Muzaffarnagar: जिले के थाना कोतवाली नगर पुलिस ने हाल ही में एक बड़ी सफलता हासिल की है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के दिशा-निर्देशन में और पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत के निकट पर्यवेक्षण में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत थाना कोतवाली नगर की पुलिस टीम ने चार चोरी के मामलों का सफलतापूर्वक खुलासा किया। इस अभियान में पुलिस ने दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया, जिनसे चोरी की गई सामग्री भी बरामद की गई।

मुखबिर की सूचना से मिली सफलता

पुलिस ने यह सफलता एक मुखबिर की सूचना पर प्राप्त की। सूचना के अनुसार, चोर एक कार में सवार होकर चोरी की बैटरियां लेकर आने वाले थे। इस सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने तत्काल कार्यवाही की और सादपुर रजवाहे की पुलिया के पास चेकिंग शुरू कर दी। कुछ समय बाद, एक कार को संदिग्ध रूप से आते हुए देखा गया। पुलिस ने कार को रोकने का इशारा किया, लेकिन कार सवारों ने पुलिस को देखकर कार से उतरकर खेतों की ओर भागने की कोशिश की। पुलिस ने उनका पीछा किया और आवश्यक बल प्रयोग कर दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, उनका एक साथी अंधेरे और खड़ी फसल का फायदा उठाकर फरार हो गया।

बरामद की गई संपत्ति

गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों के कब्जे से पुलिस ने कई महत्वपूर्ण वस्तुएं बरामद कीं। इनमें 8 चोरी की बैटरियां, 1 सोलर कंट्रोलर, 1 सोलर कंट्रोलर का मदरबोर्ड, 1 छोटा ट्रांसफार्मर और चोरी की घटनाओं में प्रयुक्त 1 कार शामिल है। यह कार एक फॉक्सवैगन वेन्टो थी जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर यूपी 14 बीजे 4083 था। इन सामानों की बरामदगी ने यह साबित कर दिया कि अभियुक्तों का गिरोह इलाके में कई चोरी की वारदातों में शामिल था।

गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान

गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान धर्मेंद्र कुमार और नितिन उर्फ हरिओम इन्द्रपाल के रूप में हुई। धर्मेंद्र कुमार गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित मोहल्ला जयपुरी का निवासी है, जबकि नितिन उर्फ हरिओम इन्द्रपाल गाजियाबाद के ग्राम मसौता का निवासी है। इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं और मामले की जांच जारी है। पुलिस ने इस गिरोह के अन्य फरार सदस्य गोपाल उर्फ रोहित और कपिल की गिरफ्तारी के लिए भी कड़ी मेहनत कर रही है। दोनों फरार अभियुक्त मेरठ के निवासी हैं।

पुलिस टीम का सराहनीय प्रयास

इस सफलता के पीछे पुलिस टीम की कठोर मेहनत और रणनीतिक योजना शामिल थी। पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत ने इस अभियान की निगरानी करते हुए पुलिस टीम को निर्देश दिए। सहायक पुलिस अधीक्षक/क्षेत्राधिकारी नगर व्योम बिंदल और थाना कोतवाली नगर के थानाध्यक्ष अक्षय शर्मा के कुशल नेतृत्व में पुलिस टीम ने लगातार चौकसी और जाँच की। पुलिस टीम में उप निरीक्षक नितिन कुमार, शशि कपूर, का. राजू सिंह और रहीश आजम शामिल रहे।

क्यों महत्वपूर्ण है यह घटना?

मुजफ्फरनगर जैसे बड़े जिलों में चोरी और अन्य अपराधों की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। ऐसे में पुलिस द्वारा ऐसे अपराधियों को पकड़ना और चोरी की सामग्री की बरामदगी करना समाज के लिए बड़ी राहत की बात है। यह घटनाएं यह भी दिखाती हैं कि पुलिस विभाग अब एक सख्त और असरदार रणनीति के तहत काम कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे ताकि अपराधियों के मन में कानून का खौफ बना रहे।

गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई

पुलिस द्वारा गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अपराधियों के विस्तृत आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। अभियुक्तों के अन्य मामलों में संलिप्तता की भी जांच की जा रही है ताकि उनकी अन्य चोरी की घटनाओं का भी पता चल सके।

मामले की जाँच और भविष्य की योजना

पुलिस टीम अब फरार अभियुक्तों की तलाश में जुटी हुई है। वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा और उनके खिलाफ भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस प्रकार की सफलता से पुलिस का मनोबल बढ़ा है और उन्होंने आम जनता से सहयोग की अपील की है ताकि अपराधियों की गिरफ्तारी में मदद मिल सके।

समाज में पुलिस की भूमिका

इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस की भूमिका केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में अपराध को रोकने और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का भी एक अहम पहलू है। पुलिस की मेहनत और रणनीतिक योजना के चलते अपराधियों के मन में कानून का डर कायम रहेगा।


अपराध के खिलाफ पुलिस का यह अभियान

अधिकारियों ने बताया कि अपराधियों के खिलाफ यह अभियान जनपद में लंबे समय से चल रहे अपराधों को रोकने के लिए एक सकारात्मक कदम है। पुलिस टीम ने न केवल चोरों को पकड़ा, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि चोरी के सामान की बरामदगी से पीड़ितों को राहत मिले।

जनता से सहयोग की अपील

अधिकारियों ने आम लोगों से आग्रह किया कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को तुरंत दें। इससे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में तेजी आएगी और अपराधों पर अंकुश लगेगा।

मुजफ्फरनगर पुलिस ने इस बार अपनी तत्परता और योजना के बल पर एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। जनता और पुलिस के मिलकर काम करने से ही अपराधों पर नियंत्रण पाया जा सकता है और समाज में सुरक्षा का माहौल बन सकता है।

 

 



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