Muzaffarnagar  में पत्रकारों के एक ग्रुप मीडिया सैंटर की नई कार्य कारिणी का गठन किया गया हैं। चुनाव अधिकारी डा. आर के सिंह द्धारा सर्व सम्मति से मीडिया सैंटर की नई कार्यकारिणी की विधिवत घोषणा की जिसमे हमेशा की तरह अध्यक्ष ‘अनिल रॉयल’ ही चुने गये हैं, और कार्यकारी अध्यक्ष बिनेश पंवार, महामंत्री अनुज मुदगल, कोषाध्यक्ष पवन अग्रवाल चुने गये है.

अनिल रॉयल ने कहा कि Muzaffarnagar मीडिया सैंटर किसी भी पत्रकार के साथ हो रहे अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होने कहा कि श्रावण माह में शुरू होने जा रही कावड यात्रा के बाद मीडिया सैंटर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन करेगा, जिसमें देश विदेश से वरिष्ठ पत्रकारों के द्वारा क्षेत्रीय पत्रकारों का मार्गदर्शन किया जायेगा।

उन्होने कहा कि अगस्त माह के पहले सप्ताह में ही मीडिया सैंटर केे पत्रकारों को इंस्योरेंस एवं कार्ड आदि का वितरण किया जायेगा।  पत्रकारिता के क्षेत्र में आ रहे युवाओं का मार्ग दर्शन करने एवं मोटिवेशन के लिए मीडिया सैंटर प्रतिमाह एक मोटिवेशन कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा, क्योकि पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना भविष्य सिक्योर करना इतना आसां नहीं हैं। उन्होने कहा कि बीच बीच में पत्रकारों के बीच गेम आदि भी खेले जायेगें ताकि स्वास्थ्य भी अच्छा रहे।

मीडिया: समस्याएं और चुनौतियाँ

भारतीय पत्रकारिता के इस युग में, समाज की आवाज को उठाने और सच्चाई को सामने लाने का जिम्मा पत्रकारों का है। हालांकि, इस क्षेत्र में कई समस्याएँ और चुनौतियाँ भी हैं जो उन्हें निभाना पड़ता है। भारतीय पत्रकारिता एवं मीडिया जगत एक व्यापक और गहरी समस्याओं से घिरी हुई है। जहां एक ओर मीडिया की ताकत और प्रभाव से लोगों को जागरूक किया जाता है, वहीं दूसरी ओर कई चुनौतियाँ भी हैं जो पत्रकारिता को दिवार से घिरा हुआ रखती हैं।

पत्रकारों की समस्याएँ: पत्रकारों की समस्याएँ विविध हैं। इनमें सबसे मुख्य हैं उनकी सुरक्षा। कई बार पत्रकारों को अपने पत्रकारिता के कार्य करते हुए खतरे का सामना करना पड़ता है। उन्हें अपने जीवन की समझौता करनी पड़ती है ताकि सच्चाई को उजागर कर सकें।

पत्रकारों के चिंता स्तर: पत्रकारों की चिंताएँ भी बढ़ती जा रही हैं। वे अक्सर अपने लेखन के माध्यम से समाज में गंभीर समस्याओं को उजागर करते हैं, लेकिन समय-समय पर उन्हें नकली और दोगले पत्रकारों से भी निपटना पड़ता है। इससे उनकी चिंताएँ और भी बढ़ जाती हैं।

सरकार से कम समर्थन: भारतीय पत्रकारिता की एक और मुख्य समस्या है सरकार से कम समर्थन। कई बार सरकारी अधिकारियों या पॉलिटिकल पार्टियों के प्रति निष्ठा दिखाने वाले पत्रकारों को सरकारी समर्थन में कठिनाई होती है। इससे पत्रकारों की स्वतंत्रता पर भी सवाल उठता है।

नकली पत्रकार: आजकल नकली पत्रकारों का प्रावधान भी एक बड़ी समस्या बन गया है। ये लोग आम लोगों को गुमराह करते हैं और बिना सत्यापन के अफवाहों को फैलाते हैं। इससे समाज में अशांति बढ़ती है और मीडिया की गवाही पर सवाल उठते हैं।

मीडिया की ताकत: हालांकि, मीडिया की ताकत और प्रभाव अभी भी अविरल है। यह लोगों को जागरूक रखता है और समाज में जांच-परख की भूमिका निभाता है। असली पत्रकारों के प्रयासों से समाज में विश्वास बना रहता है।

भारतीय पत्रकारिता एक उच्च और नीचे दोनों दिशाओं से समस्याओं से घिरी हुई है। यह समस्याएँ हल करने के लिए समाज की भी भागीदारी और समर्थन की जरूरत है। चुनौती है मीडिया की ताकत और उसका सही इस्तेमाल। अधिकांश मीडिया कंपनियों का व्यवसायिक होना, अन्यायपूर्ण प्रवृत्तियों को बढ़ावा देने के लिए उन्हें विशेष ध्यान देना पड़ता है। इससे समाज में सही जानकारी पहुंचाने की क्षमता प्रभावित होती है। इन समस्याओं के बीच, भारतीय पत्रकारों की समस्याओं का सम्माननीय समाधान और सुधार करने की जरूरत है। सरकार, सामाजिक संस्थाएँ, और समाज के हर व्यक्ति के योगदान से इस क्षेत्र में सुधार किया जा सकता है ताकि भारतीय पत्रकारिता निष्पक्षता, सत्यता, और न्याय के प्रतीक बन सके।

Muzaffarnagar मीडिया सैंटर की नई कार्यकारिणी

मीडिया सैंटर की नई कार्यकारिणी मे अध्यक्ष अनिल राॅयल, कार्यकारी अध्यक्ष बिनेश पंवार के अलावा अन्य पदाधिकारियो मे वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशीष यादव, सतीश मलिक, व रामकुमार बालियान, महासचिव अनुज मुद्गल, कोषाध्यक्ष पवन अग्रवाल, उपाध्यक्ष एस मुजम्मिल हुसैन, दिलशाद गनी, मिर्जा गुलजार बेग, सुश्री खुशी कुरैशी, रविन्द्र सिंह, एवं संदीप सैनी, सचिव सुनील कुमार वर्मा, अमरीश बालियान, अभिषेक बेनीवाल, अंकुर चैहान, तंजीम आमिर को बनाया गया।

प्रवक्ता पद पर मौहम्मद शाहनवाज अंसारी, कार्यालय प्रबंधक राधेश्याम वर्मा, आईटी इंचार्ज कुलदीप कौशिक, संगठन सचिव वासुदेव शर्मा, आरिफ शीश महली, कमल बख्शी, अमित कुमार, नफीस राव, सह सचिव संदीप बंसल, आसिफ अली, विनीत कुमार शर्मा, अंकित मित्तल, तनवीर मलिक को चुना गया जबकि कार्यकारिणी सदस्यो के रूप में डा. आरके सिंह, गुलफाम अहमद, सूरज प्रकाश मलिक, मुकुल दुआ, कुलदीप त्यागी, नरेश विश्वकर्मा, मोनू सिंह, डा. तनवीर गौहर, जफर इकबाल, जोनी शर्मा, हिमांशी शर्मा, कविता बालियान, गौरव चैटाला, विजय मुण्डे, नौशाद खान, सुजा जैदी, आशीष गोयल को चुना गया है।

बैठक में अनिल रॉयल, बिनेश पंवार, अनुज मुदगल, पवन अग्रवाल, राधेश्याम वर्मा, मिर्जा गुलजार बेग, महफूज अली, दीक्षित कुमार, आशीष कुमार, प्रशांत, आरिफ शीशमहली, अमित सैनी, मौहम्मद शाहनवाज अंसारी, राव अहसान, दानिश थानवी, नरेश विश्वकर्मा, नौशाद खान, वसीम अहमद, नफीस राव, रविंद्र सिंह, संदीप सैनी, अमित कुमार, कुलदीप वर्मा, सन्नी त्यागी, कुलदीप वर्मा, जीतेन्द्र राठी, नवनीत शर्मा, अहसान राव, सन्नी धीमान, खुर्शीद सैफी, नवाब अली, गौरव चैटाला, मो. दिलशाद, अमरीश बालियान, वसीम सलमानी, कुलदीप त्यागी, सुनील कुमार वर्मा, संजय धीमान, राधे सिंह, विजय मुंडे, शमशेर खान, ब्रह्म प्रकाश शर्मा, वासुदेव शर्मा, डा. तनवीर गौहर, पियूष शर्मा, राजेश गोयल आदि मौजूद रहे।



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