Muzaffarnagar में अवैध शराब पर अंकुश लगाने के लिए आबकारी विभाग की टीम ने Muzaffarnagar excise raid अभियान के तहत व्यापक और ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है।
अपर मुख्य सचिव तथा आबकारी आयुक्त, उत्तर प्रदेश, प्रयागराज के निर्देशों के क्रम में, जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुज़फ्फरनगर की देखरेख में विशेष प्रवर्तन अभियान पूरी सक्रियता के साथ चलाया जा रहा है।

इसी दिशा में आबकारी टीम ने विगत दिवस ग्राम आलमपुरा, समाना उर्फ रामराज, कैलापुर जसमौर, चंदसीना, सांझक, नरोत्तमपुर, अटाली, सरोरा सहित कई क्षेत्रों के जंगलों, खेतों और सुनसान इलाकों में दबिश देकर अवैध गतिविधियों पर सीधी चोट की।

यह अभियान न केवल ग्रामीण इलाकों तक सीमित रहा, बल्कि उन मार्गों तक भी बढ़ाया गया जहां से अवैध शराब की आपूर्ति या तस्करी की संभावना अधिक रहती है।


जंगलों और खेतों में छिपे ठिकानों पर निगरानी—अवैध शराब बनाने वालों में हड़कंप

आबकारी टीम द्वारा जंगलों, नलकूपों के आसपास बने अस्थायी ठिकानों, तथा छिपी हुई जगहों पर की गई दबिश ने कई अवैध कारोबारियों को चौंका दिया।
टीम ने—

  • संदिग्ध स्थलों पर छिपे उपकरण

  • अवैध शराब बनाने की कच्ची सामग्री

  • गन्ने के खेतों में बनाए गए गुप्त अड्डे

  • जंगलों में बने अस्थायी कमरे

इन सबकी बारीकी से तलाशी ली।

स्थानीय सूत्रों का कहना है कि इन क्षेत्रों में कुछ लोग लंबे समय से अवैध शराब तैयार कर सप्लाई करने में सक्रिय थे, जिसकी शिकायतें अरसे से आती रही थीं। अब Muzaffarnagar excise raid अभियान ने उनके नेटवर्क को बड़ा झटका दिया है।


मकानों, दुकानों और ईंट-भट्ठों पर भी अचानक पहुंची टीम—सघन तलाशी, कई जगहों पर संदिग्ध गतिविधियां दर्ज

अभियान केवल जंगलों तक सीमित नहीं रहा। आबकारी टीम ने ग्रामीण क्षेत्रों में—

  • कई मकानों में आकस्मिक प्रवेश कर तलाशी

  • संचालित दुकानों की गहन चेकिंग

  • ईंट-भट्ठों और ढाबों पर संदिग्ध गतिविधियों की जांच

किया।

ईंट-भट्ठे और ढाबे अक्सर उन जगहों में गिने जाते हैं जहां बाहरी लोग आवाजाही करते हैं, जिससे अवैध शराब की बिक्री या सप्लाई की संभावना रहती है। इसलिए टीम ने इन स्थानों को भी विशेष रूप से शामिल किया।

इस कार्रवाई ने स्थानीय तत्वों में खलबली मचा दी है, क्योंकि यह जांच पूरी तरह बिना पूर्व सूचना के की गई थी।


Delhi–Dehradun हाईवे पर इंटरस्टेट तस्करी रोकने के लिए कड़ा पहरा—हर वाहन की सघन चेकिंग

अवैध शराब की तस्करी में सबसे सक्रिय मार्गों में शामिल दिल्ली–देहरादून हाईवे को इस अभियान में विशेष फोकस में रखा गया।
आबकारी टीम ने—

  • खतौली बाईपास

  • बाईपास के आसपास की आंतरिक सड़कें

  • हाईवे पर प्रवेश और निकास बिंदु

इन सभी स्थानों पर टीमें तैनात कर हर आने-जाने वाले वाहन की सघन जांच की।

टीमों ने छोटे वाहनों से लेकर बड़े ट्रकों तक की जांच की, और किसी भी प्रकार की तस्करी की संभावना को समाप्त करने का प्रयास किया।
यह कार्रवाई इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि इस हाईवे पर इंटरस्टेट शराब तस्करी की शिकायतें पहले भी आती रही हैं।


संदिग्ध वाहनों की आकस्मिक चेकिंग—टीमें अलग-अलग पॉइंट बनाकर बैठीं

Muzaffarnagar excise raid के हिस्से के रूप में टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर अचानक चेकिंग प्वाइंट बनाए।
टीमों ने—

  • पार्क किए गए ट्रकों

  • संदिग्ध कारों

  • निजी वाहनों

  • तेज गति से निकलने वाले वाहनों

सभी की तलाशी ली।

कई वाहन चालकों को यह लगा कि आज केवल सामान्य यातायात जांच चल रही है, लेकिन आबकारी टीमों ने दस्तावेजों से लेकर वाहन के भीतर छिपे संभावित सामान तक का निरीक्षण किया।

टीम ने कहा कि यह चेकिंग आगे भी नियमित रूप से जारी रहेगी ताकि तस्करी की संभावना को पूरी तरह खत्म किया जा सके।


आगे भी जारी रहेगा अभियान—अवैध शराब नेटवर्क पर कड़ा प्रहार

आबकारी विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान एक दिन तक सीमित नहीं रहने वाला। विभिन्न मार्गों, गांवों, ढाबों, ईंट-भट्ठों, और हाईवे की अलग-अलग लोकेशनों पर लगातार चेकिंग की जाएगी।
जिन क्षेत्रों में अवैध शराब की गतिविधियों की आशंका अधिक है, वहां टीमों को विशेष रूप से तैनात किया जाएगा।

अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान जिले में अवैध शराब के नेटवर्क पर निर्णायक प्रहार साबित होगा।


मुज़फ्फरनगर में चल रहा यह व्यापक **Muzaffarnagar excise raid** अभियान अवैध शराब के कारोबार पर एक सख्त और प्रभावी कार्रवाई के रूप में उभरकर सामने आया है। जंगलों, खेतों, दुकानों, मकानों से लेकर हाईवे तक फैली इस तलाशी ने तस्करी नेटवर्क की कमर तोड़ने का संकेत दिया है। प्रशासन ने साफ कहा है कि ऐसी कार्रवाई लगातार जारी रहेगी ताकि जिले में अवैध शराब का कोई भी चैनल सक्रिय न रह सके और आम नागरिक सुरक्षित व कानूनसम्मत वातावरण में जीवन जी सकें।

 



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