मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar) कचहरी परिसर  पूरी तरह धरना-प्रदर्शन के नाम रही। अर्थात विभिन्न किसान संगठनो द्वारा किसानो से जुडी समस्याओ के निराकरण की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन जारी रहा। किसान नेता बकाया गन्ना भुगतान एवं गन्ना मूल्य में वृद्धि तथा आवारा पशुओं के कारण हो रहे फसल के नुकसान से निजाद दिलाने आदि कई समस्याओ को लेकर भाकियू टिकैत ने किसानो की बडी संख्या के साथ कलैक्टै्रट की और कूच की।

किसानो की समस्याओ को लेकर भाकियू कार्यकर्ता टै्रक्टर-ट्राली एवं कई अन्य वाहनो के साथ कचहरी परिसर पहुंचे। कचहरी परिसर पहुंचे भाकियू कार्यकर्ताओ ने एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह को सोपे गए ज्ञापन में सरकार से मांग रखी कि जल्द ही गन्ना मूल्य घोषित किया जाए एवं गन्ना मूल्य मे वृद्धि की जाए। भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा के नेतृत्व मे कचहरी परिसर स्थित धरना स्थल पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सम्बोधित एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौपा गया।

जिसमें अवगत कराया कि देश की आर्थिक स्थिती को हमेशा मजबूत करने और खाद्यान्न की स्थिती को सुधारने व सुचारू रूप से चलन मे रखने के लिए सबसे मजबूत अगर कोई आधार है तो वेह कृषि है। भारत को कृषि प्रधान देश भी कहा जाता है। लेकिन वर्तमान स्थिती और आने वाला भविष्य भारत के कृषकों के लिए चूनौतिपूर्ण साबित हो रहा है। विगत 36 वर्षो से भारतीय किसान यूनियन इस भारतीय स्तम्भ और वर्तमान व भविष्य मे सरकार की विसंगत नीतियों का दंश झेल रहे कृषकों की आवाज को समय समय पर धरना-प्रदर्शन व आन्दोलन के माध्यम से सरकार के दरवाजे तक दस्तक देने का काम कर रहा है।

ज्ञापन मे कहा गया कि पेराई पेराई सत्र को शुरू हुए 2 माह से भी अधिक का समय हो गय है लेकिन गन्ने का भाव घोषित नही किया गया है। जबकि पिछले चार वर्षो मे मात्र 25 रूपये प्रति कुन्तल बढाकर किसानो को और गरीब बनाने का काम किया है। गन्ने की खेती पर बढते हुए खर्च को देखते हुए प्रदेश सरकार 500 रूपये प्रति कुन्तल गन्ने का भाव घोषित ेकरें। गन्ने के भुगतान को डिजीटल प्रणाली भुगतान से आने वाले पेराई सत्र 2023-24 में जोडा जाए। इस दौरान युवा मण्डल अध्यक्ष विकास शर्मा, विकास चौधरी, मोनू प्रधान, सरदार अमीर सिह, श्यामपाल सिंह आदि मौजूद रहे।



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