Muzaffarnagar। वरदान धर्मार्थ नेत्र सेवा संस्थान (पंजी.), प्रेमपुरी, मुजफ्फरनगर द्वारा स्व. अनिता तायल (धर्मपत्नी श्री रामकुमार तायल, प्रदेश महामंत्री, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन) की पंचम पुण्यतिथि पर एक भव्य और निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। यह आयोजन प्रेमपुरी स्थित वरदान नेत्र चिकित्सालय में हुआ, जहां बड़ी संख्या में मरीज पहुंचे।


श्रद्धांजलि और कार्यक्रम का शुभारंभ

कार्यक्रम की शुरुआत स्व. अनिता तायल की पुण्य स्मृति में नगर के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पण से हुई। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने भी उपस्थित होकर स्व. अनिता तायल को श्रद्धांजलि दी और संस्थान की सेवाभावी पहल की सराहना की।


190 मरीजों की जांच, 23 चयनित मरीजों का होगा निःशुल्क ऑपरेशन

इस निःशुल्क नेत्र शिविर में 190 मरीजों की जांच की गई, जिनमें से 23 मरीजों को मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चयनित किया गया। संस्थान ने घोषणा की कि सभी चयनित मरीजों का ऑपरेशन पूरी तरह निःशुल्क किया जाएगा, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को राहत मिलेगी।


वरदान नेत्र चिकित्सालय और विशेषज्ञ डॉक्टरों की अहम भूमिका

इस अवसर पर डॉ. स्वाति अग्रवाल (एमबीबीएस, एमएस, बनारस यूनिवर्सिटी गोल्ड मेडलिस्ट) ने मरीजों की जांच की और मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चयन प्रक्रिया पूरी की। डॉ. स्वाति अग्रवाल की विशेषज्ञता और समर्पण ने इस आयोजन को और प्रभावी बना दिया।


संस्थान के पदाधिकारियों और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति

शिविर में संस्थान के अध्यक्ष शिवचरण दास गर्ग, सचिव पवन कुमार गोयल, कोषाध्यक्ष भानुप्रताप अग्रवाल सहित समाजसेवी योगेंद्र जैन, अशोक अग्रवाल, अखिलेश अग्रवाल, अक्षत जैन, अंकित गर्ग, अमित गर्ग, शिशुकांत गर्ग, राजेश मित्तल, सतीश गोयल, कमल गोयल, सुगंध जैन, अनमोल अग्रवाल, वंसज तायल, डॉ. अनिल गुप्ता, डॉ. पुंडीर और अन्य लोग मौजूद रहे।

अस्पताल स्टाफ में मयूर अग्रवाल, प्रवीण कुमार, सुरेंद्र कुमार, मोहिनी प्रजापति, निशा, पूजा, सन्नी, परवेज आदि की सक्रिय भागीदारी रही।


समाजहित के लिए प्रेरक उदाहरण

इस निःशुल्क नेत्र शिविर ने यह साबित कर दिया कि समाजसेवा केवल शब्दों का खेल नहीं, बल्कि वास्तविक कार्यों के माध्यम से समाज में बदलाव लाना संभव है। ऐसे आयोजनों से न केवल मरीजों को राहत मिलती है, बल्कि लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता भी बढ़ती है।


जनता की प्रतिक्रिया और सामाजिक प्रभाव

मौके पर मौजूद लोगों ने संस्थान के इस प्रयास की दिल खोलकर सराहना की। कई लोगों ने कहा कि यह शिविर गरीब और जरूरतमंद वर्ग के लिए जीवनदान जैसा है। नगरवासियों ने संस्थान से आग्रह किया कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जाएं।


📢 वरदान धर्मार्थ नेत्र सेवा संस्थान का यह प्रयास समाज को नई दिशा देने वाला है। यह न केवल मरीजों के जीवन को रोशनी देने का काम कर रहा है बल्कि शहर में स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति विश्वास भी बढ़ा रहा है।



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