Muzaffarnagar| इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) मुजफ्फरनगर चैप्टर द्वारा होटल स्वर्ण इन्न एंड सुइट्स, सर्कुलर रोड, मुजफ्फरनगर में आयोजित विशेष उद्योग बैठक में शहर के नामी उद्योगपतियों ने हिस्सा लिया। यह बैठक न केवल उद्योग जगत की प्रमुख चुनौतियों पर मंथन का मंच बनी, बल्कि सौर ऊर्जा, कार्बन क्रेडिट और केंद्रीय बजट से जुड़े अहम मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
बैठक की शुरुआत राष्ट्रीयगान से हुई, जिसके बाद आईआईए चैप्टर के चेयरमैन पवन कुमार गोयल ने सभी उपस्थित उद्यमियों का स्वागत किया। उन्होंने इस बैठक को उद्योगपतियों के लिए अत्यंत लाभकारी बताते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं की नवीनतम जानकारी, कार्बन क्रेडिट से कमाई के मौके और केंद्रीय बजट के एमएसएमई पर प्रभाव जैसे विषयों पर चर्चा करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
💡 कार्बन क्रेडिट: उद्योगपतियों के लिए कमाई का नया जरिया!
बैठक में विशेष रूप से इंदौर से आए ईकेआई एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड के मैनेजर सचेंद्र सिंह ने कार्बन क्रेडिट को लेकर महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे उद्योगपति ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स में निवेश करके कार्बन क्रेडिट अर्जित कर सकते हैं और इन क्रेडिट्स को अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचकर अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते हैं।
उन्होंने विस्तार से समझाया कि कैसे कंपनियां फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता कम करके कार्बन फुटप्रिंट घटा सकती हैं और सरकार की ग्रीन इनिशिएटिव योजनाओं से जुड़कर प्रोत्साहन राशि और टैक्स बेनिफिट्स का लाभ उठा सकती हैं।
🔆 सौर ऊर्जा: छोटे और बड़े उद्योगों के लिए बड़ा मौका!
वारी एनर्जीज लिमिटेड के प्रतिनिधि आदित्य कुमार ने बैठक में सौर ऊर्जा के तकनीकी और व्यावसायिक पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत सरकार सौर ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए कई नई योजनाएं लेकर आ रही है, जिनका फायदा उठाकर उद्योगपति अपने उत्पादन लागत को कम कर सकते हैं और दीर्घकालिक ऊर्जा समाधान अपना सकते हैं।
इसके अलावा, यूपी नेडा (उत्तर प्रदेश नवकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण) के परियोजना अधिकारी भजन सिंह ने सरकार की विभिन्न सौर ऊर्जा योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने सब्सिडी योजनाओं, टैक्स लाभ और बैंक लोन से जुड़ी सुविधाओं पर भी प्रकाश डाला और उद्यमियों को इन योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाने की सलाह दी।
📊 केंद्रीय बजट और जीएसटी पर विशेषज्ञों की राय
बैठक में आर.एस. गर्ग एंड एसोसिएट्स के सीए राधेश्याम गर्ग ने केंद्रीय बजट के विभिन्न प्रावधानों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस बार एमएसएमई सेक्टर को कुछ नए राहत पैकेज मिले हैं, लेकिन साथ ही टैक्स नियमों में भी कुछ सख्ती बरती गई है।
जीएसटी फर्जी इनवॉइसिंग के प्रभाव पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार अब फर्जी बिलिंग और टैक्स चोरी को रोकने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रही है। इस दौरान कई उद्यमियों ने जीएसटी की जटिलताओं को लेकर सवाल किए, जिनका सीए गर्ग ने बारीकी से जवाब दिया।
🎤 उद्योग जगत की मौजूदगी और शानदार नेटवर्किंग
बैठक का संचालन आईआईए सचिव अमित जैन, यंग विंग कोऑर्डिनेटर अमन गुप्ता और राहुल मित्तल ने किया। इस मौके पर शहर के प्रतिष्ठित उद्यमी भी मौजूद थे, जिनमें शामिल थे:
- पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अश्विनी खंडेलवाल, पूर्व चेयरमैन नवीन जैन, मनोज अरोरा, सुधीर चंद्र गोयल, शरद जैन
- कोषाध्यक्ष अनुज स्वरूप बंसल, सह सचिव संदीप जैन, आकाश बंसल, दीपक सिंघल, पीआरओ समर्थ जैन, राज शाह, संजीव मित्तल
- अजय अरोरा, प्राचीर अरोरा, अभिषेक अग्रवाल, सचिन अग्रवाल, शमित अग्रवाल, सुधीर अग्रवाल, कौशल अग्रवाल, अनुज कुच्छल
- सीए पवन गोयल, सीए अंकित मित्तल, सीए राजीव सिंगल, सीए संजय बंसल, सीए संजय संगल, सीए अतुल अग्रवाल
🍽️ डिनर पर बिजनेस कनेक्शन्स और नए आईडियाज की बारिश!
बैठक के समापन के बाद सभी उद्योगपतियों ने नेटवर्किंग डिनर का आनंद लिया, जहां उन्होंने विभिन्न व्यावसायिक संभावनाओं पर चर्चा की। इस दौरान, कुछ नए उद्योग साझेदारियों की संभावनाएं भी बनीं और उद्यमियों ने भविष्य की योजनाओं पर विचार-विमर्श किया।
🚀 आगे की योजना: उद्योगपतियों के लिए नए सेमिनार और ट्रेनिंग सेशन्स
आईआईए मुजफ्फरनगर चैप्टर ने इस मौके पर घोषणा की कि आने वाले महीनों में एमएसएमई सेक्टर के लिए और भी सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। इनमें मुख्य रूप से वित्तीय योजनाएं, डिजिटल मार्केटिंग, निर्यात और आयात से जुड़े तकनीकी पहलू, और सरकारी नीतियों पर चर्चा शामिल होगी।
आईआईए चेयरमैन पवन कुमार गोयल ने सभी उपस्थित लोगों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस तरह के सेमिनार उद्योगपतियों को न केवल नवीनतम जानकारी देते हैं बल्कि नए अवसरों के द्वार भी खोलते हैं।
🌟 यह बैठक उद्योगपतियों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हुई
मुजफ्फरनगर में आयोजित यह उद्योग बैठक शहर के बिजनेस जगत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। सौर ऊर्जा, कार्बन क्रेडिट और बजट जैसे विषयों पर जानकारी प्राप्त कर उद्योगपति अपने बिजनेस को अधिक लाभदायक बना सकते हैं।
ऐसे सेमिनार उद्योग क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाते हैं और इस बैठक ने न केवल नवीनतम सरकारी योजनाओं को समझने का अवसर दिया बल्कि बिजनेस नेटवर्किंग को भी बढ़ावा दिया।