Muzaffarnagar। अपराधियों के खिलाफ चल रहे ‘ऑपरेशन क्लीन’ में पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है। नई मंडी थाना क्षेत्र में शनिवार की देर रात हुई मुठभेड़ में पुलिस ने ₹25,000 के इनामी वाहन चोर निक्की पुत्र विजयपाल निवासी मंसूरपुर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में आरोपी के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
निक्की एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी है, जो लंबे समय से फरार चल रहा था। पुलिस के अनुसार, वह वाहन चोरी और लूटपाट के कई मामलों में वांछित था और हाल ही में क्षेत्र में फिर से सक्रिय होने की सूचना थी।
मुखबिर की सूचना से खुला बड़ा राज, रातभर चली पुलिस की मुहिम
सीओ मंडी राजू कुमार साव ने जानकारी दी कि बीती रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि निक्की किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी में है।
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार शर्मा ने टीम को अलर्ट किया और रातभर चेकिंग अभियान चलाया गया।
जब पुलिस ने एक संदिग्ध स्प्लेंडर मोटरसाइकिल को रोकने का प्रयास किया, तो बाइक सवार ने रफ्तार बढ़ाते हुए पुलिस पर फायरिंग कर दी। गोली पुलिसकर्मी के करीब से गुज़री, लेकिन किसी को चोट नहीं आई। जवाब में पुलिस ने कंट्रोल फायरिंग की, जिसमें गोली आरोपी के बाएं पैर में लगी।
अवैध तमंचा, कारतूस और चोरी की बाइक बरामद
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक .315 बोर का तमंचा, एक जिंदा कारतूस, एक खाली खोखा, और बिना नंबर प्लेट की स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल बरामद की है।
अब पुलिस यह जांच कर रही है कि यह बाइक किस चोरी की घटना से जुड़ी हुई है।
सूत्रों का कहना है कि निक्की इस बाइक का उपयोग वाहन चोरी की घटनाओं के दौरान भागने के लिए करता था और उसके गिरोह में कई अन्य साथी शामिल हैं।
निक्की का आपराधिक रिकॉर्ड चौंकाने वाला, 15 से अधिक मुकदमे दर्ज
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, निक्की पर 15 से अधिक गंभीर मुकदमे दर्ज हैं जिनमें हत्या के प्रयास, गौकशी, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, और वाहन चोरी के मामले शामिल हैं।
पुलिस का कहना है कि आरोपी पहले भी कई बार जेल जा चुका है, लेकिन हर बार जमानत पर छूटकर फिर से अपराध की राह पर लौट आता था।
सीओ राजू कुमार साव ने बताया —
“निक्की जैसे अपराधियों पर शिकंजा कसना हमारी प्राथमिकता है। उसकी गिरफ्तारी से क्षेत्र में कई पुराने मामलों का राज खुलेगा और कई घटनाओं का पर्दाफाश होने की उम्मीद है।”
मुठभेड़ स्थल पर मौजूद रहे यह अधिकारी और सिपाही
इस मुठभेड़ में भाग लेने वाली पुलिस टीम में शामिल रहे —
थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार शर्मा,
उप निरीक्षक संदीप सिंह धारीवाल,
रोहताश सिंह,
कांस्टेबल रोहित कुमार,
मुनेश कुमार, और नरेश कुमार।
इन पुलिसकर्मियों ने बहादुरी और सूझबूझ से काम करते हुए आरोपी को जीवित पकड़ा और उसे तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया।
पुलिस की बहादुरी पर जनता ने जताया भरोसा
मुठभेड़ की खबर इलाके में फैलते ही लोगों में राहत की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर नागरिकों ने पुलिस की तारीफ करते हुए लिखा कि यह कार्रवाई अपराधियों के लिए “स्पष्ट संदेश” है —
“अब कानून से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
कई स्थानीय लोगों ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से वाहन चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही थीं, जिससे आम जनता में असुरक्षा का माहौल बन गया था। लेकिन इस मुठभेड़ के बाद लोगों में पुलिस पर भरोसा और सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है।
अपराधियों के खिलाफ यूपी पुलिस का ‘क्लीन ऑपरेशन’ जारी
यह मुठभेड़ उत्तर प्रदेश पुलिस की उस अभियानिक नीति का हिस्सा है जिसमें अपराधियों को खुलेआम चेतावनी दी गई है कि या तो वे आत्मसमर्पण करें या फिर जेल की सलाखों में जाएं।
राज्य के विभिन्न जिलों में बीते महीनों में हुई पुलिस मुठभेड़ों ने कई गैंगों की कमर तोड़ दी है।
मुजफ्फरनगर, मेरठ, शामली, और सहारनपुर जिलों में पुलिस ने वाहन चोरी, गौकशी, और लूटपाट गिरोहों पर लगातार कार्रवाई की है।
डीजीपी मुख्यालय से भी निर्देश जारी हैं कि किसी भी संगठित अपराधी को बख्शा न जाए।
पुलिस के अनुसार, निक्की गिरोह के अन्य सदस्य जल्द गिरफ्त में
थाना प्रभारी बृजेश कुमार शर्मा ने बताया कि निक्की से पूछताछ शुरू कर दी गई है।
उसके बताए सुरागों के आधार पर पुलिस की विशेष टीम उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुट गई है।
शर्मा ने कहा —
“हम यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि इस गिरोह के तार किन-किन जिलों में फैले हैं। वाहन चोरी के पुराने मामलों को खोलने में यह गिरफ्तारी अहम भूमिका निभाएगी।”
गिरफ्तारी के बाद अपराधियों में दहशत का माहौल
नई मंडी क्षेत्र में इस मुठभेड़ के बाद अपराधियों में दहशत का माहौल है।पुलिस ने घोषणा की है कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और जमीन जब्ती कार्रवाई भी की जाएगी ताकि वे फिर से अपराध के रास्ते पर न लौट सकें।
स्थानीय लोगों ने कहा कि पुलिस को यह सख्ती जारी रखनी चाहिए क्योंकि इसी से अपराध दर में गिरावट आएगी।
सोशल मीडिया पर छाई मुजफ्फरनगर मुठभेड़ की चर्चा
यह खबर अब सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है। ट्विटर और फेसबुक पर #MuzaffarnagarEncounter और #UPPoliceBravery जैसे हैशटैग के साथ हजारों पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं।
लोगों का कहना है कि पुलिस की यह कार्रवाई “जनता की जीत और अपराध की हार” है।
मुजफ्फरनगर की इस मुठभेड़ ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों से निपटने में किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटती।
पुलिस की सजगता और जनता के सहयोग से अब अपराधियों के दिन गिने-चुने रह गए हैं। निक्की की गिरफ्तारी न केवल एक बड़ी उपलब्धि है बल्कि यह भी संकेत है कि कानून के हाथ लंबे हैं, चाहे अपराधी कितना भी चालाक क्यों न हो।
