Muzaffarnagar के भोपा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला गांव पटोली रविवार को गोलियों की गूंज से कांप उठा। खेत से लौट रहे एक किसान आफताब पर अज्ञात बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। घटना के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई और हर किसी के चेहरे पर खौफ की लकीरें साफ नजर आने लगीं।
गोलियों की आवाज़ से दहशत में गांव, घायल किसान आफताब की हालत गंभीर
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आफताब रोज की तरह खेत से लौट रहा था, तभी पहले से घात लगाए बैठे हमलावरों ने उस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगते ही आफताब चीखते हुए ज़मीन पर गिर पड़ा। गोलियों की आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर दौड़ पड़े, लेकिन तब तक हमलावर फरार हो चुके थे।
परिजनों ने घायल को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जिला अस्पताल किया गया रेफर
घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों ने आनन-फानन में घायल आफताब को उठाकर भोपा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसकी नाजुक हालत को देखते हुए तत्काल जिला अस्पताल रेफर कर दिया। डॉक्टरों के मुताबिक, आफताब की हालत गंभीर बनी हुई है और गोली उसके शरीर के संवेदनशील हिस्सों में लगी है।
पुलिस हरकत में, घटनास्थल से जुटाए गए अहम सुराग
घटना की सूचना मिलते ही भोपा थाना पुलिस फौरन मौके पर पहुंची और घटनास्थल का गहन निरीक्षण शुरू किया गया। पुलिस ने मौके से खाली कारतूस बरामद किए और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू की। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर गांव में सघन पूछताछ की जा रही है और हर संदेहास्पद व्यक्ति पर निगरानी रखी जा रही है।
प्रथम दृष्टया आपसी रंजिश की आशंका, पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
भोपा थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला आपसी रंजिश का प्रतीत हो रहा है, हालांकि किसी भी एंगल को नजरअंदाज नहीं किया जा रहा। उन्होंने बताया कि अज्ञात हमलावरों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस टीम को जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं।
पटोली गांव की बढ़ती आपराधिक घटनाएं – प्रशासन पर उठने लगे सवाल
यह पहली बार नहीं है जब पटोली गांव से इस तरह की गोलीबारी की खबर सामने आई है। पिछले कुछ महीनों में क्षेत्र में आपसी झगड़े और पुराने विवादों को लेकर कई बार हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की निष्क्रियता और गश्त की कमी के चलते अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
ग्रामीणों में रोष, सुरक्षा की मांग तेज
गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि गांव में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाए और पुलिस गश्त को नियमित किया जाए। एक वरिष्ठ ग्रामीण ने बताया, “अगर अपराधियों को जल्द पकड़ा नहीं गया तो लोग खुद सुरक्षा के लिए कुछ भी कदम उठा सकते हैं।”
अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए गठित की गई विशेष टीम
पुलिस ने जानकारी दी है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। इसमें क्राइम ब्रांच, स्थानीय पुलिस और खुफिया तंत्र को भी जोड़ा गया है। अफसरों का कहना है कि जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा।
क्या राजनीतिक रंजिश का भी है कोई एंगल? पुलिस नहीं कर रही इनकार
सूत्रों की मानें तो आफताब की पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक रूप से सक्रिय रही है और गांव के ही कुछ परिवारों से उसकी पुरानी तनातनी चली आ रही है। हालांकि पुलिस ने अभी तक इस बारे में कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन हर एंगल से जांच की बात जरूर कही गई है।
बढ़ते अपराध पर जिले में अलर्ट, पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश
मुजफ्फरनगर जिले में हाल ही में हुई यह चौथी बड़ी फायरिंग की घटना है, जिसने पूरे प्रशासन को सतर्क कर दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने जिले भर की पुलिस को सतर्क रहने, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने और आपसी विवादों को समय रहते सुलझाने के निर्देश दिए हैं।
माहौल शांत लेकिन तनावपूर्ण, पुलिस की तैनाती जारी
फिलहाल पटोली गांव में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। गांव में पुलिस का पहरा दिन-रात जारी है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।
गौरतलब है कि मुजफ्फरनगर के पटोली गांव में हुई इस ताबड़तोड़ फायरिंग की घटना ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। घायल किसान आफताब की हालत नाजुक बनी हुई है और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। लोगों में दहशत है लेकिन प्रशासन का दावा है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।