Muzaffarnagar पुरकाजी थाना क्षेत्र के खादर इलाके में एक विशालकाय अजगर के दिखने से पूरे क्षेत्र में खौफ और हैरानी का माहौल है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में करीब 12 से 15 फीट लंबा अजगर तेज रफ्तार से खेतों में दौड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। वीडियो दो दिन पुराना बताया जा रहा है और इसके सामने आते ही ग्रामीणों में चर्चा का विषय बन गया। वीडियो की लोकप्रियता इतनी तेजी से बढ़ी कि कुछ ही घंटों में यह पूरे इलाके में वायरल हो गया।

ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने पहले कभी इतने बड़े अजगर को इतनी तेज गति से चलते हुए नहीं देखा था। यही वजह है कि giant python sighting in Purkazi अब पूरे जनपद में चर्चाओं का केंद्र बन चुकी है।


खेती कर रहे ग्रामीण अचानक दंग—अजगर की अप्रत्याशित गति ने बढ़ाई दहशत

घटना उस समय हुई जब कुछ किसान खेतों में काम कर रहे थे।
अचानक झाड़ियों के बीच से एक भारी-भरकम अजगर तेजी से बाहर निकला।

ग्रामीणों का कहना था—

  • “इतनी तेजी से दौड़ता अजगर पहली बार देखा है।”

  • “ऐसा लगा जैसे कोई बड़ा जंगली जानवर हो।”

अजगर खेतों में इधर-उधर घूमता रहा, जिससे कई ग्रामीण स्तब्ध रह गए और दूर-दूर तक हलचल फैल गई।
ग्रामीणों ने तुरंत सुरक्षित दूरी बना ली, लेकिन कई लोग वीडियो बनाने लगे—जो बाद में वायरल हुआ।


खादर क्षेत्र में अजगर दिखना नया नहीं, पर 15 फीट का अजगर और इतनी रफ्तार—पहली बार

पुरकाजी, भोपा और गंगा–यमुना खादर क्षेत्रों में गर्मियों में अजगर और अन्य सरीसृपों का निकलना आम बात है।
लेकिन इतना बड़ा अजगर, और वह भी खेतों में असामान्य तेज रफ्तार से घूमता हुआ—यह ग्रामीणों के लिए पहली बार का अनुभव था।

कुछ लोगों ने कहा कि हाल के दिनों में खादर क्षेत्र का जंगल और नदी किनारे का इलाका बेहद गर्म हो गया है, जिसके कारण बड़े सरीसृप खुले स्थानों की ओर निकल आते हैं।
स्थानीय जानकारों के अनुसार, गर्मी और नमी के कारण ऐसे समय में अजगर पानी की तलाश में दूर-दूर तक निकल जाते हैं।


नाली में घुसते ही ग्रामीणों ने ली राहत—गंदे पानी में छिपा अजगर

काफी देर खेतों में घूमने और हलचल मचाने के बाद अजगर एक नजदीकी नाली की ओर बढ़ गया।
जैसे ही उसे पानी दिखाई दिया, वह सीधे नाली के भीतर घुस गया और गंदे पानी में खुद को छिपा लिया।
इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली और क्षेत्र का तनाव कुछ हद तक कम हुआ।

लेकिन इतनी देर में वीडियो बन चुका था, और सोशल मीडिया पर इसकी गूंज दूर-दूर तक फैल चुकी थी।


सबसे बड़ी लापरवाही—इतना विशाल अजगर देखने के बावजूद किसी ने वन विभाग को सूचना नहीं दी

खादर क्षेत्र के ग्रामीणों से यह बड़ी चूक हुई कि इतनी विचित्र और खतरनाक स्थिति के बावजूद किसी ने भी वन विभाग को फोन करके सूचना देना जरूरी नहीं समझा।
लोगों के चर्चा करने, वीडियो बनाने और सोशल मीडिया पर शेयर करने में तो देर नहीं लगी, लेकिन सुरक्षा से जुड़ा कदम किसी ने नहीं उठाया।

इसी बात पर अब लापरवाही और जागरूकता की कमी को लेकर लोगों की आलोचना हो रही है।


वीडियो वायरल होते ही वन विभाग सक्रिय—रेस्क्यू टीम समय से पहुंच सकती थी

जब वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से वायरल हुआ, तब जाकर वन विभाग हरकत में आया।
अधिकारियों ने कहा—

  • “अगर हमें समय पर सूचना मिल जाती, तो टीम भेजकर अजगर को सुरक्षित रेस्क्यू किया जा सकता था।”

  • “इतना बड़ा अजगर आबादी के नजदीक होना खतरा पैदा कर सकता है।”

अब विभाग ने वीडियो के आधार पर जांच शुरू कर दी है और पूरे इलाके में टीम भेजकर स्थिति की पुष्टि कर रहा है।


खादर क्षेत्र में सतर्कता बढ़ाई गई—पुलिस और वन विभाग की संयुक्त अपील

वन विभाग और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से ग्रामीणों से अपील की है कि—

  • किसी भी जंगली जीव को देखने पर तुरंत सूचना दें

  • जानवरों पर पत्थर न फेंकें, न डराएं

  • सोशल मीडिया के लिए वीडियो न बनाएं

  • भीड़ न लगाएं, इससे हादसे की संभावना बढ़ती है

अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि जंगली जीवों के साथ खिलवाड़ करना अपराध है और इससे जीव तथा इंसान दोनों खतरे में पड़ सकते हैं।


विशाल अजगर की गति और आकार ने वन्यजीव विशेषज्ञों को भी चौंकाया—क्या यह असामान्य व्यवहार था?

कई विशेषज्ञ यह मानते हैं कि—

  • इतनी गर्मी में अजगर का पानी की तलाश में तेज गति से चलना सामान्य हो सकता है

  • लेकिन खेतों के बीच इतने खुले क्षेत्र में उसका इस तरह दौड़ना असामान्य प्रतीत होता है

  • वीडियो में उसका आकार 15 फीट से भी अधिक लग रहा है, जो दुर्लभ है

कुछ विशेषज्ञ यह भी कह रहे हैं कि अजगर संभवतः भोजन की तलाश में अपनी सीमा से बाहर निकल आया होगा।
इस वजह से giant python sighting in Purkazi इतना चर्चित हुआ है।


पुरकाजी के खादर क्षेत्र में 12–15 फीट लंबे अजगर के दिखने की यह घटना giant python sighting in Purkazi के रूप में पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई है। वीडियो वायरल होने के बाद वन विभाग ने जांच शुरू कर दी है और ग्रामीणों को जंगली जीवों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने के निर्देश जारी किए हैं। अधिकारियों ने दोहराया है कि किसी भी वन्यजीव की उपस्थिति पर तुरंत सूचना देना ही सुरक्षा और संरक्षण का सबसे महत्वपूर्ण कदम है।



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