मीरापुर। Muzaffarnagar – दिल्ली-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर शनिवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें 25 वर्षीय युवक की मौत हो गई और उसकी मां गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस घटना ने न केवल मृतक के परिवार को झकझोर कर रख दिया बल्कि पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। हादसे का शिकार हुए युवक का नाम सलमान था, जो मेरठ के अब्दुल्लापुर गांव का निवासी था। उसकी मां नफीसा की हालत गंभीर है और उन्हें मेरठ के एक प्रमुख अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने सलमान को मृत घोषित कर दिया।
घटनास्थल का विवरण
मीरापुर थाना क्षेत्र के कैथोड़ा चौकी के निकट दिल्ली-पौड़ी राष्ट्रीय राजमार्ग पर यह हादसा उस समय हुआ जब सलमान अपनी मां के साथ बाइक से घर लौट रहा था। बताया जा रहा है कि बाइक की रफ्तार सामान्य थी और दोनों सुरक्षित यात्रा कर रहे थे। लेकिन अचानक, एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने लापरवाही से ओवरटेक करने का प्रयास किया। ट्रैक्टर चालक की ग़लती के कारण ट्रैक्टर ने संतुलन खो दिया और सलमान की बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर की तीव्रता इतनी अधिक थी कि सलमान गंभीर रूप से घायल हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। जबकि पीछे बैठी उसकी मां नफीसा भी गंभीर रूप से घायल हो गईं।
पुलिस और चिकित्सा प्रतिक्रिया
घटना के बाद, आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मीरापुर पुलिस ने तत्परता से घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों को जानसठ के अस्पताल पहुंचाया। लेकिन चिकित्सकों ने सलमान को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद, नफीसा की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें मेरठ के एक प्रमुख अस्पताल में रेफर कर दिया गया। जहां उनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
ट्रैक्टर चालक की फरारी और पुलिस कार्रवाई
हादसे के बाद ट्रैक्टर चालक मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने ट्रैक्टर को कब्जे में ले लिया और चालक की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ट्रैक्टर चालक की पहचान की प्रक्रिया जारी है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। ट्रैक्टर की गहन जांच भी की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई अन्य साक्ष्य छुपा न हो।
परिवार का दर्द और स्थानीय प्रतिक्रिया
सलमान के परिवार में गम का माहौल है। परिवार के सदस्य और आसपास के लोग इस घटना से स्तब्ध हैं। सलमान के पिता निसार ने बताया कि उनका बेटा अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद हाल ही में एक नौकरी में शामिल हुआ था और अपनी मां के साथ बाइक से घर लौट रहा था। उनकी मां नफीसा के गंभीर हालत के बावजूद उनके परिवार ने पुलिस से जल्द से जल्द न्याय की मांग की है। स्थानीय लोगों ने भी सड़क पर तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी की ओर इशारा किया है, जिससे ऐसी घटनाएं होती हैं।
सड़क दुर्घटनाओं का बढ़ता खतरा
यह हादसा हमें सड़क पर सुरक्षा के महत्व की याद दिलाता है। हाल के वर्षों में सड़क पर होने वाले हादसों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो वाहन चालकों की लापरवाही और ट्रैफिक नियमों की अवहेलना के कारण हो रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि सड़क पर नियमित रूप से पुलिस गश्त और नियमों के कड़े प्रवर्तन से हादसों को रोका जा सकता है। इस हादसे ने प्रशासन और जनता दोनों को सुरक्षा के प्रति सचेत किया है।
ट्रैफिक नियमों की महत्ता
इस घटना के बाद कई स्थानीय निवासियों ने जोर देकर कहा कि ट्रैफिक नियमों को लागू करने और लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। विशेष रूप से, ओवरटेक करने के दौरान सतर्कता रखना बेहद जरूरी है। सड़क पर अनियंत्रित और तेज रफ्तार वाहन हादसों को जन्म देते हैं, जो मानव जीवन के लिए खतरे का कारण बनते हैं।
मामले की जांच
पुलिस ने इस मामले की जांच तेज कर दी है। मृतक सलमान के शव का पोस्टमार्टम करवा दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, ट्रैक्टर चालक की पहचान और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस द्वारा विभिन्न पहलुओं की जांच की जा रही है।
स्थानीय प्रशासन की चेतावनी
स्थानीय प्रशासन ने वाहन चालकों को सतर्क रहने और सड़क पर सुरक्षा नियमों का पालन करने की चेतावनी दी है। अधिकारियों का कहना है कि सड़क पर अनुशासन और नियमों की कड़ी निगरानी से ही ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।
मीरापुर में हुई यह दुर्घटना सड़क पर सुरक्षा के लिए एक गंभीर चेतावनी है। यह घटना न केवल एक परिवार की दुखद कहानी है, बल्कि पूरे समाज को यह याद दिलाती है कि सड़क पर सतर्क रहना और ट्रैफिक नियमों का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है। पुलिस और प्रशासन को इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए तत्पर रहना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं न हों।