Muzaffarnagar। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं और बालिकाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा को लेकर चलाए जा रहे मिशन शक्ति अभियान (फेज-05) का एक प्रेरणादायक उदाहरण मुजफ्फरनगर के रुस्तमगढ़ गांव में देखने को मिला। इस अभियान के तहत क्षेत्राधिकारी नई मंडी, श्रीमती रूपाली राव ने प्राथमिक विद्यालय रुस्तमगढ़ में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम ने महिलाओं और बालिकाओं को आत्मनिर्भरता और सुरक्षा के प्रति सजग रहने का संदेश दिया।
कार्यक्रम का आयोजन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक सिंह और पुलिस अधीक्षक अपराध श्री प्रशांत कुमार प्रसाद के निर्देशन में हुआ। इसमें स्थानीय बाल कल्याण समिति के सदस्य डॉ. राजीव कुमार, प्रधानाचार्य श्रीमती आरती शर्मा, पुलिस और बाल कल्याण समिति के अन्य अधिकारी एवं विद्यालय के शिक्षक उपस्थित रहे।
लाठी प्रदर्शन बना आकर्षण का केंद्र
कार्यक्रम का सबसे प्रमुख आकर्षण विद्यालय की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किया गया लाठी संचालन का प्रदर्शन रहा। इस प्रदर्शन ने ना केवल उपस्थित दर्शकों को प्रभावित किया, बल्कि यह दिखाया कि आत्मरक्षा के लिए लड़कियों को शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाना कितना आवश्यक है। क्षेत्राधिकारी श्रीमती रूपाली राव ने लाठी संचालन करने वाली छात्राओं को पुष्पमाला और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
महिलाओं और बालिकाओं को दी गई विशेष जानकारी
श्रीमती राव ने कार्यक्रम के दौरान उपस्थित बालिकाओं, महिलाओं और उनके परिजनों को कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं:
- महिला सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर्स:
- डॉयल 112 (आपातकालीन सेवा)
- वुमेन पावर लाइन 1090
- हेल्पलाइन 181
- चाइल्ड हेल्पलाइन 1098
- सीएम हेल्पलाइन 1076
- स्वास्थ्य सेवा 102
- एंबुलेंस सेवा 108
- महिला सशक्तिकरण योजनाएं:
- निराश्रित महिला पेंशन योजना
- बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ
- आयुष्मान योजना
- महिला शक्ति केंद्र योजना
- वन स्टॉप सेंटर की सेवाएं:
महिला हिंसा और दुर्व्यवहार के मामलों में तुरंत सहायता प्रदान करने के लिए वन स्टॉप सेंटर (181) की भूमिका को विस्तार से समझाया गया।
जागरूकता बढ़ाने के अन्य प्रयास
क्षेत्राधिकारी ने पम्फलेट और बैनर के माध्यम से यह सुनिश्चित किया कि जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे। उन्होंने छात्राओं और उनके परिजनों को शक्ति दीदी अभियान के तहत सुरक्षित रहने और जरूरत पड़ने पर उपलब्ध सेवाओं का इस्तेमाल करने के तरीके भी बताए।
अभियान का व्यापक प्रभाव
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मिशन शक्ति अभियान का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं के जीवन में विश्वास, सम्मान, और सुरक्षा का वातावरण तैयार करना है। यह कार्यक्रम उसी दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुआ। महिला हेल्प डेस्क और जनसुनवाई पोर्टल जैसी सुविधाओं की जानकारी से यह सुनिश्चित किया गया कि महिलाएं बिना किसी डर के अपनी समस्याएं दर्ज करवा सकें।
स्थानीय समुदाय में जागरूकता
कार्यक्रम के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे अभियानों से महिलाओं और बालिकाओं के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है और वे अपनी सुरक्षा के प्रति अधिक सतर्क हो पाती हैं।
महिला सशक्तिकरण की नई दिशा
मिशन शक्ति अभियान के तहत किए जा रहे इस प्रकार के आयोजन यह दिखाते हैं कि उत्तर प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को लेकर कितनी प्रतिबद्ध है। ऐसे कार्यक्रम न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करते हैं, बल्कि समाज को यह संदेश भी देते हैं कि महिला सशक्तिकरण देश की प्रगति का आधार है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
क्षेत्राधिकारी रूपाली राव ने कहा, “हमारी प्राथमिकता महिलाओं और बालिकाओं को आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाना है। यह अभियान इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए चलाया जा रहा है। लाठी संचालन का प्रदर्शन इस बात का उदाहरण है कि यदि महिलाएं खुद को सशक्त बनाएंगी तो समाज में अपराधों को रोकने में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं।”
यह जागरूकता कार्यक्रम ना केवल एक सफल आयोजन था बल्कि एक मिशन के तहत की गई प्रेरणादायक पहल भी थी। मिशन शक्ति अभियान का यह उदाहरण बताता है कि जब सरकार, पुलिस, और समाज एकजुट होते हैं तो सकारात्मक बदलाव संभव है।