Muzaffarnagar जनपद के पुरकाजी थाना क्षेत्र में दिल दहला देने वाली घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। ग्राम गोधना में आम के बाग में आमतौर पर शांत रहने वाला माहौल उस समय सनसनीखेज बन गया जब 09 जून को एक शव बरामद हुआ। मृतक की पहचान धमात गांव निवासी ओमपाल पुत्र हरमल के रूप में हुई।

शक की सुई गांव के ही दो साथियों पर, पुलिस ने त्वरित कार्यवाही में किया खुलासा

परिजनों ने हत्या का शक गांव के ही एक युवक मुनेश पुत्र तेजा निवासी ग्राम हरिनगर, थाना पुरकाजी पर जताया। तहरीर मिलने पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए धारा 103(1) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा के निर्देशन, अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन और पुलिस उपमहानिरीक्षक सहारनपुर परिक्षेत्र की निगरानी में पुरकाजी थाना पुलिस ने कमान संभाली। पुलिस अधीक्षक नगर सत्यनारायण प्रजापत, क्षेत्राधिकारी सदर, थानाध्यक्ष जयवीर सिंह व अन्य पुलिस अधिकारियों की टीम ने बेहद सक्रियता के साथ घटना की जांच में तेजी दिखाई।

गांव के रास्ते से गिरफ्तार हुए हत्यारोपी, पुलिस की चौकसी ने बचाया बड़ा हादसा

पुलिस टीम ने गांव हरिनगर और गोधना के बीच की सड़क से मुनेश पुत्र तेजा और उसके साथी सुनील उर्फ माटी पुत्र पाला को धर दबोचा। पूछताछ में जब सख्ती की गई तो दोनों ने हत्या करना कबूल कर लिया।

हत्या की वजह बनी आपसी कहासुनी और शराब का नशा

पूछताछ में मुनेश और सुनील ने बताया कि 08 और 09 जून की दरम्यानी रात वे तीनों—ओमपाल, मुनेश और सुनील—गोधना गांव के चरण सिंह के आम के बाग में आमों की तुड़ाई के बाद बैठकर देसी शराब पी रहे थे। शराब के नशे में कहासुनी शुरू हुई जो धीरे-धीरे झगड़े में बदल गई। बात इतनी बढ़ गई कि पास में पड़े लकड़ी के डंडों से मुनेश और सुनील ने ओमपाल पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण मौके पर ही ओमपाल की मौत हो गई।

आरोपी मौके से फरार, लेकिन ज्यादा दूर नहीं जा सके

हत्या के बाद दोनों आरोपी शव को वहीं छोड़कर फरार हो गए। पुलिस को खबर मिली कि दोनों मुजफ्फरनगर से बाहर भागने की फिराक में हैं। इसी सूचना पर तेजी दिखाते हुए पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों को पकड़ लिया।

आलाकत्ल और शराब की बोतलें भी हुईं बरामद

पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त दो लकड़ी के डंडे, एक भरी हुई और तीन खाली देसी शराब की टैट्रा पैक बरामद की हैं। पुलिस ने बताया कि बरामदगी और पूछताछ के आधार पर आगे की कानूनी कार्यवाही की जा रही है।

गिरफ्तारी में रही पुलिस टीम की सक्रियता काबिल-ए-तारीफ

इस अहम गिरफ्तारी में थाना पुरकाजी के थानाध्यक्ष जयवीर सिंह, उप निरीक्षक जितेंद्र सिंह भाटी, ज्ञानेन्द्र सिंह नागर, नवीन कुमार, हेड कांस्टेबल राजकिशोर, कांस्टेबल राहुल गिरी, विवेक कुमार और अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे।

स्थानीय लोग सदमे में, गोधना गांव में मातम का माहौल

इस जघन्य हत्या की खबर फैलते ही गोधना और आस-पास के गांवों में दहशत का माहौल बन गया। आम का सीजन चल रहा है और मजदूरों की आम तुड़ाई में व्यस्तता है, लेकिन इस घटना ने सबको हिला कर रख दिया है।

शराब, झगड़ा और मौत: गांवों में नशे की लत बनती जा रही है जानलेवा

पुलिस रिपोर्ट और स्थानीय लोगों के अनुसार, गांवों में अवैध देसी शराब की बिक्री और सेवन में दिन-प्रतिदिन इजाफा हो रहा है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि शराब केवल सेहत ही नहीं, जान भी ले सकती है।

गांवों में बढ़ते अपराधों पर नकेल कसने की जरूरत

इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था और सामाजिक जागरूकता पर सवाल खड़े हो गए हैं। ऐसे मामलों में स्थानीय प्रशासन और पंचायतों को भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है। नशे और आपसी रंजिश के चलते गांवों में हिंसा का ग्राफ तेजी से बढ़ता दिख रहा है।

पुलिस प्रशासन का दावा: अपराधियों के लिए नहीं रहेगी कोई जगह

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने कहा कि अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। गांवों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क है और किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।


मुजफ्फरनगर के पुरकाजी क्षेत्र में हुई इस सनसनीखेज हत्या ने साफ कर दिया है कि ग्रामीण इलाकों में बढ़ते नशे और आपसी विवाद अब सीधे हिंसक रूप ले रहे हैं। पुलिस की सक्रियता के चलते आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हुई, लेकिन यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो ऐसी घटनाएं आम होती जाएंगी।



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