मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar): चरथावल थाना क्षेत्र से आई इस खबर ने पूरे जनपद में सनसनी फैला दी है। हत्या के एक सनसनीखेज मामले में चरथावल पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए महज 24 घंटे के भीतर दो वांछित हत्यारोपियों – साजिद और सहमान – को गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लोहे का बाट और गमछा भी बरामद किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की निगरानी और तेज़तर्रार पुलिस टीम की रणनीति ने इस केस को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।
चरथावल पुलिस की तेज़ कार्रवाई – 24 घंटे में हत्यारे गिरफ्त में
13 अक्टूबर को एक भयावह घटना ने मुजफ्फरनगर जिले के ग्राम कुल्हेड़ी को झकझोर दिया। ग्रामीण जाबिर हुसैन ने थाना चरथावल में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके बेटे अब्दुल मुन्तलिब की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। हत्या का आरोप गांव के ही साजिद पुत्र अखलाक और सहमान पुत्र इस्तेकार पर लगाया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के आदेश पर तुरंत टीम गठित की गई, जिसमें प्रभारी निरीक्षक जसवीर सिंह, निरीक्षक अपराध जय किशोर, उपनिरीक्षक पुष्पेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल अर्जुन सिंह, कांस्टेबल पवन कुमार और राहुल शामिल थे। इस टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए 24 घंटे के भीतर अपराधियों को खुसरोपुर मार्ग से धर दबोचा।
पर्दाफाश में सामने आया चौंकाने वाला सच – रंजिश, कर्ज और धोखे की कहानी
प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने जो बताया, उसने पुलिस अधिकारियों को भी हैरान कर दिया। सहमान ने बताया कि मृतक अब्दुल मुन्तलिब और उसका साथी अजिमुस्सान हरियाणा व पंजाब में शटरिंग का काम करते थे। कुछ महीने पहले अजिमुस्सान ने सहमान से ₹50,000 उधार लेकर परचून की दुकान शुरू कर दी थी।
जब अब्दुल मुन्तलिब को इसका पता चला, तो उसने सहमान को ताना मारा और कहा – “तुमने पैसे क्यों दिए, अब वो मेरे साथ काम नहीं करेगा।”
इसी से दोनों के बीच गहरी रंजिश पैदा हो गई। कुछ समय बाद मोटरसाइकिल से हुए मामूली विवाद ने इस दुश्मनी को और गहरा कर दिया।
साजिश रची गई मौत की – दोस्ती के नाम पर बुलाया, फिर मौत दी
पुलिस के अनुसार, घटना वाले दिन 13 अक्टूबर की शाम, सहमान ने योजना के तहत अब्दुल मुन्तलिब को दुकान पर बुलाया। बातचीत के दौरान उसने गमछे से उसका गला दबाया, जबकि साजिद ने लोहे के बाट से उसके सिर पर कई वार किए। कुछ ही पलों में अब्दुल मुन्तलिब लहूलुहान होकर गिर पड़ा और दोनों हमलावर उसे मृत समझकर फरार हो गए।
आरोपी मुजफ्फरनगर से भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही दबोच लिया।
वरिष्ठ अधिकारियों की सतर्क निगरानी – मेरठ से सहारनपुर तक तालमेल
यह कार्रवाई अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन और पुलिस उपमहानिरीक्षक सहारनपुर परिक्षेत्र के निर्देशन में की गई।
एसएसपी संजय कुमार वर्मा, एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत, और सीओ सदर डॉ. रवि शंकर ने इस पूरे अभियान की निगरानी की।
इन अधिकारियों ने टीमवर्क का एक मिसाल पेश किया कि जब पुलिस इच्छा शक्ति के साथ काम करे, तो कोई भी अपराधी कानून से नहीं बच सकता।
मुजफ्फरनगर में बढ़ते अपराध और पुलिस की सख्त कार्रवाई
पिछले कुछ महीनों में मुजफ्फरनगर जिले में कई गंभीर अपराध सामने आए हैं – लेकिन पुलिस ने हर केस में तेज़ी और दक्षता से कार्रवाई कर अपराधियों को पकड़ा है।
चरथावल पुलिस की यह सफलता सिर्फ एक केस का समाधान नहीं, बल्कि यह अपराधियों के लिए एक सख्त संदेश है – कानून से बचना अब आसान नहीं।
गांव में शोक की लहर, ग्रामीणों ने की न्याय की मांग
मृतक अब्दुल मुन्तलिब के परिवार और पूरे गांव में शोक का माहौल है। ग्रामीणों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि न्याय की दिशा में यह तेज कदम है।
गांव के बुजुर्गों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं समाज में भाईचारे और विश्वास को तोड़ती हैं, इसलिए दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
अपराधियों के खिलाफ होगी कठोर कार्रवाई – पुलिस का ऐलान
चरथावल पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों के खिलाफ विधिक कार्रवाई जारी है, और उन्हें जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा।
इसके अलावा, पुलिस अपराधियों के नेटवर्क और पृष्ठभूमि की भी जांच कर रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
पुलिस टीम को सम्मानित करने की तैयारी – जनता ने मांगी सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग
जनपद स्तर पर इस तेज़ कार्रवाई की चर्चा हर जगह हो रही है। स्थानीय नागरिकों और व्यापारिक संगठनों ने पुलिस टीम को सम्मानित करने की मांग की है।
लोगों का कहना है कि अगर हर थाने में इसी तरह की तत्परता दिखाई जाए, तो अपराध दर में भारी गिरावट आ सकती है।
राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा – ‘सिस्टम अब जाग रहा है’
यह मामला राजनीतिक हलकों में भी चर्चा का विषय बन गया है। कई नेताओं ने इसे प्रदेश पुलिस के नए एक्शन मोड का उदाहरण बताया है।
सूत्रों के अनुसार, शासन स्तर पर भी इस मामले की रिपोर्ट मांगी गई है और इसे एक “मॉडल केस ऑफ पुलिस एक्शन” के रूप में देखा जा रहा है।
चरथावल पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साबित किया है कि कानून के हाथ लंबे हैं। चाहे अपराधी कितना भी चालाक क्यों न हो, पुलिस की रणनीति और तत्परता से कोई नहीं बच सकता। यह मामला मुजफ्फरनगर ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश पुलिस तंत्र के लिए प्रेरणादायक उदाहरण बन गया है।