को गंभीरता से लिया है, और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और कड़ी निगरानी रखने का निर्णय लिया है। दीपावली के मौसम में मिठाईयों के कारोबार में मिलावट और खाद्य सुरक्षा को लेकर विभाग सतर्क है। अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी और मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
खाद्य विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से यह साफ संदेश गया है कि मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभाग पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।