मोरना। मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar) ।जिले के भोपा थाना क्षेत्र में एक बेहद ही चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां एक युवक ने नाबालिग किशोरी को बहला-फुसलाकर अपने साथ कहीं भगा लिया था। यह मामला सोमवार सुबह हुआ, जब 12वीं कक्षा की एक छात्रा घर से स्कूल जाने के लिए निकली थी, लेकिन रास्ते में ही आरोपी सोनू ने उसे अपने जाल में फंसा लिया और नीयत से उसे कहीं ले गया।
किशोरी के लापता होने से मचा हड़कंप
घटना के बाद जब स्कूल की छुट्टी के समय किशोरी घर वापस नहीं लौटी, तो परिवार में हड़कंप मच गया। परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, लेकिन कहीं कोई जानकारी नहीं मिल पाई। इसके बाद, उन्होंने पुलिस से संपर्क किया और मामला दर्ज कराते हुए घटना की जानकारी दी। पुलिस की टीम ने तत्परता दिखाते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी।
भोपा थाना पुलिस ने किया त्वरित कार्रवाई
भोपा थाना प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह ने बताया कि मामले में सख्त कार्रवाई की गई। पुलिस टीम ने किशोरी की खोज शुरू की और जल्द ही उसे सुरक्षित बरामद कर लिया। आरोपी सोनू को भी गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया।
आरोपी सोनू की गिरफ्तारी
पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आरोपी सोनू खुड्डा गांव का निवासी है और उसकी नीयत गलत थी। उसने किशोरी को अपने जाल में फंसा लिया और उसे घर से दूर ले गया। आरोपी की गिरफ्तारी से परिवार के लोग काफी राहत महसूस कर रहे हैं, क्योंकि उनका सबसे बड़ा डर यह था कि कहीं उनकी बेटी का कुछ अनहोनी न हो जाए।
किशोरी के सुरक्षित लौटने पर परिजनों ने जताई खुशी
किशोरी के सकुशल बरामद होने पर उसके परिजनों ने पुलिस का धन्यवाद किया और कहा कि पुलिस की तत्परता और सटीक कार्रवाई के कारण उनकी बेटी सुरक्षित वापस लौट आई। उन्होंने बताया कि बेटी के लापता होने से परिवार में अंधेरे के बादल थे, लेकिन अब उनका दिल चैन से धड़क रहा है।
पुलिस की कड़ी कार्रवाई और जनता से अपील
इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन ने एक बार फिर से सभी नागरिकों से अपील की है कि वे बच्चों की सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस ने यह भी कहा कि वह ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती रहेगी जो इस प्रकार के अपराधों को अंजाम देते हैं।
मनचलों और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत
इस प्रकार की घटनाएं समाज में चिंता का कारण बनती हैं। बच्चों और नाबालिगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हर किसी की जिम्मेदारी बनती है। अब तक कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें मनचलों ने मासूमों को निशाना बनाया है। पुलिस को इस तरह के अपराधों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवानी चाहिए, ताकि समाज में सुरक्षा की भावना मजबूत हो सके।
पुलिस की सतर्कता से समाज में विश्वास बना रहता है
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि जब पुलिस सक्रिय रहती है और त्वरित कार्रवाई करती है, तो अपराधियों को जल्दी पकड़ा जा सकता है और समाज में कानून का डर बना रहता है। हालांकि यह समाज का दुर्भाग्य है कि ऐसी घटनाएं अब भी हो रही हैं, लेकिन पुलिस की तत्परता और सक्रियता के कारण कई बार स्थिति को जल्दी संभाला जा सकता है।
सुरक्षा जागरूकता बढ़ाना है जरूरी
आजकल के दौर में बच्चों और नाबालिगों के लिए यह बेहद आवश्यक है कि वे बाहर जाते समय किसी पर भी भरोसा न करें और हमेशा अपने माता-पिता से संपर्क में रहें। अगर किसी को कुछ असामान्य लगे तो तुरंत पुलिस को सूचित करना चाहिए। इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए परिवारों को बच्चों को सुरक्षा के उपायों के बारे में शिक्षित करना चाहिए।
समाज को एकजुट होकर ऐसे अपराधों से लड़ने की जरूरत
अंत में यह कहना उचित होगा कि समाज को इस प्रकार के अपराधों से निपटने के लिए एकजुट होना होगा। यह समय की जरूरत है कि हम बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और ऐसे अपराधियों के खिलाफ एक मजबूत सामूहिक आवाज उठाएं। साथ ही, पुलिस को भी इस दिशा में और अधिक सक्रिय रहने की आवश्यकता है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और समाज में एक सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।
किशोरी के सकुशल लौटने की खबर से परिजनों ने जताई राहत
किशोरी के सकुशल लौटने से उसकी मां-बाप के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई। उन्होंने पुलिस को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनकी बेटी का घर से अचानक गायब हो जाना एक भयावह अनुभव था, लेकिन अब उनकी बेटी सुरक्षित वापस आ गई है। वे पुलिस के आभारी हैं कि उन्होंने अपनी मेहनत और ईमानदारी से यह मामला सुलझाया और उनकी बेटी को सुरक्षित घर लौटाया।
किसी भी अनहोनी से बचने के लिए सजग रहना जरूरी
यह घटना हम सभी को यह सिखाती है कि किसी भी नाबालिग को अकेला छोड़ना और उसके सुरक्षा के प्रति लापरवाह होना खतरनाक साबित हो सकता है। हमें बच्चों को उनकी सुरक्षा के प्रति जागरूक करना चाहिए और हमेशा उनकी गतिविधियों पर ध्यान रखना चाहिए।
समाज को इस प्रकार के अपराधों से बचाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर काम करना होगा और बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना होगा। हमें अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी ताकि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।