मुजफ्फरनगर, (Muzaffarnagar)  पुलिस प्रशासन में एक नया मोड़ आया है जब पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, आदित्य बंसल ने थाना भोपा का आकस्मिक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण थाने की कार्यप्रणाली, अधिकारियों की जवाबदेही, और अपराध नियंत्रण को लेकर गंभीर कदम उठाने के लिए किया गया था। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक ने थाना परिसर, कार्यालय, महिला हेल्प डेस्क, बंदी गृह सहित कई अन्य महत्वपूर्ण स्थानों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए और थाने के अंदर होने वाली प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए।

पुलिस अधीक्षक ने सबसे पहले थाना परिसर की साफ-सफाई का निरीक्षण किया। परिसर के हर कोने में गंदगी की कोई भी कसर नहीं छोड़ी जानी चाहिए, यह उनका प्रमुख संदेश था। उन्होंने कहा कि पुलिस थानों में स्वच्छता के साथ-साथ कार्य प्रणाली भी निखारी जानी चाहिए ताकि जनता का भरोसा जीतने में कोई कमी न आए। इसके बाद उन्होंने महिला हेल्प डेस्क का निरीक्षण किया, जहां पुलिस के साथ महिलाएं अपनी शिकायतें दर्ज कराती हैं। बंसल ने यहां पर कर्मचारियों से कहा कि महिला संबंधी अपराधों में सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए, और कोई भी शिकायत बिना समाधान के नहीं रहनी चाहिए।

पुलिस अधीक्षक ने मालखाना, बंदी गृह, संतरी पहरा, और अन्य सभी विभागों का गहन निरीक्षण किया। खास तौर पर विवेचक कक्ष और साइबर हेल्प डेस्क की कार्यप्रणाली को भी देखा गया। यहां पर पुलिस ने कहा कि अब तक के सभी महत्वपूर्ण मामलों की जांच में और भी तेजी लानी होगी और अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए और भी ज्यादा समर्पण दिखाना होगा।

त्योहार रजिस्टर, अपराध रजिस्टर और टॉप-10 अपराधियों की सूची का अवलोकन

निरीक्षण के दौरान बंसल ने थाना कार्यालय में रखे विभिन्न अभिलेखों का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने विशेष रूप से त्योहार रजिस्टर और अपराध रजिस्टर की जांच की, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी अपराधी बचने न पाए। इसके अलावा, उन्होंने टॉप-10 अपराधियों की सूची पर भी ध्यान दिया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस सूची में नए अपराधियों को शामिल किया जाए और इनपर कड़ी निगरानी रखी जाए।

अर्दली रूम और अधिकारी-कर्मचारियों के साथ बैठक

निरीक्षण के बाद पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने थाना भोपा पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ अर्दली रूम में बैठक की। इस बैठक में उन्होंने लंबित विवेचनाओं, महिला अपराधों, वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर गंभीर चर्चा की। बंसल ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि सभी विवेचकों को अपने मामलों का निष्पक्ष और तेजी से निस्तारण करना चाहिए। इसके साथ ही, महिलाओं से संबंधित अपराधों में प्राथमिकता से कार्रवाई की जाए।

उन्होंने पुलिस अधिकारियों को यह भी बताया कि थाना क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थों, शराब, जुआ और सट्टा की रोकथाम के लिए कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। यह निर्देश भी दिए गए कि शातिर अपराधियों और हिस्ट्रीशीटर्स का सत्यापन नियमित रूप से किया जाए और किसी भी अपराधी को बिना सजा दिए छोड़ने की बजाय उसे पकड़ा जाए। बंसल ने कहा कि थाने के अंदर और बाहर सभी पुलिसकर्मियों को आम जनता के साथ शालीनता से पेश आना चाहिए।

गैंगस्टर एक्ट और अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई

पुलिस अधीक्षक ने गैंगस्टर अधिनियम के तहत अपराधियों पर कार्रवाई के बारे में भी निर्देश दिए। उन्होंने धारा 14(1) गैंगस्टर एक्ट के तहत अपराधियों की संपत्ति के जब्तीकरण की प्रक्रिया को सख्ती से लागू करने के आदेश दिए। इसके साथ ही, अवैध खनन, पशु तस्करी, वन और भूमाफियाओं के खिलाफ एक विशेष अभियान चलाने की बात की गई। बंसल ने कहा कि ऐसे सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि उन्हें अपने अवैध कामों के लिए किसी भी प्रकार की राहत न मिल सके।

इसके अलावा, बंसल ने हिस्ट्रीशीटरों की चेकिंग को नियमित करने का निर्देश दिया और फ्लाई सीट में चेकिंग की प्रविष्टियों को भी पूर्ण करने की बात कही। इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि थाना क्षेत्र में नियमित रूप से पैट्रोलिंग की जाए ताकि किसी भी प्रकार के अपराध को रोका जा सके।

पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के साथ संवाद

अंत में, पुलिस अधीक्षक ने थाना भोपा पर तैनात सभी पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के साथ संवाद किया। इस संवाद में उन्होंने कर्मचारियों की समस्याओं को जाना और तत्काल निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। बंसल ने यह भी कहा कि पुलिस बल को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए लगातार प्रशिक्षण देना जरूरी है, ताकि वे अपनी जिम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभा सकें।

इस दौरान प्रभारी निरीक्षक भोपा विजय सिंह और थाना के अन्य अधिकारी तथा कर्मचारी भी मौजूद थे। इस निरीक्षण और निर्देशों के बाद यह स्पष्ट हो गया कि मुजफ्फरनगर पुलिस अब और भी सख्त और जागरूक हो गई है। आदित्य बंसल की यह कार्रवाई जिले में अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।


मुजफ्फरनगर में अपराधियों के खिलाफ इस कड़ी कार्रवाई के बाद से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति और मजबूत हो सकती है। ऐसे निर्देशों से ना केवल अपराधियों में डर बढ़ेगा, बल्कि आम जनता में भी पुलिस के प्रति विश्वास का माहौल बनेगा। पुलिस अधीक्षक आदित्य बंसल का यह कदम पूरे जिले के लिए एक उदाहरण साबित होगा, जो अन्य थानों और विभागों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बनेगा।



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