Muzaffarnagar मोरना क्षेत्र के कस्बा भोकरहेड़ी में सोमवार तड़के एक wood workshop fire ने पूरे इलाके में अफरातफरी मचा दी। मोहल्ला नई बस्ती में स्थित लकड़ी की वर्कशॉप से अचानक उठीं आग की तेज लपटों को देखकर स्थानीय लोग चौकन्ने हो गए। लोगों ने तत्काल वर्कशॉप मालिक मोमीन मलिक को सूचना दी।
सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंचे, जहाँ ग्रामीणों की मदद से करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास के लोगों ने तत्काल बाल्टियों, मोटरों और पाइपों से पानी डालकर किसी तरह स्थिति को संभाला।
वर्कशॉप मालिक मोमीन मलिक ने बताया—मरम्मत, फर्नीचर और कीमती लकड़ी सब राख
मालिक मोमीन मलिक ने बताया कि आग इतनी तेजी से फैली कि पूरी वर्कशॉप मिनटों में धधकने लगी।
वर्कशॉप में रखी—
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साल की लकड़ी के 30 लठ्ठे,
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बकैन की लकड़ी के सैकड़ों तख्ते,
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चौखट,
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विंडो फ्रेम,
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अधबना फर्नीचर,
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और ईमारती लकड़ी का भारी स्टॉक
सब आग की चपेट में आकर जलकर राख हो गया।
लाखों रुपये का सामान राख में बदलते देख परिवार व पड़ोसियों में चिंता और मायूसी का माहौल है।
मोमीन मलिक के अनुसार, यह आग उनके व्यवसाय को वर्षों पीछे धकेल देने वाली है। उन्होंने प्रशासन से आपदा राहत और आर्थिक सहयोग की मांग की है ताकि वे अपने परिवार और दुकान की पुनर्रचना कर सकें।
आग कैसे लगी? कूड़े के ढेर से पहुंची चिंगारी पर संदेह
मोमीन मलिक ने बताया कि आग का मुख्य कारण संभवतः वह कूड़े का ढेर है, जो वर्कशॉप के बिल्कुल बगल में मौजूद रहता है।
उन्होंने कहा कि—
“मोहल्ले में कई बार कूड़े के ढेरों में आग लग जाती है। संभावना है कि इसी में लगी आग की चिंगारी उड़ी और धीरे-धीरे वर्कशॉप तक पहुंच गई।”
इस घटना ने मोहल्ले की साफ-सफाई व्यवस्था और नगर पंचायत की लापरवाही पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
वरिष्ठ नागरिकों का आरोप—कूड़े के ढेरों में बार-बार लगती है आग, प्रशासन ध्यान नहीं देता
मोहल्ले के वरिष्ठ नागरिक डॉ. अख्तर मलिक ने साफ कहा कि बस्ती में कूड़े के ढेरों में अक्सर आग लगी रहती है।
उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा—
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कूड़े के बड़े ढेर हटाए नहीं जाते
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अक्सर उनमें धुआँ उठता रहता है
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आग लगने की घटनाएँ सामान्य बात बन गई हैं
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और इससे आसपास के मकानों व दुकानों को खतरा लगातार बना हुआ है
उन्होंने नगर पंचायत से तुरंत कार्रवाई करने की मांग की, ताकि ऐसी दुर्घटनाएँ दोबारा न हों और जन-धन की हानि को रोका जा सके।
स्थानीय लोगों के सहयोग से रोकी गई बड़ी दुर्घटना, फायर ब्रिगेड की जरूरत महसूस हुई
स्थानीय लोगों ने बताया कि अगर ग्रामीण समय पर न दौड़ते, तो यह आग आसपास के घरो, दुकानों और मोहल्ले की अन्य दुकानों तक भी फैल सकती थी।
लोगों ने इस बात पर भी चिंता जताई कि इलाके में फायर ब्रिगेड की त्वरित उपलब्धता नहीं है।
किसी बड़ी घटना को रोकने के लिए लोगों ने नगर पंचायत और जिला प्रशासन से अपील की कि—
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क्षेत्र में फायर सेफ्टी की व्यवस्था मजबूत हो
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कूड़े के ढेरों को जल्द हटाया जाए
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वर्कशॉप और दुकानों में सुरक्षा उपाय अनिवार्य कराए जाएं
ग्रामीणों का कहना है कि यह wood workshop fire एक बड़ी चेतावनी है और प्रशासन को अब गंभीरता से स्थायी समाधान की दिशा में कदम उठाने चाहिए।
भोकरहेड़ी में वर्कशॉप में लगी यह भीषण आग न सिर्फ लाखों रुपये के नुकसान का कारण बनी, बल्कि इससे क्षेत्र की साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था की कमियां भी उजागर हुईं। मोमीन मलिक की लकड़ी की दुकान पूरी तरह खाक हो जाने के बाद अब स्थानीय लोग नगर पंचायत से अपेक्षा कर रहे हैं कि कूड़े के ढेर हटाए जाएं, फायर सेफ्टी मजबूत की जाए और प्रभावित परिवार को शीघ्र राहत प्रदान की जाए।
