Muzaffarnagar मीरापुर विधानसभा उपचुनाव 2024 के लिए मतदान तो पहले ही शांतिपूर्वक संपन्न हो चुके हैं, लेकिन अब यह अहम वक्त है जब मतगणना की प्रक्रिया को निष्पक्ष, सुरक्षित और विवाद-मुक्त तरीके से सम्पन्न कराया जाए। मुजफ्फरनगर जिले में इस समय पूरे चुनावी माहौल में सबसे महत्वपूर्ण कार्य, यानी मतगणना, की तरफ हर किसी की निगाहें लगी हुई हैं।

मतगणना स्थल की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने कसी कमर

मीरापुर विधानसभा उपचुनाव 2024 के मतगणना कार्य के लिए कूकड़ा मंडी स्थल को विशेष रूप से तैयार किया गया है। मतगणना की प्रक्रिया को पारदर्शिता और सुरक्षा के साथ सम्पन्न कराने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस ने सभी प्रकार की सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था का खुद निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि मतगणना स्थल पर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CRPF), सिविल पुलिस और पीएसी (पुलिस आर्म्ड कांस्टेबुलरी) की तैनाती की जाएगी। इनकी जिम्मेदारी होगी कि वे सभी मतगणना केंद्र के आसपास हर गतिविधि पर नजर रखें, ताकि कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति अंदर न घुस सके। इसके अलावा, सुरक्षा के दो स्तर तय किए गए हैं। इनर कार्डन में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात रहेगा, जबकि आउटर कार्डन में सिविल पुलिस और पीएसी के जवान सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाएंगे।

स्ट्रांग रूम की सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश

स्ट्रांग रूम, जहां मतपत्रों की गिनती की जाएगी, उसकी सुरक्षा को लेकर भी सख्ती बरती गई है। एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि मतगणना स्थल पर तैनात सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपनी ड्यूटी पर पूरी तरह से सतर्क और चौकस रहें। स्ट्रांग रूम के पास किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही न होने पाए। पुलिस बल के सभी कर्मियों को कड़ी निगरानी रखने के लिए कहा गया है ताकि कोई बाहरी व्यक्ति इस क्षेत्र में घुसकर मतगणना प्रक्रिया को प्रभावित न कर सके।

यहां तक कि पीएसी और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल को भी यह निर्देश दिया गया कि वे किसी भी प्रकार के संदिग्ध व्यक्ति पर तुरंत कार्रवाई करें। साथ ही, किसी भी व्यक्ति को मतगणना स्थल के आसपास खड़ा होने की अनुमति न दी जाए, ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो।

प्रशासन का मजबूत सुरक्षा तंत्र

इस पूरे सुरक्षा तंत्र में प्रशासन ने कोई कोताही नहीं बरती है। पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल, पुलिस अधीक्षक अपराध प्रशांत कुमार प्रसाद और पुलिस अधीक्षक यातायात अतुल कुमार भी इस प्रक्रिया की निगरानी में जुटे हुए हैं। इसके अतिरिक्त, क्षेत्राधिकारी नई मंडी, श्रीमती रूपाली राव सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और कर्मियों की टीम ने सुरक्षा तैयारियों का पूरा जायजा लिया और इसे सुनिश्चित किया कि कहीं से भी कोई परेशानी न हो।

सुरक्षा व्यवस्था के अलावा प्रशासन ने की व्यवस्था की बारीकियों की निगरानी

अभिषेक सिंह ने यह भी कहा कि सुरक्षा व्यवस्था के अलावा प्रशासन ने मतगणना की जगह पर सभी प्रकार की व्यवस्थाओं की बारीकी से निगरानी रखी है। इससे यह सुनिश्चित किया गया कि मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो और मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से सुचारू रूप से चले। प्रशासन ने इसके लिए तकनीकी उपायों और सुरक्षा की अतिरिक्त संरचनाओं का भी सहारा लिया है।

मुजफ्फरनगर के उपचुनाव में बढ़ी सख्ती

मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के इस माहौल में एक ओर चुनौती यह है कि मतगणना का दिन किसी भी अनहोनी से बचने के लिए अत्यधिक सतर्कता की आवश्यकता है। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि शांति बनी रहे और किसी भी स्तर पर असहमति या कोई असामान्य स्थिति उत्पन्न न हो। इसके लिए सभी सुरक्षा बलों को समय-समय पर अपडेट और निर्देश दिए जा रहे हैं।

मतगणना के दिन की संभावनाएं

मीरापुर उपचुनाव 2024 की मतगणना में हर कोई यह जानने को उत्सुक है कि कौन सी पार्टी इस बार बाजी मारेगी। इस चुनाव में स्थानीय मुद्दों से लेकर पार्टी के नेतृत्व तक, सब कुछ अहम है। लिहाजा मतगणना का दिन काफी रोमांचक हो सकता है। ऐसे में प्रशासन की मेहनत यह सुनिश्चित करेगी कि मतगणना शांतिपूर्वक हो और परिणाम भी निष्पक्ष रूप से सामने आएं।

सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था के बावजूद चुनौतियां बनी रहती हैं

हालांकि प्रशासन और पुलिस की ओर से हर तरह की तैयारी की गई है, लेकिन चुनावी माहौल में कई तरह की चुनौतियां बनी रहती हैं। कई बार चुनावी परिणामों को लेकर हिंसा या विरोध की घटनाएं सामने आती हैं। ऐसे में इस बार के चुनाव को लेकर प्रशासन ने हर परिस्थिति का सामना करने के लिए सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।

मीरापुर विधानसभा उपचुनाव की मतगणना को लेकर प्रशासन और पुलिस का यह प्रयास निश्चित रूप से प्रशंसा योग्य है। यह दिखाता है कि जब सुरक्षा और व्यवस्था की बात आती है, तो प्रशासन अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस तरह के चुनावी माहौल में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी अप्रिय घटना न घटे, और मतगणना प्रक्रिया पूरी तरह से निष्पक्ष और शांतिपूर्वक संपन्न हो।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *