मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar) ।जनपद के भोपा थाना क्षेत्र स्थित कादीपुर गांव से एक ऐसी चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। शनिवार सुबह गांव की एक बुज़ुर्ग महिला कलावती (72 वर्ष) को पड़ोसी ने मामूली बहस के बाद फावड़े से वार कर निर्ममता से मौत के घाट उतार दिया। इस दिल दहला देने वाली घटना ने ग्रामीणों के साथ-साथ पुलिस महकमे को भी सकते में डाल दिया है।

बात-बात में बिगड़ा मामला, जानलेवा हमला

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, कलावती देवी का सुबह पड़ोस में रहने वाले युवक से किसी बात पर हल्की-फुल्की कहासुनी हो गई थी। पहले तो आस-पड़ोस के लोगों ने समझदारी से मामला शांत करवा दिया। लेकिन किसी को यह अंदाजा नहीं था कि मामला इतनी खौफनाक दिशा ले लेगा। कुछ ही समय बाद आरोपी युवक हाथ में फावड़ा लेकर आया और सीधे महिला के सिर पर ताबड़तोड़ वार कर दिया।

मौके पर चीख-पुकार मच गई, परिजन पहुंचे तो हो चुकी थी देर

वारदात के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण दौड़ पड़े और महिला को गंभीर हालत में परिजन तत्काल मेरठ ले जाने लगे, लेकिन रास्ते में ही बुज़ुर्ग कलावती ने दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों के अनुसार महिला की हालत इतनी गंभीर थी कि एक भी मिनट गंवाना मौत को न्यौता देने जैसा था।

हिरासत में लिया गया आरोपी, मानसिक रोगी होने का दावा

भोपा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया है। प्रारंभिक पूछताछ में जानकारी सामने आई है कि युवक मानसिक रूप से अस्थिर है। हालांकि पुलिस ने यह भी साफ किया है कि आरोपी के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर विस्तृत जांच करवाई जा रही है। यदि वह वास्तव में मानसिक रोगी है, तो उसके इलाज और कस्टडी को लेकर अगला कदम उठाया जाएगा।

गांव में डर और ग़ुस्से का माहौल, महिलाएं सहमीं

घटना के बाद पूरे कादीपुर गांव में भय और ग़ुस्से का माहौल है। खासतौर से महिलाएं और बुज़ुर्ग दहशत में हैं। स्थानीय निवासी सुषमा देवी ने बताया, “हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारी आंखों के सामने ऐसी दरिंदगी देखने को मिलेगी। अब तो घर से बाहर निकलने में भी डर लग रहा है।”

पुलिस का सक्रिय रवैया, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा रहस्य

कलावती देवी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त फावड़ा बरामद कर लिया गया है और घटनास्थल से अन्य सबूत भी एकत्र किए गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या के पीछे की सटीक वजह और चोटों की विस्तृत जानकारी सामने आएगी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या यह हमला पूर्व नियोजित था या फिर आरोपी की मानसिक हालत ने उस पर असर डाला।

पहले भी कर चुका है आरोपी अजीब हरकतें?

गांव वालों की मानें तो आरोपी युवक पहले भी कई बार अजीब व्यवहार कर चुका है। किसी को बिना बात के गालियां देना, सड़क पर अकेले बात करते घूमना, और घरेलू चीजों को नुकसान पहुंचाना उसके व्यवहार का हिस्सा था। हालांकि, इस तरह की हिंसक हरकत की किसी ने कल्पना नहीं की थी।

मानसिक रोगियों की निगरानी पर उठे सवाल

इस दर्दनाक घटना ने एक और बड़ी बहस को जन्म दे दिया है—मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्तियों की निगरानी और इलाज की ज़रूरत। यदि आरोपी सच में मानसिक रोगी है, तो फिर उसका उचित इलाज क्यों नहीं चल रहा था? उसके परिवार या प्रशासन ने क्या कोई जिम्मेदारी निभाई? यह सवाल अब प्रशासन और समाज दोनों से पूछे जा रहे हैं।

बुज़ुर्गों की सुरक्षा पर चिंता, पुलिस कर रही गश्त बढ़ाने की योजना

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण की ओर से बताया गया है कि गांवों में वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए नई रणनीति तैयार की जा रही है। बीट कांस्टेबल को निर्देश दिया गया है कि वे हर सप्ताह गांव में जाकर बुज़ुर्गों से संवाद करें और किसी भी प्रकार की शिकायत पर त्वरित कार्यवाही करें।

कलावती देवी की शोकसभा में उमड़ा जनसैलाब

रविवार को कलावती देवी के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। हर आंख नम थी और हर दिल में एक ही सवाल — क्या इंसान इतना निर्मम हो सकता है? ग्रामीणों ने प्रशासन से आरोपी को सख्त सजा देने की मांग की है, ताकि भविष्य में कोई और ऐसी दरिंदगी की हिम्मत न कर सके।

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यह घटना न केवल कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि समाज में बढ़ रही असंवेदनशीलता और मानसिक रोगियों के लिए अपर्याप्त सुविधा व्यवस्था की भी पोल खोलती है। बुज़ुर्ग कलावती की मौत एक चेतावनी है—समाज को और अधिक जागरूक, सतर्क और जिम्मेदार बनने की आवश्यकता है।

 



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