Muzaffarnagar जिले के बुढाना थाना क्षेत्र में एक बेहद शर्मनाक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक ही परिवार की दो नाबालिग बहनों के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने वाले दो युवकों को बुढाना पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है।
इस जघन्य अपराध के आरोपी हैं – प्रदीप उर्फ बाबू पुत्र रामनिवास और गौरव पुत्र रामफूल, दोनों निवासी ग्राम चन्धेडी, थाना बुढाना, जिला मुजफ्फरनगर।
👮♀️कड़ी निगरानी में चली गिरफ्तारी की रणनीति
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के पर्यवेक्षण और पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल के मार्गदर्शन में, क्षेत्राधिकारी बुढाना और थाना प्रभारी की अगुवाई में पुलिस टीमों ने बेहद योजनाबद्ध ढंग से काम किया।
थाना बुढाना क्षेत्र के रहने वाले पीड़ित परिवार ने पुलिस को लिखित तहरीर दी थी, जिसमें बताया गया कि उनके ही गांव के दो युवकों ने उनके घर की नाबालिग बेटियों के साथ दुष्कर्म किया। इस शिकायत को तत्काल गंभीरता से लेते हुए मु.अ.सं. 303/25 धारा-65(1), 137(2), 351(3) बीएनएस व 3/4(2) पोक्सो अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
🚨दबाव और तेजी: पुलिस की दो टीमों ने घेराबंदी कर पकड़ा
पुलिस अधीक्षक के आदेश पर बुढाना थाने में दो अलग-अलग टीमें बनाई गईं। इन टीमों ने अपने नेटवर्क और खुफिया जानकारी का प्रयोग करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू की।
लगातार प्रयासों और GPS ट्रैकिंग के माध्यम से आखिरकार पुलिस ने दोनों आरोपियों को ग्राम उकावली चौराहा के पास से धर दबोचा। गिरफ्तारी के वक्त आरोपियों ने भागने की कोशिश भी की लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के चलते वे ज्यादा दूर नहीं जा सके।
🔍जिन्होंने किया न्याय का रास्ता आसान: पुलिस टीम के सदस्य
इस सफल ऑपरेशन में शामिल रहे —
उपनिरीक्षक मोहित कुमार,
कांस्टेबल अमन कुमार
और कांस्टेबल कृष्ण कुमार।
तीनों जवानों ने बिना किसी देरी के सटीक लोकेशन व जानकारी जुटाई और आरोपियों को धर दबोचने में अहम भूमिका निभाई।
⚖️पोक्सो अधिनियम और बीएनएस के तहत होगी कड़ी सजा की तैयारी
चूंकि मामला नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म का है, इसलिए इसमें पोक्सो एक्ट की धारा 3/4(2) और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा-65(1), 137(2), 351(3) जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। ये धाराएं बेहद सख्त हैं और यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो आरोपियों को लंबी सजा हो सकती है।
📢बढ़ते दुष्कर्म के मामलों पर रोक जरूरी: समाज में आक्रोश
यह घटना एक बार फिर सवाल खड़ा करती है — आखिर हमारे समाज में नाबालिगों के खिलाफ अपराध इतनी तेजी से क्यों बढ़ रहे हैं?
ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा और सतर्कता की भारी कमी देखी जा रही है, खासकर तब जब आरोपी कोई करीबी हो। चन्धेडी जैसे गांव में इस घटना ने लोगों को झकझोर दिया है।
लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि अपराधियों को ‘फास्ट ट्रैक कोर्ट’ में पेश किया जाए और जल्द से जल्द उन्हें कड़ी सजा दी जाए, ताकि ऐसे अपराधियों में डर बना रहे।
🚔बुढाना पुलिस का कड़ा रुख: और भी गिरफ्तारियां संभव
पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी लंबे समय से वारदात की योजना बना रहे थे। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि क्या इस घटना में और कोई व्यक्ति या तत्व शामिल है।
यदि और नाम सामने आते हैं, तो जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। पुलिस ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा देने का भी आश्वासन दिया है।
🔒गांव में तनाव, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई
घटना के बाद से ग्राम चन्धेडी और आसपास के इलाकों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
गांववासियों में रोष व्याप्त है और लोगों की मांग है कि दोनों आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
📌क्या कहती हैं सरकारी एजेंसियाँ?
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की दिशा-निर्देशों के अनुसार, पोक्सो के तहत इस तरह के मामलों में पुलिस को 24 घंटे के भीतर FIR दर्ज करनी होती है, और 60 दिनों के भीतर चार्जशीट पेश की जानी चाहिए।
बुढाना पुलिस ने शुरुआत में ही अपनी तत्परता दिखा दी है और उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में संपूर्ण जांच त्वरित और निष्पक्ष तरीके से की जाएगी।
📣जनता को संदेश: अपराधियों को न बख्शें, कानून का करें सहयोग
पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि यदि कोई इस घटना से संबंधित जानकारी रखता है तो वह बेहिचक पुलिस से संपर्क करें।
इसके अलावा, गांव और मोहल्लों में सतर्कता और सामुदायिक निगरानी को बढ़ावा देने की बात भी कही गई है।
⚖️ बुढाना पुलिस की इस कार्यवाही से साफ संकेत मिलता है कि अपराध चाहे जितना भी संगीन हो, उत्तर प्रदेश पुलिस किसी को भी बख्शने के मूड में नहीं है। आरोपी प्रदीप और गौरव की गिरफ्तारी से लोगों को उम्मीद जगी है कि न्याय मिलेगा, और ऐसे अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। इस घटना ने समाज और प्रशासन दोनों को झकझोर दिया है।